हवा में अल्लाह का निजामे कुदरत देखो के उस ने हवा पर बादलों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने की कैसी डयूटी लगा रखी है के वह बराबर बादलों को ऐसी जमीन पर ले जाकर बारिश बरसाती हैं, जहाँ की जमीन सूखी और पानी के लिये प्यासी हो।
अगर अल्लाह तआला बादलों पर यह ज़िम्मेदारी न लगाता तो बादल पानी के बोझ से बोझल हो कर एक ही जगह पर ठहरे रहते और हमारे बाग़ात और खेतियाँ सूखे रह कर जाया हो जाते।
यकीनन अल्लाह वह बड़ी अजीम जात है जिस का हुक्म बादलों पर भी से चलता है।
साँस लेने का निज़ाम, बलग़म के फायदे Highlights • बलग़म का कार्य: यह हवा के नालियों को गीला रखता है और उसमें मौजूद गंदगी को जकड़कर बाहर निकालता है।• फेफड़ों की हिफाज़त: इस प्रणाली के कारण, हमारे फेफड़े सुरक्षित रहते हैं और गंदगी से मुक्त रहते हैं।• अल्लाह की कुदरत: यह दर्शाता है कि अल्लाह तआला ने कितनी बारीकी से हमारे शरीर की सुरक्षा के लिए गैबी इंतजाम किया है। जब हम गर्द व गुबार वाली हवा में साँस लेते हैं तो मिट्टी के ज़र्रात भी उस में शामिल हो जाते हैं। जिनसे हिफाजत के लिये अल्लाह तआला ने नाक से फेफड़े तक हवा के रास्ते में…
मच्छर में अल्लाह की क़ुदरत अल्लाह तआला ने छोटी बड़ी बेशुमार मखलूक पैदा फ़रमाई है कोई भी चीज़ कुदरत के कारखाने में निकम्मी और बेकार नहीं है। मच्छर ही पर गौर कीजिए तो उस की बनावट अल्लाह की कुदरत का करिश्मा मालूम होती है। वह जब इन्सान के जिस्म पर बैठता है तो अपनी सुंड जिल्द के मसामात में दाखिल कर देता है और पेट भर कर खून चुस लेता है और हैरत की बात के उस की सूंड इतनी बारीक होने के बावजूद नल्की (Pipe) की तरह होती है। आखिर उस की इतनी बारीक सूंड में सूराख किसने पैदा किया? बेशक यह अल्लाह ही…
कोसे कज़ह (Rainbow) में अल्लाह की कुदरत Highlights • बारिश और धूप का मिलाज: हल्की धूप और बारिश से आसमान पर सात रंगों वाली क़ौसे कज़ह (कमान) का दृश्य बनता है।• आसमान की खूबसूरती: यह रंगीन कमान आसमान की सुंदरता में इज़ाफ़ा करती है, जो मानव को चमत्कृत कर देती है।• प्राकृतिक चमत्कार: यह शानदार दृश्य बिना किसी पेंटिंग के चंद मिनटों में तैयार होता है।• अल्लाह की कुदरत: यह अल्लाह की अद्भुत कुदरत का परिणाम है, जो अपनी मर्ज़ी से प्रकृति का यह अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत करती है।• आध्यात्मिक सोच: यह प्राकृतिक दृश्य इंसान को सोचने पर मजबूर करता है कि ऐसी खूबसूरती का निर्माण किसने…
अल्लाह का बा बरकत निजाम अल्लाह तआला का कितना अच्छा इन्तज़ाम है के दुनिया में जो चीजें बहुत ज़्यादा इस्तेमाल होती हैं उन को बहुत ज्यादा आम कर दिया है जसे हवा, पानी वगैरा; अगर हम खाए जाने वाले जानवरों में से बकरे पर गौर करें, तो हम देखेंगे के दुनिया में रोजाना लाखों की तादाद में और बकर ईद के दिनों में अरबों की तादाद में बकरे जबह किए जाते हैं, लेकिन कभी यह बात सामने नहीं आती के बकरों की नस्ल में कमी हो गई, क्यों कि अल्लाह तआला जियादा इस्तेमाल होने वाली चीज़ों में बरकत अता फरमाता हैं। 📕 अल्लाह की कुदरत
रेडियम में अल्लाह की कुदरत Highlights • रेडियम की चमक: रेडियम एक कीमती और चमकदार तत्व है, जो सोने से कई गुना अधिक कीमती होता है।• दुनिया में दुर्लभता: रेडियम का वजूद पूरी दुनिया में चंद सेर से अधिक नहीं है।• बिजली और तेल के बिना चमक: यह तत्व बिना किसी बाहरी ऊर्जा के चमकता है, जो इसे और भी खास बनाता है।• कुदरत का करिश्मा: यह अद्भुत चमक और रेडियम की उपस्थिति केवल अल्लाह की कुदरत का नतीजा है। अल्लाह तआला ने इस कारखान-ए-आलम में मुख्तलिफ किस्म की कीमती चीजें पैदा फ़रमाई हैं, इन चीजों में एक कीमती चीज़ रेडियम भी है, यह एक…
ज़बान दिल की तर्जमान है : अल्लाह की कुदरत Highlights • ज़बान की नेअमत: अल्लाह तआला ने इंसान को ज़बान जैसी महत्वपूर्ण नेअमत अता की, जिसके द्वारा न सिर्फ स्वाद का एहसास होता है, बल्कि दिल की भावनाओं को भी व्यक्त किया जाता है।• दिल की तर्जमानी: दिल में उठने वाली भावनाओं को ज़बान शब्दों में बदल देती है, जो दिमाग और दिल की कड़ी मेहनत का परिणाम होती है।• कुदरत की कारीगरी: अल्लाह तआला ने दिल, दिमाग और ज़बान को इस तरह से जोड़ा है कि वे एक-दूसरे से समन्वित होकर कार्य करते हैं। अल्लाह तआला ने हम को ज़बान जैसी नेअमत अता फरमायी। उस के जरिये जहाँ…
मेअदे का निज़ाम ( Digestive System ) Highlights • गौर करने योग्य सिस्टम: शरीर के अंदर पाचन प्रणाली (digestive system) का सटीक कार्य, जो गिज़ा को खून में बदलकर शरीर को पोषण पहुँचाता है।• कुदरत का अद्भुत कार्य: हर कदम पर अल्लाह की कुदरत और हिकमत को महसूस करना चाहिए, जो इस जटिल तंत्र को नियंत्रित कर रही है।• अल्लाह की कुदरत: यह सारा निज़ाम अल्लाह के क़दमों का किया हुआ काम है, जो पूरी तरह से बिना किसी बुराई के चलता है। हमें इन्सानी जिस्म के अन्दर जो निज़ाम चल रहा है उस पर गौर करना चाहिये, इन्सान जब लुकमा मुंह में डालता है वह मेअदे…
इन्सान का सर कुदरत का शाहकार Highlights • इन्सान का सर: अल्लाह तआला ने इंसान का सिर बेहद सुंदर और गोल आकार में बनाया है।• हड्डियों की संरचना: सिर में पचपन हड्डियाँ जुड़ी हुई हैं, जिनकी अलग-अलग शक्लें हैं, जैसे छह हड्डियाँ खोपड़ी, चौबीस हड्डियाँ ऊपर के जबड़े में, दो हड्डियाँ नीचे के जबड़े में, और बाकी दाँतों में हैं।• कुदरत का शाहकार: इस संरचना को अत्यंत सुंदर और सुनियोजित तरीके से जोड़ा गया है। यह सब अल्लाह की अद्भुत कारीगरी को दर्शाता है।• अल्लाह की कारीगरी: यह सब अल्लाह की कुदरत और अदा की बेमिसाल कारीगरी है, जो बेशुमार हड्डियों को इस तरह से जोड़कर…
बारिश में कुदरती निज़ाम अल्लाह तआला बादलों के जरिये इतनी बुलन्दी से बारिश बरसाता हैं के अगर वह अपनी रफ्तार में से ज़मीन पर गिरती तो जमीन में बड़े बड़े गढ़े हो जाते और तमाम जानदार, हैवानात, पेड़ पौधे, खेती-बाड़ी सब फ़ना हो जाते। लेकिन अल्लाह तआला ने फिजा में अपनी कुदरत से इतनी रुकावटें खड़ी कर दी हैं के तेज रफ्तार बारिश उनसे गुजर कर जब ज़मीन पर आती है तो इन्तेहाई धीमी हो जाती है, जिस से दूनिया की तमाम चीजें तबाह व बरबाद होने से महफुज हो जाती हैं। बेशक यह अल्लाह का कुदरती निजाम है जो बारिश को इतने अच्छे…
इन्सान की पैदाइश तीन अंधेरों में Highlights • इंसान की तखलीक़: माँ के पेट में तीन अंधेरों में, बिना किसी रोशनी के, इंसान का निर्माण होता है।• अल्लाह की कुदरत: यह अद्भुत और जबरदस्त कुदरत का उदाहरण है, जहाँ अल्लाह तआला ने एक संकीर्ण और अंधेरी जगह में इंसान को पैदा किया।• कुदरत की बेमिसाल योजना: यह घटना यह साबित करती है कि अल्लाह की कुदरत के आगे किसी भी बड़ी मशीनी प्रक्रिया का कोई मुकाबला नहीं है। काइनात की सब से हसीन तरीन मख्लूख “इन्सान” जिस के लिये अल्लाह तआला ने इस कारखान ए आलम को वुजूद बख्शा है, उसकी तखलीख अल्लाह तआला जहाँ कर रहा हैं,…
बिजली कुंदना अल्लाह की कुदरत बारिश के आने से पहले आसमान पर तह ब तह बादल जमा होना शुरू हो जाते हैं, लेकिन अल्लाह की कुदरत का नजारा देखिये के इन बादलों में न कोई मशीन फिट होती है और न ही किसी किस का कोई जनरेटर लगा होता है। मगर इन घने बादलों में अल्लाह बिजली की ऐसी चमक और कड़क पैदा कर देता है के रात की तारीकी में भी उजाला फैल जाता है और कभी कभी इतनी सख्त गरज्ती और बिजली कुंदती है के दिलों में घबराहट और सारे माहौल में खौफ तारी हो जाता है। बेशक यह अल्लाह तआला की कुदरत की दलील…
काइनात की सबसे बड़ी मशीनरी Highlights • काइनात की सबसे बड़ी मशीनरी: इन्सान को अल्लाह तआला ने अजीब और बेहतरीन तरकीब से विकसित किया।• प्राकृतिक विकास: नुत्फे से खून, फिर गोश्त और हड्डियाँ, और अंततः हर अंग (नाक, कान, आँखें, दिल, दिमाग, हाथ, पैर) एक अनुशासन के साथ बनते हैं।• कुदरत का अद्भुत निजाम: यह सारा प्रक्रम एक अंधेरी कोठरी में चलता है, जहां माँ और पिता को इसका पता नहीं होता। यह अल्लाह की जबरदस्त कुदरत को दर्शाता है।• तख़्लीक़ की बधाई: "बाबरकत है वह अल्लाह की ज़ात जो बेहतरीन तख़्लीक़ करने वाली है।" इन्सान इस कायनात की सबसे बड़ी मशीनरी है, अल्लाह तआला…
गूलर के फल में अल्लाह की कुदरत अल्लाह तआला ने दुनिया में हजारों किस्म के फल पैदा किये लेकिन गूलर के फल में अल्लाह तआला ने अपनी कुदरत का इस तरह इजहार फ़र्माया के जब गूलर का फल पक जाता है तो उसकी तोड़ने पर बोहोत से कीडे निकलते हैं, जो अपने परों के जरिये उड कर गायब हो जाते हैं। आखिर इस गूलर के फल में यह उड़ने वाले कीड़े कहाँ से आ गए? जब के उस में दाखिल होने का कोई रास्ता भी नहीं है... यकीनन अल्लाह ही ने अपनी कुदरत से गूलर के फल में च्यूटी नुमा कीड़े पैदा फरमाए हैं। 📕 अल्लाह की…
एक ही पानी से फल और फूल की पैदाइश Highlights • अल्लाह ने एक ही जमीन और पानी से विभिन्न प्रकार के पेड़, फल, और फूल पैदा किए। • हर फल और फूल का रंग, स्वाद, और खुशबू अलग है, जैसे मीठा, खट्टा, सुर्ख या सफेद। • यह अल्लाह की अजीम कुदरत का बेहतरीन नमूना है। अल्लाह तआला जबरदस्त कुदरत वाला है, उस ने एक ही जमीन और एक ही पानी से मुख्तलिफ किस्म के दरख्त, फल और फूल बनाए, हर एक का मज़ा और रंग अलग अलग है, कोई मीठा है तो कोई खट्टा है, कोई सुर्ख है, तो कोई सफेद है, हालांकि सब एक ही ज़मीन और…
नाक के बाल (अल्लाह की कुदरत) Highlights • नाक के बाल और म्यूकस का कार्य: ये हमारे शरीर की सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो हवा में मौजूद गंदगी और बैक्टीरिया से बचाते हैं।• अल्लाह की कुदरत: अल्लाह की अद्भुत हिकमत से हमें मामूली सी चीजों के माध्यम से जीवन को सुरक्षित और स्वस्थ रखा गया है।• बेहतर शारीरिक सुरक्षा: इस प्रणाली की मदद से इन्सान नाक और फेफड़ों की बीमारियों से बचा रहता है। अल्लाह तआला ने हर छोटी बड़ी चीज को हिकमत व मसलेहत के साथ पैदा फ़र्माया है, इन्सान ऑक्सीजन के बगैर जिन्दा नहीं रह सकता, इस लिये अल्लाह तआला ने साँस…