हज की हिकमत - हज का असल मकसद (Hajj ki… यह बात हर मुसलमान जानता है कि हज इस्लाम की बुन्यादों में से एक है, और हज अदा करने के फज़ाईल भी लोग आम तौर पर जानते ही हैं लेकिन अक्सर मुसलमान "हज की हिकमत" से अनजान हैं और जिस…
12 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: असहाबुल जन्नह (बाग़ वाले), जहन्नम के अज़ाब से बचने की दुआ, आँखों की बीनाई चले जाने पर सब्र करना, आँखों की बीनाई चले जाने पर सब्र करना, कम अज़ाब वाला दोज़खी ...
11 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: क़ौमे सबा, अल्लाह की कुदरत: जानदारों के जिस्म में जोड़, फर्ज: बाजमात इंशा और फज्र की नमाज़ पढ़ना, सुन्नत: खाने में ऐब न लगाना, अपने अज़ीज़ की वफात पर सब्र करना ...
12 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). कैदियों के साथ हुस्ने सुलूक, (2). जमात के मुतअल्लिक़ ख़बर देना, (3). कर्ज़ अदा करना, (4). खाने में बरकत, (5). मुसाफा मगफिरत का जरिया है, (6). गुमराही इख्तियार करने का गुनाह, (7). दुनिया चाहने वालों के लिये नुकसान, (8).…
शेख अब्दुल कादिर जीलानी रह. (मुख़्तसर सिरत… शेख अब्दुल कादिर जीलानी रह. की मुख़्तसर सिरत, आपकी विलायत व बुजुर्गी और आपके अकीदतमंद मुरीदों के अक़ीदे का मुअजना आप ही के इरशादात की रौशनी में।
4 रजब | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत उमर (र.अ) की बहादुरी, हज़रत अली (र.अ) की आँख का ठीक हो जाना, जकात की फर्जियत, दुनिया व आखिरत की भलाई की दुआ, शौहर की खुशी पर जन्नत, सच्ची गवाही को छुपाने का गुनाह, दुनियावी ज़िन्दगी धोका है, कब्र…
मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें… मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें बिस्मिल्लाहिरहमानिर्रहीम! अल्हम्दुलिल्लाह वस्सलातु वसल्लामु अला रसूलिल्लाहि (ﷺ) ऐ मुस्लिम बहन! मुस्लिम का मतलब होता है, अल्लाह का फर्माबरदार (आज्ञाकारी) होना. इस्लाम में यह ज़िम्मेदारी मर्द व औरत दोनों पर एक समान रूप से…
कुरआन में मानवता के लिए 99 सीधे आदेश ! जानिए जानिए ~ कुरआन में मानवता के लिए 99 सीधे आदेश। ۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ 1. बदज़ुबानी से बचो। (सूरह 3:159) 2. गुस्से को पी जाओ। (सूरह 3:134) 3. दूसरों के साथ भलाई करो। (सूरह 4:36) 4. घमंड से बचो। (सूरह 7:13)…
10 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). मदीना की चरागाह पर हमला, (2). काफिर का मरऊब हो जाना, (3). दाढ़ी रखने की अहमियत, (4). मगफिरत की दुआ, (5). अच्छे और बुरे अख़्लाक़ की मिसाल, (6). गैरुल्लाह को माबूद बनाने का गुनाह, (7). दुनिया की जाहिरी हालत…