अल्लाह तआला ने जिस तरह इन्सानी जिस्म में खून की गरदिश के लिये रगें बनाई, इसी तरह पत्तों के अन्दर भी पानी सप्लाई करने के लिये बारीक जाल बिछा दिया। यह पौधे को पानी और गर्मी पहुँचाने का काम करते हैं।
अगर यह बारीक मसामात पत्तों के ऊपर होते, तो सूरज की गर्मी से बचने के लिये पौधे से पानी को निकालते रहते जिस के नतीजे में पौधा सूख जाता।
मगर अल्लाह तआला ने अपनी कूदरत से उन मसामात को पत्तों के अन्दर बना कर पौधों को सूखने से महफूज कर दिया।
बिजली की कड़क में अल्लाह की कुदरत अल्लाह तआला बादलों के जरिये बारिश नाज़िल करता है और कभी उससे बिजली पैदा करता है, जिसकी आवाज़ में बड़ी गरज और सख्त कड़क होती है। अल्लाह तआला ने इस बिजली में रौशनी और आवाज़ पैदा कर के अपनी कुदरत से रोशनी में इतनी तेज रफ्तारी पैदा कर दी के वह जमीन पर बिजली की आवाज़ से पहले पहुंच जाती है, फिर कभी इस बिजली को गिरा कर तबाही मचा देता है, गर्ज़ इन बादलों से बारिश और बिजली की गर्ज पैदा करना कुदरते खुदावन्दी का जबरदस्त नमूना है। 📕 अल्लाह की कुदरत
फिरौन का इबरतनाक अंजाम कुरआन के बयान के मुताबिक खुदाई का दावा करने वाले फिरऔन की नाफरमानी जब हद से बढ़ गई, तो अल्लाह तआला ने समन्दर में डुबा कर हलाक कर दिया और साथ ही यह ऐलान किया के उस की लाश को आने वाले लोगों के लिए इबरत बनाऊँगा। चुनान्चे मुहकिकीन की राए के मुताबिक फिरऔन की लाश सन १८८१ में समन्दर से मिली, जो तकरीबन तीन हजार एक सौ सोला साल बाद समंदर से निकाली गई और इतनी लम्बी मुद्दत गुजरने के बाद भी लाश को गलने सड़ने से महफूज रखा, जो आज भी मिस्र के म्यूजियम में मौजूद है, आखिर…
जमीन से पौधा उगाना अल्लाह की कुदरत Highlights • बीज का सख्त खोल: कुछ बीज इतने सख्त होते हैं कि उन्हें दांतों से भी तोड़ना मुश्किल होता है।• नर्म पौधे की ताकत: मिट्टी में दबा बीज सख्त खोल और ज़मीन को तोड़कर बाहर निकलता है।• कुदरत का सवाल: यह सख्त खोल कौन तोड़ता है और नाज़ुक पौधा ज़मीन से कैसे निकलता है?• क़ुरआन का जवाब: "अल्लाह ही बीजों और गुठलियों को तोड़ता है।"• अल्लाह की कुदरत: हर सख्त बीज से जीवन निकालने की शक्ति अल्लाह की महानता को दर्शाती है। “बीज को ज़मीन के अंदर दबा दिया जाता है, इस का खोल बहुत सख्त होता है, कुछ…
दीमक में अल्लाह की कुदरत Highlights • दीमक की अजीब मख्लूक़: नाबीना होते हुए भी दीमक शानदार और मजबूत टावर जैसे घर बनाती है।• उल्लेखनीय ऊँचाई: दीमक के घर उनकी अपनी जसामत से हजारों गुना ऊँचे होते हैं।• मिट्टी और लुआब का उपयोग: अपने घरों को बनाने के लिए दीमक मिट्टी, लुआब, और फ़ज्ला का इस्तेमाल करती हैं।• अनूठी संरचना: इन घरों में भूल-भुलैया, नहरों के रास्ते, और हवा के बहाव का प्रबंधन होता है।• अल्लाह की कारीगरी: बीनाई से महरूम होकर भी इतनी अद्भुत निर्माण क्षमता अल्लाह की कुदरत का करिश्मा है। अल्लाह तआला ने बेशुमार मख्लूक़ पैदा फ़रमाई है। उन में एक अजीब…
इंसान की हड्डियों में अल्लाह की कुदरत Highlights • हड्डियों का ढांचा: इंसान का शरीर हड्डियों के मजबूत ढांचे पर खड़ा है, जो भारी वजन सहन करने की क्षमता रखते हैं।• कूल्हे की हड्डी: कूल्हे की हड्डी 3000 किलो तक वजन उठाने की क्षमता रखती है, जो स्टील से भी ज्यादा मजबूत और लचीली होती है।• हड्डियों की लचक: हड्डियाँ स्टील से हल्की, लचीली और अधिक ताकतवर होती हैं, जो इंसान के लिए आरामदायक और सहनशील होती हैं।• स्टील से ज्यादा ताकत: हड्डियाँ स्टील से अधिक ताकतवर और लचीली होने के कारण इंसान को सक्षम बनाती हैं।• अल्लाह की कुदरत: यह अद्भुत ताकत और लचीलापन अल्लाह की…
गूलर के फल में अल्लाह की कुदरत अल्लाह तआला ने दुनिया में हजारों किस्म के फल पैदा किये लेकिन गूलर के फल में अल्लाह तआला ने अपनी कुदरत का इस तरह इजहार फ़र्माया के जब गूलर का फल पक जाता है तो उसकी तोड़ने पर बोहोत से कीडे निकलते हैं, जो अपने परों के जरिये उड कर गायब हो जाते हैं। आखिर इस गूलर के फल में यह उड़ने वाले कीड़े कहाँ से आ गए? जब के उस में दाखिल होने का कोई रास्ता भी नहीं है... यकीनन अल्लाह ही ने अपनी कुदरत से गूलर के फल में च्यूटी नुमा कीड़े पैदा फरमाए हैं। 📕 अल्लाह की…
जिस्म में गुर्दे की अहमियत (Kidney) Highlights • गुर्दों का कार्य: गुर्दे हर दिन खून से जहरीले तत्व निकालते हैं और शरीर को सुरक्षित रखते हैं।• कुदरत की अहमियत: गुर्दों का प्राकृतिक कार्य मशीनों से होने वाले इलाज से कहीं अधिक प्रभावी और महत्वपूर्ण है।• अल्लाह की कुदरत: गुर्दे शरीर की रक्षा करने का अद्भुत तरीका हैं, जो अल्लाह की कुदरत को दर्शाता है। इन्सान के ख़ून में हर लम्हा ज़हरीले माददे (Toxin) की मिक़दार बढ़ती रहती है। गुर्दे उन ज़हरीले माददों को पेशाब के ज़रिये खारिज कर के बदन को साफ़ ख़ून सपलाई करते रहते हैं, इस तरह गुर्दे 24 घंटे में कई लीटर ख़ून से…
रेडियम में अल्लाह की कुदरत Highlights • रेडियम की चमक: रेडियम एक कीमती और चमकदार तत्व है, जो सोने से कई गुना अधिक कीमती होता है।• दुनिया में दुर्लभता: रेडियम का वजूद पूरी दुनिया में चंद सेर से अधिक नहीं है।• बिजली और तेल के बिना चमक: यह तत्व बिना किसी बाहरी ऊर्जा के चमकता है, जो इसे और भी खास बनाता है।• कुदरत का करिश्मा: यह अद्भुत चमक और रेडियम की उपस्थिति केवल अल्लाह की कुदरत का नतीजा है। अल्लाह तआला ने इस कारखान-ए-आलम में मुख्तलिफ किस्म की कीमती चीजें पैदा फ़रमाई हैं, इन चीजों में एक कीमती चीज़ रेडियम भी है, यह एक…
तेल (Oil) में अल्लाह की क़ुदरत Highlights • तेल का स्रोत: अल्लाह ने नारियल, मूंगफली, सूरजमुखी, सरसों आदि जैसे पौधे बनाए, जो विभिन्न प्रकार के खुशबूदार तेल प्रदान करते हैं।• खुशबूदार तेल: ये तेल हमारी खाने, मालिश, और अन्य जरूरतों को पूरा करते हैं।• तेल बनाने की कुदरत: इन पौधों को तेल उत्पन्न करने की विशेष क्षमता अल्लाह तआला द्वारा दी गई है।• रंग और ज़ायक़ा: पौधों के बीजों और दानों से विभिन्न रंगों और ज़ायक़ेदार तेलों का संग्रह अल्लाह की कुदरत का एक और चमत्कार है।• अल्लाह का इन्तेज़ाम: यह पूरी व्यवस्था अल्लाह तआला की कुदरत और सटीक योजना का परिणाम है। अल्लाह तआला ने…
पहाड़ों में कुदरत का नमूना पहाड़ों में कुदरत का नमूना अल्लाह तआला ने ज़मीन पर बुलंद और ऊँचे ऊँचे पहाड बनाए, जिस की चोटियों बादलों से भी ऊपर तक पहुंची हुई होती है और फिर उन्हीं पहाड़ों से नदियां, समुंदर, दर्या, मील और मीठे मीठे पानी के ३ चश्मे जारी किये, जिस से तमाम मखलूक अपनी अपनी प्यास और जिन्दगी की जरूरियात पूरी करती है। पानी के यह बहते हुए चश्मे, मज़बूत और सख्त चट्टानों से जारी हो कर खुदा की अजीम कुदरत का नमूना दुनिया की निगाहों के सामने पेश कर रहे हैं। 📕 अल्लाह की कुदरत
मेअदे का निज़ाम ( Digestive System ) Highlights • गौर करने योग्य सिस्टम: शरीर के अंदर पाचन प्रणाली (digestive system) का सटीक कार्य, जो गिज़ा को खून में बदलकर शरीर को पोषण पहुँचाता है।• कुदरत का अद्भुत कार्य: हर कदम पर अल्लाह की कुदरत और हिकमत को महसूस करना चाहिए, जो इस जटिल तंत्र को नियंत्रित कर रही है।• अल्लाह की कुदरत: यह सारा निज़ाम अल्लाह के क़दमों का किया हुआ काम है, जो पूरी तरह से बिना किसी बुराई के चलता है। हमें इन्सानी जिस्म के अन्दर जो निज़ाम चल रहा है उस पर गौर करना चाहिये, इन्सान जब लुकमा मुंह में डालता है वह मेअदे…
गिजा और साँस की नालियाँ Highlights • अल्लाह ने खाने और साँस लेने के लिए अलग-अलग नालियाँ बनाई हैं।• खाने की नाली मेदे से जुड़ी है, जबकि साँस की नाली फेफड़ों से जुड़ी है।• कुदरत ने दोनों नालियों को अलग रखकर इंसान की हिफाजत का अद्भुत इंतजाम किया है। अल्लाह तआला ने हमारे साँस लेने और खाने पीने की दो मुख्तलिफ नालियाँ बनाई हैं। खाने की नाली का ताल्लुक मेदे से है और साँस की नाली का ताल्लुक फेफड़े से है। जब इन्सान खाता है या पीता है, तो कुदरती तौर पर साँस की नाली का मुँह ढक्कन की तरह परदे से बंद हो जाता…
च्यूँटी अल्लाह की कुदरत का नमूना है च्यूटी भी अल्लाह की अजीब मखलूक है। इतने छोटे से जान्वर में अल्लाह तआला ने आँख नाक कान दिल व दिमाग हाथ पैर कितनी कारीगरी से बनाए। फिर इन को सोचने, समझने और सूंघने की बेपनाह सलाहियतों से नवाज़ा। वह एक मील की दूरी से मीठी चीज़ों का सूंघ कर पता लगा लेती है। च्यंटियों की सरदार को जब कोई चीज़ मिलती है, तो वह अपने मातहत तमाम च्यंटियो को बुलाती है।।और वह उस चीज़ को उठा कर अपने बिलों में ले जाती हैं। अगर किसी दाने के जमने का खतरा महसूस करती हैं, तो उस के टुकड़े कर देती हैं…
च्यूंटी की दूर अन्देशी मैं अल्लाह की कुदरत Highlights • च्यूंटी की कुदरत: अल्लाह तआला ने च्यूंटी जैसी छोटी मख्लूक को भी अपनी गिजा जमा करने की विशेष हिकमत अता की है।• दूर अन्देशी: च्यूंटियाँ एक दूसरे की मदद करती हैं, गर्मी और सर्दी से बचने के लिए जरूरी वस्तुएं जमा करती हैं ताकि सुरक्षित रूप से अपने घरों में बैठकर खा सकें।• च्यूंटी की समझ: च्यूंटी को यह समझ और दूरअंदेशी कहां से मिली? यह अल्लाह की कुदरत का एक अद्भुत उदाहरण है। अल्लाह तआला की छोटी सी मख्लूक च्यूटी को देखो, कुदरत ने उस को अपनी गिजा जमा करने की कैसी हिक्मत सिखाई है, अपनी गिजा…
नाक के बाल (अल्लाह की कुदरत) Highlights • नाक के बाल और म्यूकस का कार्य: ये हमारे शरीर की सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो हवा में मौजूद गंदगी और बैक्टीरिया से बचाते हैं।• अल्लाह की कुदरत: अल्लाह की अद्भुत हिकमत से हमें मामूली सी चीजों के माध्यम से जीवन को सुरक्षित और स्वस्थ रखा गया है।• बेहतर शारीरिक सुरक्षा: इस प्रणाली की मदद से इन्सान नाक और फेफड़ों की बीमारियों से बचा रहता है। अल्लाह तआला ने हर छोटी बड़ी चीज को हिकमत व मसलेहत के साथ पैदा फ़र्माया है, इन्सान ऑक्सीजन के बगैर जिन्दा नहीं रह सकता, इस लिये अल्लाह तआला ने साँस…