जन्नत का खज़ाना: ला हौला वला कुव्वत इल्ला बिल्लाह कसरत से पढ़ना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया:

”(ला हौला वला कुव्वत इल्ला बिल्लाह) बकसरत से पढ़ा करो,
इस लिए के वह जन्नत के खज़ानों में से एक खज़ाना है।”

📕 तिर्मिज़ी : ३६०१

तर्जुमा: कोई क़ुव्वत नहीं बचाने वाली सिवा अल्लाह के जो अज़ीम-तर है।