आओ नबी ﷺ से मुहब्बत का सबूत दे, गुस्ताखो को मुहतोड़ जवाब दे ... हर कोई कम से कम एक हदीस ट्विटर पर शेयर करे।आज ट्वीटर पर #ProphetMuhammad_صلى इस हैशटैग से गुस्ताखी की इन्तहा हो रही है , बराये मेहरबानी तमाम आशिकाने रसूल से दरख्वास्त है , अपनी मोहब्बत का सबुत दे, ट्विटर पर आप ﷺ की तालीमात को ट्रेंड करवाने में हमारा साथ दे. आप निचे दिए हुए लिंक पर जा कर जो भी हदीस आपको पसंद आये उसे ट्विटर पर इन हैशटैग के साथ पोस्ट करे ; #ProphetMuhammad_صلى #ourprophetourhonour आओ नबी ﷺ से मुहब्बत का सबूत दे,जहालत का जवाब इल्म से दे. चलो ट्विटर पर आपकी तालीमात को ट्रेंड कराए https://ummat-e-nabi.com/hi/hadees-ki-acchi-acchi-baatein/ इस…
पानी न मिलने पर तयम्मुम करना रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : "पाक मिट्टी मुसलमान का सामाने तहारत है, अगरचे दस साल तक पानी न मिले, पस जब पानी पाए तो चाहिये के उस को बदन पर डाले यानी उस से वुजू या ग़ुस्ल कर ले। क्योंकि यह बहुत अच्छा है।" 📕 अबू दाऊद : ३३२
दिल से 'अल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन' कहने की फ़ज़ीलत "अल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन" का यह अर्थ है कि सभी प्रशंसाएं अल्लाह के लिए हैं, जो सारे जगत का पालन करता है। रसूलअल्लाह (सलअल्लाहू अलैही वसल्लम) के अनुसार, जो कोई दिल से यह कहता है, उसके लिए 30 नेकियां लिखी जाती हैं और 30 गुनाह मिटा दिए जाते हैं।
अहले जन्नत का हाल कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है: "जो लोग अपने रब से डरते रहे, वह गिरोह के गिरोह हो कर जन्नत की तरफ रवाना किए जाएंगे, यहाँ तक के जब उस (जन्नत) के पास पहुंचेंगे और उस के दरवाजे (पहले से) खुले हुए होंगे और जन्नत के मुहाफ़िज़ (फरिश्ते) उन से कहेंगे, तुम पर सलामती हो, अच्छी तरह (मजे में) रहो, जाओ जन्नत में हमेशा हमेशा के लिये दाखिल हो जाओ।" 📕 सूरह जुमर : ७३
जूं पड़ने का इलाज तिब्बे नबवी से एक रिवायत में है के दो सहाबा ने रसूलुल्लाह (ﷺ) से एक गजवे के मौके पर (कपड़ों में) जूं पड़ जाने की शिकायत की, तो रसूलुल्लाह (ﷺ) ने उन दोनों को रेश्मी कमीस पहनने की इजाजत दी। फायदा: जूं पड़ना एक मर्ज है, जिस का इलाज आप (ﷺ) ने उस मौके पर रेश्मी लिबास तजवीज़ फ़र्माया, जरूरत की वजह से तजवीज़ करे तो गुन्जाइश है। अगरचे रेशमी कपडे आम तौर पे मर्दो पर हराम है (सुनन निसाई ५१४८/१०९) 📕 बुखारी : २९२०
वालिदैन के साथ अच्छा सुलूक करना कुरआन में अल्लाह तआला फरमाता है : "हम ने इन्सानों को अपने वालिदैन के साथ हुस्ने सुलूक ही करने का हुक्म दिया है।" 📕 सूरह अहकाफ:१५ फायदा: वालिदैन की इताअत फ़रमाबरदारी करना, उनके साथ अच्छा सलूक करना और उनके सामने अदब के साथ पेश आना इन्तेहाई जरूरी है।
इस्लाम और हमारा घर ~ क़ुरआन व सुन्नत की रौशनी में १. घर सुकून की जगह है अल्लाह तआ़ला ने फ़रमाया: "और अल्लाह ने तुम्हारे घरों को तुम्हारे लिए सुकून की जगह बनाया।" (सूरह अल नहल 80) २. नेक बीवी का इंतिखाब अल्लाह के रसूल ﷺ ने फ़रमाया:“औरत से चार चीज़ों की बुनियाद पर निकाह किया जाता है । उस के माल, हसब व नसब, खुबसूरती और उस के दीन की बुनियाद पर, तो तुम दीन वाली को चुनो तुम्हारे हाथ खाक आलूद हों । (मुत्तफकुन अलैह, अबू दाऊद, इब्ने माजा) रावी अबू हुरैराह(स़ही़ह़ अल जामे 3003) ३. घर वालों की तालीम और उनकी तरबियत, घर वालों को दीन सिखाना अल्लाह…
औरतों का चंद बातों पर अमल करना औरतों का चंद बातों पर अमल करना रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : "अगर औरत पाँच वक़्त की नमाज पढ़े और रमजान के रोजे रखे और अपनी शर्मगाह की हिफाज़त करे और अपने शौहर की फरमाबरदारी करे (तो कयामत के दिन) उससे कहा जाएगा: तुम जन्नत के जिस दरवाजे से चाहो जन्नत में दाखिल हो जाओ।" 📕 मुस्नदे अहमद : १६६४
अल्लाह तआला के साथ शिर्क करने का गुनाह अल्लाह तआला के साथ शिर्क करने का गुनाह कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है : "बिलाशुबा अल्लाह तआला शिर्क को मुआफ नहीं करेगा। शिर्क के अलावा जिस गुनाह को चाहेगा, माफ कर देगा और जिसने अल्लाह तआला के साथ किसी को शरीक किया, तो उसने अल्लाह के खिलाफ बहुत बड़ा झूट बोला।" 📕 सूरह निसा: ४४
दुनिया की रगबत का खौफ रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : "मैं तुम से पहले जाने वाला हूँ और मैं तुम पर गवाह हूँ, तुमसे मिलने की जगह हौज़ होगी और अब मैं यहाँ खड़े हो कर उसे देख रहा हूँ, मुझे इस बात का अन्देशा नहीं के तुम मेरे बाद शिर्क करोगे, मगर इस बात का डर है के तुम कहीं दुनिया में रगबत न करने लगो।" 📕 मुस्नदे अहमद : १६९४९
MD. Salim Shaikh
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