Islamic Quotes in Hindi
9 मई 2025
ज़िक्रे इलाही (अल्लाह के ज़िक्र) की फ़ज़ीलत : हदीस
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “जो किसी जगह बैठे और उसमें वो अल्लाह का जिक्र ना करे, तो यह बैठक अल्लाह की... [Read More]
Read Moreदुनिया की रगबत का खौफ
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “मैं तुम से पहले जाने वाला हूँ और मैं तुम पर गवाह हूँ, तुमसे मिलने की... [Read More]
Read Moreमेहर अदा ना करने का गुनाह
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जिस आदमी ने किसी औरत से मेहर के बदले निकाह किया और उस का महेर अदा... [Read More]
Read Moreजन्नत का खेमा
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जन्नत में मोती का खोलदार खेमा होगा, जिस की चौड़ाई साठ मील ही होगी। उस के... [Read More]
Read Moreझूठी कसम खा कर माल बेचना कैसा?
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “जो शख्स झूटी कसम खा कर माल फरोख्त करता है, कयामत में अल्लाह तआला उस की तरफ़ रहमत की... [Read More]
Read Moreअल्लाह के रास्ते में रोज़ा रखना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जिसने अल्लाह के रास्ते में एक रोज़ा रखा, तो अल्लाह तआला उस के और जहन्नम के... [Read More]
Read Moreसमुन्दर इन्सानों की गिजा का ज़रिया है
कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “अल्लाह तआला ही ने समुन्दर को तुम्हारे काम में लगा दिया है, ताके तुम... [Read More]
Read Moreमस्जिद की सफाई का इन्आम
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “जो शख्स मस्जिद का कूड़ा करकट साफ़ करेगा, अल्लाह तआला उस का घर जन्नत में बनायेगा।” 📕... [Read More]
Read Moreदुनिया छूटने वाली है जब की “बन्दा कहता है मेरा माल मेरा माल…”
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “बन्दा कहता है मेरा माल मेरा माल, हालांकि उस के लिए उस के माल में से तीन... [Read More]
Read Moreअज़ान देने की फ़ज़ीलत
रसुलल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “जिस शख्स ने बारा साल तक अजान दी, उस के लिये जन्नत वाजिब हो गई और हर... [Read More]
Read Moreशर्म व हया ईमान का जुज़ है
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “ईमान के साठ से ऊपर या सत्तर से कुछ जायद शोअबे हैं। सब से अफज़ल (ला... [Read More]
Read Moreदरवाज़े पर सलाम करने की सुन्नत
रसूलुल्लाह (ﷺ) जब किसी के घर के दरवाज़े पर आते, तो बिल्कुल सामने खड़े ना होते, बल्क़ि दायीं तरफ या बायीं... [Read More]
Read Moreमय्यित का कर्ज अदा करना
हजरत अली (र.अ) फ़र्माते हैं के: रसुलअल्लाह (ﷺ) ने कर्ज को वसिय्यत से पहले अदा करवाया, हालाँकि तुम लोग (कुरआन पाक... [Read More]
Read Moreदुनिया चाहने वालों का अन्जाम
कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “जो कोई दुनिया ही चाहता है, तो हम उस को दुनिया में जितना चाहते... [Read More]
Read Moreअगर अल्लाह लोगों के साथ बुरा मामला करने में जल्दी करता तो …
आज का सबक ۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ “अगर कहीं अल्लाह लोगों के साथ बुरा मामला करने में भी उतनी ही जल्दी करता... [Read More]
Read Moreहर पल कीमती है। जीवन के वृक्ष से समय के पत्ते झड़ते है। “अतः जब निवृत हो तो परिश्रम में लग जाओ।” (कुरआन ९४:७)
हर पल कीमती है। जीवन के वृक्ष से समय के पत्ते झड़ते है। “अतः जब निवृत हो तो परिश्रम में लग... [Read More]
Read Moreकब्र के जियारत की दुआ
रसूलुल्लाह (ﷺ) सहाब-ए-किराम को जियारते कुबूर (क़ब्र के जियारत) की यह दुआ सिखाते थे: اَلسَّلَامُ عَلَیْکُمْ اَھْلَ الدِّیَارِ مِنَ الْمُؤْمِنِیْنَ وَالْمُسْلِمِیْنَ... [Read More]
Read Moreदीनदार औरत से निकाह करो
हुस्न, खानदान और मालदारी की वजह से निकाह न करो एक और रिवायत में रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “तुम औरतों... [Read More]
Read Moreनमाजों को सही पढ़ने पर मगफिरत का वादा
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “पाँच नमाजें अल्लाह तआला ने फर्ज की हैं, जिस ने उन के लिऐ अच्छी तरह वुजू... [Read More]
Read Moreबदन की हड्डी कुदरत की निशानी
उस कादिरे मुतलक की कारीगरी को देखिये। उस ने एक कतरे से इंसानी जिस्म में क्या क्या कारीगरी की है। उस... [Read More]
Read Moreअनार से इलाज
हज़रात अली (र.अ) से रिवायत है के, रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “अनार को उस के अंदुरुनी छिलके समेत खाओ क्योंकि यह... [Read More]
Read Moreहर मामले में इंसाफ करो
कुरआन में अल्लाह तआला फरमाता है : ” ऐ ईमान वालो ! अल्लाह तआला के लिये सच्चाई पर कायम रहने वाले... [Read More]
Read Moreनेक बंदों की नेअमतों का बयान
कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “परहेज़गार लोग बागों और ऐश व राहत में होंगे। उन को जो चीजें ऐश... [Read More]
Read Moreनेअमत अता करने में अल्लाह तआला का कानून
कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “अल्लाह जब किसी क़ौम को कोई नेअमत अता करता है तो उस नेअमत को... [Read More]
Read Moreहमेशा की जन्नत व जहन्नम
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “अल्लाह तआला जन्नतियों को जन्नत में दाखिल कर देगा और जहन्नमियों को जहन्नम में दाखिल कर... [Read More]
Read Moreकाफ़िरों के माल से तअज्जुब न करना
कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “तुम उन (काफ़िरों) के माल और औलाद से तअज्जुब में मत पड़ना, कयोंकि अल्लाह... [Read More]
Read Moreमिस्वाक के फायदे
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने इर्शाद फ़रमाया : “मिस्वाक मुंह की सफाई और अल्लाह की रज़ामंदी का ज़रिया है।” 📕 नसई : ५,... [Read More]
Read Moreजिन लोगों ने नेक आमाल किये, उनके लिये दुनिया और आखिरत में भलाई है
कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है: “जो लोग परहेजगार हैं, जब उनसे पूछा जाता है के तुम्हारे रब ने क्या चीज़... [Read More]
Read Moreदावत देने वाले की दावत कबूल कर लो
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “दावत देने वाले की दावत कबूल कर लो और हदिया वापस मत करो और मुसलमानों को... [Read More]
Read Moreअल्लाह और उस के रसूल का हुक्म मानो
कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “तुम अल्लाह तआला और उस के रसूल का हुक्म मानो और हुक्म की खिलाफ... [Read More]
Read Moreफासिद खून का इलाज
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “बेहतरीन दवा हिजामा (पछना लगाना, cupping) है, क्यों कि वह फ़ासिद खून को निकाल देती है,... [Read More]
Read Moreअहले जन्नत की नेअमतें: परहेज़गारों के लिये अच्छा ठिकाना है
कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “परहेज़गारों के लिये (आखिरत में) अच्छा ठिकाना है, हमेशा रहने वाले बागात हैं, जिन... [Read More]
Read Moreअपने बीवी बच्चों से होशियार रहो
कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है : “ऐ ईमान वालो ! तुम्हारी बाज़ बीवियाँ और बाज़ औलाद तुम्हारे हक़ में दुश्मन... [Read More]
Read Moreकाफ़िरों की हालत
रसूलअल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “काफ़िर अपनी ज़बान को एक या दो फरसख (यानी तकरीबन बारा किलोमीटर) तक जमीन पर घसीटते हुए... [Read More]
Read Moreकंधे का अच्छा हो जाना
एक गज़वे में हजरत खुबैब बिन यसाफ़ (र.अ) को कंधे और गर्दन के बीच में तलवार लगी, जिस की वजह से वह... [Read More]
Read Moreनफ़्स की बुराई से पनाह माँगने की दुआ
रसूलल्लाह (ﷺ) ने हजरत इमरान बिन हुसैन (र.अ) के वालिद को यह दुआ सिखाई: तर्जमा: ऐ अल्लाह! मेरे दिल में भलाई... [Read More]
Read Moreकिसी के वालिदैन को बुरा भला कहने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) फरमाते है : “(शिर्क के बाद) कबीरा गुनाहों में सबसे बड़ा गुनाह यह है के आदमी अपने वालिदैन पर... [Read More]
Read Moreकिसी मुसलमान को हंसता देखे तो यह दुआ पढ़े
रसूलल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : जब किसी मुसलमान को हँसता हुआ देखे तो यह दुआ पढ़े: तर्जमा: “अल्लाह आप को मुस्कुराता... [Read More]
Read Moreकम दर्जे वाले जन्नती का इनाम
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया – “अदना दर्जे का जन्नती वह होगा, जिस के एक हज़ार महल होंगे, हर दो महलों के... [Read More]
Read Moreजन्नत हासिल करने के लिये दुआ करना
जन्नत हासिल करने के लिये इस दुआ को कसरत से माँगे: तर्जमा: (ऐ मेरे रब!) मुझ को जन्नत की नेअमतों का... [Read More]
Read Moreपूरी कायनात का मालिक कौन है ?
अल्लाह तआला पूरी कायनात का रब है कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “सुन लो ! अल्लाह तआला ही का... [Read More]
Read Moreदुआ के कलिमात को तीन बार कहना
रसूलल्लाह (ﷺ) दुआ व इस्तिगफार के कलिमात को तीन तीन मर्तबा दोहराना पसन्द फ़र्माते थे। 📕 अबू दाऊद: १५२४ यह भी... [Read More]
Read Moreखाने में बरकत बीच में उतरती है
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “बरकत खाने के बीच में उतरती है, तुम किनारे से खाया करो, खाने के बीच से... [Read More]
Read Moreइस्मे आजम का वजीफा
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने एक शख्स को दुआ मांगते हुए सुना तो फ़र्माया : तुम ने इस्मे आजम के साथ दुआ मांगी... [Read More]
Read Moreजो रहम नहीं करता उस पर भी रहम नहीं किया जाता
हज़रत अकरअ बिन हाबिस (र.अ) की मौजूदगी में रसूलुल्लाह (ﷺ) ने हज़रत हुसैन बिन अली का बोसा लिया। यह देख कर... [Read More]
Read Moreआपस में दुश्मनी रखने का गुनाह
आपस में दुश्मनी रखने का गुनाह रसलल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : “हर पीर व जुमेरात को (अल्लाह की बारगाह में) आमाल... [Read More]
Read Moreहज व उमरह एक साथ की फ़ज़ीलत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “हज और उमरह को एक साथ किया करो इस लिए के वह दोनों फक्र और गुनाहों को... [Read More]
Read Moreकुरआन अपने पढ़ने वालो की शफाअत करेगा
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “कुरआन पढ़ा करो, क्योंकि कुरआन कयामत के रोज अपने पढ़ने वालों की शफाअत करेगा।” 📕 मुस्लिम:... [Read More]
Read Moreनमाज़े जनाज़ा फर्जे किफाया है
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने सात चीजों का हुक्म दिया, जिसमें से एक जनाजे में शरीक होना भी है। 📕 बुखारी, हदीस : १२३९ नोट: नमाज़े जनाजा... [Read More]
Read Moreगुस्ल में पूरे बदन पर पानी बहाना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “(जिस्म) के हर बाल के नीचे नापाकी होती है, लिहाजा तुम बालों को धोओ और बदन... [Read More]
Read Moreहज की फरज़ियत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “ऐ लोगो ! तुम पर हज फर्ज़ कर दिया गया है, लिहाजा उस को अदा करो।”... [Read More]
Read Moreबैतुलखला जाने का तरीका
रसूलल्लाह (ﷺ) जब इस्तंजा के लिये तशरीफ ले जाते, तो चप्पल पहन लेते और सर को ढांप लेते। 📕 बैहकी फी... [Read More]
Read Moreसलाम करने के आदाब
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “छोटों को चाहिए के बड़ों को सलाम करें और चलने वालों को चाहिए के बैठे हुए... [Read More]
Read Moreइलाज करने वालों के लिये अहम हिदायत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “अगर किसी ने बगैर इल्म और तजुर्बे के इलाज किया तो कयामत के दिन उस के बारे... [Read More]
Read Moreदुनिया से बेहतर आख़िरत का घर है
कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है : “दुनिया की जिन्दगी सिवाए खेल कूद के कुछ भी नहीं और आखिरत का घर... [Read More]
Read Moreदिखावे के लिए कपड़ा पहनने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जो शख्स शोहरत के लिए दुनिया में कपड़े पहनेगा, अल्लाह तआला उसको कयामत के दिन रुसवाई... [Read More]
Read Moreबुरे लोगों का अंजाम
कुरआन में अल्लाह तआला फरमाता है : “जो शख्स झुटलाने वाले गुमराहों में से होगा, तो खौलते हुए गरम पानी से... [Read More]
Read Moreअल्लाह के लिये अपने भाई की जियारत करना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “क्या मैं तुम्हें जन्नती लोगों के बारे में खबर न करूं? सहाबा (र.अ) ने अर्ज किया:... [Read More]
Read Moreमुसलमानों के दिल अल्लाह की याद और उस के सच्चे दीन के सामने झुक जाएँ
कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “क्या ईमान वालों के लिए अभी तक ऐसा वक्त नहीं आया के उनके दिल... [Read More]
Read Moreदाँतों की बनावट में अल्लाह की क़ुदरत
दाँतों की बनावट पर गौर कीजिये के अल्लाह तआला ने ३२ टुकड़ों को कैसी हसीन व खूबसूरत लड़ी में पिरोया है... [Read More]
Read Moreनमाज़ के लिये पैदल आना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “सब से जियादा नमाज का सवाब उस आदमी को मिलेगा जो सबसे जियादा पैदल चल कर... [Read More]
Read Moreअपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना
अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है: “आप अपने घर वालों को नमाज़ का... [Read More]
Read Moreअमानत वालों को अमानतें वापस कर दिया करो
कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है: “अल्लाह तआला तुमको हुक्म देता है के अमानत वालों को उनकी अमानतें वापस कर दिया... [Read More]
Read Moreहज़रत साबित (र.अ) के लिये पेशीनगोई
हुजूर (ﷺ) का मुअजिजा आप (ﷺ) ने हज़रत साबित बिन कैस (र.अ) से फरमाया था: “क्या तुम इस पर राजी नहीं... [Read More]
Read Moreदुनिया का तज़किरा न करो
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़र्माया: “अपने दिलों को दुनिया की याद में मशगूल न करो।” 📕 कंजुल उम्माल, हदीस ६१५०
Read Moreचाँदी के बरतन में पीने का गुनाह
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “जो चाँदी के बर्तन में पानी वगैरा पीते हैं वह अपने पेट में जहन्नम की आग भर... [Read More]
Read Moreजन्नत के फल और दरख्तों का साया
कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है: “मुत्तकियों से (तक़वा वालो से) जिस जन्नत का वादा किया गया है, उसकी कैफियत यह... [Read More]
Read Moreकिसी पर तोहमत लगाना गुनाह अज़ीम है
कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “जो शख्स कोई छोटा या बड़ा गुनाह करे फिर उस की तोहमत (इल्जाम) किसी... [Read More]
Read Moreकर्जो और ग़मों से नजात की दुआ
रसूलल्लाह (ﷺ) ने कर्ज़ों और ग़मों से छुटकारे के लिये सुबह व शाम यह दुआ पढ़ने के लिये फर्माया : “Allahumma... [Read More]
Read Moreरात के आखरी हिस्से में अल्लाह अपने बन्दे से करीब होता हैं
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “अल्लाह तआला रात के आखरी हिस्से में बन्दे से बहुत जियादा करीब होता हैं, अगर तुमसे... [Read More]
Read Moreसामने वाले की बात पूरी तवज्जोह से सुनना
जब आप (ﷺ) से कोई मुलाकात करता और गुफ्तगू करता, तो आप (ﷺ) उस की तरफ से तवज्जोह न हटाते, यहाँ... [Read More]
Read Moreबदअख़्लाक़ी से बचने की दुआ
۞ हदीस: रसूलुल्लाह (ﷺ) यह दुआ फरमाते थे : اللَّهمَّ إِنِّي أَعُوذُ بِكَ مِن منْكَرَاتِ الأَخلاقِ، والأعْمَالِ، والأَهْواءِ ( Allahumma Inni... [Read More]
Read Moreएक प्याला खाने में बरकत
हज़रत समुरह बिन जुन्दुबई (र.अ) फ़र्माते हैं के: “एक मर्तबा रसूलुल्लाह (ﷺ) के पास कहीं से एक प्याला आया जिस में... [Read More]
Read Moreबीमार को परहेज़ का हुक्म
एक मर्तबा उम्मे मुन्जिर (र.अ) के घर पर रसूलुल्लाह (ﷺ) के साथ साथ हजरत अली (र.अ) भी खजूर खा रहे थे,... [Read More]
Read Moreजहन्नुम से नजात की दुआ
रसलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया: “जब तुम मग़रिब की नमाज़ से फारिग हो जाओ, तो सात मर्तबा यह दुआ पढ लिया करो।... [Read More]
Read Moreजोड़ों के दर्द का इलाज
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़र्माया : “अंजीर खाओ (फिर उस की अहमियत बताते हुए इर्शाद फर्माया) अगर मैं कहता के जन्नत से... [Read More]
Read Moreदुनिया में उम्मीदों का लम्बा होने का फितना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “मुझे अपनी उम्मत पर सब से ज़ियादा डर ख्वाहिशात और उम्मीदों के बढ़ जाने का है, ख्वाहिशात... [Read More]
Read Moreजिस्म के दर्द का इलाज
हजरत उस्मान बिन अबिल आस (र.अ) ने रसूलुल्लाह (ﷺ) की खिदमत में हाजिर हो कर अपने जिस्म के दर्द को बताया... [Read More]
Read Moreजन्नत के दरख्तों की सुरीली आवाज़
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “जन्नत में एक दरख्त है, जिसकी जड़ें सोने की और उनकी शाखें हीरे के जवाहरात की हैं,... [Read More]
Read Moreअल्लाह से मुहब्बत
रसूल अल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “अल्लाह तआला से मुहब्बत रखो, इस वजह से के वह तूमको खाने के लिये अपनी... [Read More]
Read Moreमजलूम की बद्दुवा से बचो
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “ऐसे शख्स की बद्दुआ से बचो जिस पर जुल्म किया गया हो, इस लिए के उसकी बद्दुआ... [Read More]
Read Moreइंसाफ करने की फ़ज़ीलत
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “थोड़ी देर का इन्साफ साठ साल की शब बेदारी और रोजा रखने की इबादत से बेहतर... [Read More]
Read Moreगुस्सा ना किया करो : हदीस
गुस्सा ना किया करो : हदीस अबू हुरैरा (रज़ि) से वर्णित है के : एक आदमी ने पैगंबर (ﷺ) से कहा,... [Read More]
Read Moreइल्म हासिल करने के लिये सफर करना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : “जो शख्स ऐसा रास्ता चले जिस में इल्म की तलाश मक्सूद हो तो अल्लाह तआला उस... [Read More]
Read Moreकुरआन की कोई सूरत पढ कर सोना
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया: “जब मुसलमान बिस्तर पर (सोते वक्त) कुरआन की कोई भी सूरत पढ लेता है, तो अल्लाह तआला... [Read More]
Read Moreदोज़ख़ में बिच्छू के डसने का असर
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़र्माया : “दोजख में खच्चरों की तरह बिच्छू हैं, एक बार जब उनमें से एक बिच्छू डसेगा, तो... [Read More]
Read Moreअपने पडोसी को तकलीफ न दे
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़ारमाया : “जो शख्स अल्लाह और आखिरत के दिन पर ईमान रखता हो उसे चाहिये के अपने पड़ोसी... [Read More]
Read Moreमेरी नमाज़, क़ुरबानी, मेरा जीना मरना सब कुछ अल्लाह के लिए है
۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ मेरी नमाज़, क़ुरबानी, मेरा जीना मरना सब कुछ अल्लाह के लिए है “आप फ़रमा दीजिए बेशक! मेरी नमाज़ मेरी कुर्बानी मेरा... [Read More]
Read Moreएक ही पानी से फल और फूल की पैदाइश
अल्लाह तआला जबरदस्त कुदरत वाला है, उस ने एक ही जमीन और एक ही पानी से मुख्तलिफ किस्म के दरख्त, फल... [Read More]
Read Moreदुनिया आरजी और आखिरत मुस्तकिल है
कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है: “दुनिया की ज़िन्दगी महज चंद रोज़ा है और अस्ल ठहरने की जगह तो आखिरत ही... [Read More]
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