सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 24 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 24 पेज: 195 तलाश कुंफ्फारे मक्का ने हुजूर (ﷺ) के मकान का घेराव रात के शरू ही में कर लिया था। वे तमाम रात तलवार लिए खड़े निगरानी करते रहे। उन का इरादा…
30. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख : हज़रत याकूब (अ.स), मुअजिज़ा: सुराका के घोड़े का ज़मीन में धंस जाना, एक फ़र्ज़ : बाजमात नमाज़ पढ़ने की निय्यत से मस्जिद जाना, मुसलमानों को तकलीफ पहुँचाने का गुनाह, आख़िरत : जहन्नम की वादी, तिब्बे नब्बीसे इलाज…
29. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा 29 Rabi-ul-Akhir | Sirf Panch Minute ka Madarsa 1. इस्लामी तारीख मस्जिदे कुबा की तामीर और पहला जुमा मदीना मुनव्वरा से तक़रीबन तीन मील के फासले पर एक छोटी सी बस्ती कुबा है, यहाँ अन्सार के बुहत से खानदान आबाद…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 35 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 35 पेज: 304 नबी (ﷺ) दुश्मनों के घेरे में चूँकि मैदान साफ़ हो गया था। कोई रोकने वाला बाकी न रहा था, इसलिए मुशरिक तेज रफ्तारी के साथ पहाड़ी के नीचे उतरने लगे।…
3 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख: हज़रत मरयम (अ.स) की आज़माइश, अल्लाह की कुदरत: जिस्म में गुर्दे की अहमियत (Kidney), दरवाज़े पर सलाम करने की सुन्नत, अल्लाह के ज़िक्र की फ़ज़ीलत, मेहर अदा ना करने का गुनाह, मुत्तक़ी और परहेज़गारों का इनाम …
ग़ज़व-ए-खन्दक | खंदक की लड़ाई ग़ज़व-ए-खन्दक की वजह रसूलुल्लाह (ﷺ) ने यहूद की बद अहदी और साजिशों की वजह से मदीना से निकल जाने का हुक्म दिया, तो वह खैबर और वादियुलकुरा में जा बसे, मगर वहाँ पहुँच कर भी उन की अदावत और दुश्मनी…
मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें… मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें बिस्मिल्लाहिरहमानिर्रहीम! अल्हम्दुलिल्लाह वस्सलातु वसल्लामु अला रसूलिल्लाहि (ﷺ) ऐ मुस्लिम बहन! मुस्लिम का मतलब होता है, अल्लाह का फर्माबरदार (आज्ञाकारी) होना. इस्लाम में यह ज़िम्मेदारी मर्द व औरत दोनों पर एक समान रूप से…
8 Muharram | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख: हजरत शीस (अ.), हुजूर (ﷺ) का मुअजीजा: बैतुल मुक़द्दिस के बारे में खबर, एक सुन्नत: तक्बीरे तहरीमा के बाद दुआ, एक अहेम अमल: आशूरा का रोज़ा ...