रास्ते से तकलीफ़ देह चीज़ को हटाने की फ़ज़ीलत
सूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया :
“एक आदमी का इन्तेकाल हो गया, उसने कोई नेकी नहीं की थी, हां! उस ने रास्ते से कांटे की टहनी उठा कर फेंकी थी या (रास्ते पर) कोई दरख्त था जिसे उसने काट डाला था और उसे किनारे डाल दिया था, अल्लाह तआला ने उसे इस के बदले में जन्नत में दाखिल कर दिया।”
📕 अबू दाऊद : ५२४५, अन अबी हुरैरह (र.अ)
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया:
“एक आदमी रास्ते से गुजर रहा था, के उसे काँटेदार दरख्त की शाख रास्ते में पड़ी मिली, तो उस ने हटा कर किनारे कर दिया और उस पर अल्लाह का शुक्रिया अदा किया, तो अल्लाह तआला ने उस की मग़फिरत फर्मा दी।”
📕 बुखारी : ६५२, अन अबी हुरैरह (र.अ.)
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