चमगादड़ के अलावा तमाम परिन्दे अंडे देते हैं, वह उन पर बैठकर हरारत व गर्मी पहुंचाते हैं।
फिर कुछ दिनों के बाद उन अंडों से बच्चे निकल आते हैं, उन चूजों की गिजा के लिये अल्लाह तआला ने बेशुमार कीड़े मकोड़े पैदा कर दिये जिनको पकड़ कर परिन्दे अपने बच्चों के मुंह में डाल देते हैं।
जब उन के जिस्म में पर निकलने लगते हैं तो परिन्दे बड़ी आसानी के साथ खुद बख़ुद उड़ना सीख जाते हैं
आखिर उन परिन्दों को अंडों से बच्चे निकालने, परवरिश करने और उड़ने का सलीका कौन सीखाता है?
बेशक अल्लाह तआला ही ने अपनी कुदरत से उनकी पैदाइश और तरबियत व परवरिश का इन्तेजाम फ़रमाया है।
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