6 रजब | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा
दौरे फारुकी के अहेम कारनामे,मजलिस से उठने की दुआ, मुसलमान भाई के लिए दुआ करना, कुफ्र की सज़ा जहन्नम है, दुनिया का सामान चंद रोजा है…
दौरे फारुकी के अहेम कारनामे,मजलिस से उठने की दुआ, मुसलमान भाई के लिए दुआ करना, कुफ्र की सज़ा जहन्नम है, दुनिया का सामान चंद रोजा है…
मोर की खूबसूरती, सुबह की नमाज़ अदा करने पर हिफ़ाज़त का जिम्मा, हाथ पाँव की उंगलियों का खिलाल करना, अल्लाह के वास्ते मुहब्बत करना, कर्ज अदा न करने का गुनाह, माल की हालत, जन्नत में मेहमान नवाजी, बीमारी से बचने की तदबीर, नेकी की नसीहत करो और खुद भी अमल करो
हज़रत उमर (र.अ) की बहादुरी, हज़रत अली (र.अ) की आँख का ठीक हो जाना, जकात की फर्जियत, दुनिया व आखिरत की भलाई की दुआ, शौहर की खुशी पर जन्नत, सच्ची गवाही को छुपाने का गुनाह, दुनियावी ज़िन्दगी धोका है, कब्र में ही ठिकाने का फैसला, खजूर से इलाज, लोगों के लिये वही चीज पसंद करो जो तुम अपने लिये पसंद करते हो…
हज़रत उमर (र.अ) का इस्लाम लाना, बाल, अल्लाह की दी हुई नेअमत है, नमाज़ के छेड़ने पर वईद, तीन सांस में पानी पीना, बीमार की इयादत का सवाब …
हजरत अबू बक्र (र.अ) की खिलाफ़त, गुस्ल में पूरे बदन पर पानी बहाना, रजब व शाबान की दुआ, दो रकात तहिय्यतुल वुजू अदा करना …
हज़रत अबू बक्र सिद्दीक (र.अ), मुश्क अल्लाह के खजाने से आता है, इस्लाम की बुनियाद, सुन्नत ज़िन्दा करने की फजीलत, नमाज़े इश्राक की फ़ज़ीलत, सूद खाने और खिलाने पर लानत, दुनिया दार का घर और माल…
Mahe Rajab ki Haqeeqat aur Humari Bidatain Rajab ke Mahine ki Hakikat kya hai, Rajab me kiye jane wale aamal kis had tak Qurano Sunnat se sabit hai iske bare […]
हज़रत अबू उबैदह बिन जर्राह (र.अ), पानी अल्लाह की नेअमत, इल्म हासिल करना फ़र्ज़ है, रुखसत के वक्त मुसाफह करना, बेवा और मिस्कीन की मदद करने पर सवाब, पड़ोसी को सताने का गुनाह, ऐश व इशरत से बचना, मुजरिमों के खिलाफ आज़ा की गवाही, मुनक्का (Black Currant) से पठे वगैरह का इलाज, अदल व इंसाफ के साथ फैसला किया करो..
हज़रत सईद बिन जैद (र.अ), टूटे हुए पैर का ठीक हो जाना, नमाज़ में किबला की तरफ रुख करना, खाने के बाद की दुआ, हर नमाज के बाद तसबीहे फातिमी पढ़ना, किसी पर तोहमत लगाना गुनाहे अज़ीम है, नेक आमाल के बदले दुनिया की रौनक चाहना, अहले जन्नत को खुश्खबरी, कद्दू (दूधी) से इलाज, अपने मुसलमान भाई से झगड़ा मत करो
इस्लामी तारीख: हज़रत जुबैर बिन अव्वाम (र.अ), नमाज़ी पर जहन्नम की आग हराम है, जब बुरा ख्वाब देखे तो यह अमल करे, बीमारी की शिकायत न करना, अल्लाह और उसके रसूल की नाफर्मानी का गुनाह, किसी गुनाह को छोटा और मामूली न समझो …
इस्लामी तारीख: हज़रत तल्हा बिन उबैदुल्लाह (र.अ), बारिश में कुदरती निज़ाम, बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, मुस्कुराते हुए मुलाकात करना, हर महीने के तीन दिन रोजे रखने की फ़ज़ीलत, औरतों को उनके मेहर खुश दिली से दिया करो …