Category Archives: अहेम अमल की फजीलत
अच्छे अखलाक़ की फजीलत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “यक़ीनन मोमिन अपने अच्छे अखलाक के ज़रिए, नफ़्ल नमाजें पढ़ने वाले... [Read More]
जन्नत का खज़ाना: ला हौला वला कुव्वत इल्ला बिल्लाह कसरत से पढ़ना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: ”(ला हौला वला कुव्वत इल्ला बिल्लाह) बकसरत से पढ़ा करो, इस... [Read More]
1 Comment
औरत के लिये चंद आमाल
रसुलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जब औरत पाँच वक्त की नमाज पढती रहे और अपनी... [Read More]
किसी इज्जत की हिफाज़त करने का सवाब
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “जिस ने पीठ पीछे अपने भाई की इज्जत की हिफाजत... [Read More]
सुन्नत पर अमल करने पर शहीद का सवाब
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जो मेरी उम्मत में बिगाड़ के वक्त मेरी सुन्नत को... [Read More]
जन्नत का मुस्तहिक
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जो आदमी इस हाल में मर जाए के वह तकब्बुर,... [Read More]
हलाल रोज़ी हासिल करना
रसुलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “जिस ने हलाल रोज़ी खाई और सुन्नत के मुताबिक अमल किया... [Read More]
सखावत इख़्तियार करना
रसूलअल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “अल्लाह तआला सखी है और सखावत को पसन्द करता है।... [Read More]
तहज्जुद की निय्यत कर के सोना
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जो आदमी अपने बिस्तर पर लेटते वक्त रात को उठ... [Read More]
जबान और शर्मगाह की हिफाजत करना
रसूलअल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जो शख्स मुझे अपनी ज़बान और शर्मगाह की हिफाजत की... [Read More]
तीन आदमी अल्लाह की जमानत में है
रसूलअल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “तीन आदमी की अल्लाह ने जमानत ले रखी है, अगर वह... [Read More]
बीवियों के साथ अच्छा सुलूक करना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “ईमान वालों में ज़ियादा मुकम्मल ईमान वाले वह लोग हैं,... [Read More]
बेवा या तलाकशुदा बेटी की कफालत की फजीलत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने एक मर्तबा फ़रमाया – “क्या मैं तुम्हें बेहतरीन सदक़ा न बताऊं? तेरी... [Read More]
थोड़ी सी रोज़ी पर रहने की फ़ज़ीलत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जो शख्स अल्लाह तआला से थोड़ी रोजी पर राजी रहे,... [Read More]
खुशू व खुजू से नमाज़ अदा करना
۞ हदीस: रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “जो कोई खूब अच्छी तरह वुजू करे और... [Read More]
अल्लाह के ज़िक्र की फ़ज़ीलत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जो शख्स सुबह को सौ मर्तबा और शाम को सौ... [Read More]
इल्म हासिल करने के लिये सफर करना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जो शख्स ऐसा रास्ता चले जिस में इल्म की तलाश... [Read More]
मरीज़ के अयादत की फ़ज़ीलत
हज़रत अली (रज़ीअल्लाहु अन्हु) कहते है के ; “जो शख्स किसी बीमार की दिन के... [Read More]
वुजू कर के इमाम के साथ नमाज अदा करने की फ़ज़ीलत
रसुलल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जिस ने अच्छी तरह मुकम्मल वुजू किया, फिर फर्ज नमाज... [Read More]
नमाज के बाद दूसरी नमाज़ का इंतज़ार करने की फ़ज़ीलत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “तकलीफ और नागवारी के बावजूद पूरी तरह मुकम्मल वुजू करना, मस्जिदों... [Read More]