26. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हज़रत इस्हाक़ (अ.स) की खुसूसियत व अज़मत, मुअजिजा : हज़रत फातिमा (र.अ) के चेहरे का रोशन हो जाना, एक फ़र्ज़ : तमाम रसूलों पर ईमान लाना, एक सुन्नत : कनाअत और सब्र हासिल करने की दुआ, अहेम अमल : तकलीफों…
13 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). रमज़ान की फरज़ियत और ईद की खुशी, (2). काइनात की सबसे बड़ी मशीनरी, (3). हज़रत मुहम्मद (ﷺ) को आखरी नबी मानना, (4). इस्मिद सुरमा लगाना, (5). इज्जत की हिफाज़त करना, (6). मोमिन को नाहक़ क़त्ल करने की सज़ा, (7).…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 44 ✦पाकदामनी की खुदाई गवाही, चूंकि उम्मुल मोमिनीन हज़रत आईशा सिद्दीक़ा रजि० दिन भर तेज धूप और गर्म हवा में सफ़र करती रही थीं, इस लिए शाम के वक्त उन्हें बुखार हो गया और ऐसा तेज़ बुखार हुआ कि ग़ाफ़िल ...
4 Rabi-ul-Awal | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख: हज़रत ईसा (अ.स) की पैदाइश, एक फर्ज: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, एक सुन्नत: मुसीबत से निजात की दुआ, अमल: मुलाक़ात के वक़्त सलाम व मुसाफा करना, क़ुरआन को छुपाने या बदलने का गुनाह …
औलिया अल्लाह | Allah ke wali (Aulia Allah)… औलिया अल्लाह Aulia Allah (Allah ke Wali) ki Pehchan aur Sifat बिस्मिल्लाहि र्रहमानि र्रहीम शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और बहुत रहम वाला है। सब तअरीफें अल्लाह तआला के लिए हैं। हम उसी का शुक्र अदा करते…
18. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: हजरत इब्राहीम (अ.स), मुअजिजा : अबू तालिब का सेहतयाब होना, एक फ़र्ज़ : जमात के साथ नमाज़ अदा करना, अहेम अमल : नुक्सान से हिफाज़त, फुजूल कामों में माल खर्च करने का गुनाह, माल व औलाद अल्लाह के क़ुर्ब…
7. सफर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा हजरत अय्यूब (अ.स), कुदरत : परिन्दों का फिज़ा में उड़ना, एक फर्ज : अजाने जुमा के बाद दुनियावी काम छोड़ देना, सुन्नत : गुस्ल से पहले वुजू करना, मरीज़ के अयादत की फ़ज़ीलत ...
अल्लाह कौन है ~ अल्लाह का परिचय और विशेषताएं हमारे मन में यह प्रश्न बार बार उभरता है कि अल्लाह कौन है ? वह कैसा है ? उस के गुण क्या हैं ? वह कहाँ है? जानिए इन सवालो के जवाब इस पोस्ट के माध्यम से। अल्लाह कौन है? अल्लाह का…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 36 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 36 सैयदु शुहदा हज़रत अमीर हमजा की लाश जब मुसलमान दुश्मनों के घेरे में आ गये थे और कुफ्फार ने उन्हें हर तरफ़ से घेर लिया था, हर जगह निहायत खंरेज लड़ाई हो…