अल्लाह तआला ने जिस तरह इन्सानी जिस्म में खून की गरदिश के लिये रगें बनाई, इसी तरह पत्तों के अन्दर भी पानी सप्लाई करने के लिये बारीक जाल बिछा दिया। यह पौधे को पानी और गर्मी पहुँचाने का काम करते हैं।
अगर यह बारीक मसामात पत्तों के ऊपर होते, तो सूरज की गर्मी से बचने के लिये पौधे से पानी को निकालते रहते जिस के नतीजे में पौधा सूख जाता।
मगर अल्लाह तआला ने अपनी कूदरत से उन मसामात को पत्तों के अन्दर बना कर पौधों को सूखने से महफूज कर दिया।
हवा में निज़ामे कुदरत हवा में अल्लाह का निजामे कुदरत देखो के उस ने हवा पर बादलों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने की कैसी डयूटी लगा रखी है के वह बराबर बादलों को ऐसी जमीन पर ले जाकर बारिश बरसाती हैं, जहाँ की जमीन सूखी और पानी के लिये प्यासी हो। अगर अल्लाह तआला बादलों पर यह ज़िम्मेदारी न लगाता तो बादल पानी के बोझ से बोझल हो कर एक ही जगह पर ठहरे रहते और हमारे बाग़ात और खेतियाँ सूखे रह कर जाया हो जाते। यकीनन अल्लाह वह बड़ी अजीम जात है जिस का हुक्म बादलों पर भी से चलता…
गिजा और साँस की नालियाँ Highlights • अल्लाह ने खाने और साँस लेने के लिए अलग-अलग नालियाँ बनाई हैं।• खाने की नाली मेदे से जुड़ी है, जबकि साँस की नाली फेफड़ों से जुड़ी है।• कुदरत ने दोनों नालियों को अलग रखकर इंसान की हिफाजत का अद्भुत इंतजाम किया है। अल्लाह तआला ने हमारे साँस लेने और खाने पीने की दो मुख्तलिफ नालियाँ बनाई हैं। खाने की नाली का ताल्लुक मेदे से है और साँस की नाली का ताल्लुक फेफड़े से है। जब इन्सान खाता है या पीता है, तो कुदरती तौर पर साँस की नाली का मुँह ढक्कन की तरह परदे से बंद हो जाता…
नाक - कुदरते इलाही की निशानी Highlights • चेहरे की रौनक: नाक के द्वारा चेहरे की सुंदरता और खुशनुमा रूप में वृद्धि होती है।• महसूस करने की ताकत: नथनों में सूंघने की शक्ति होती है, जिससे हम खाने-पीने की चीजों की गुणवत्ता का तुरंत पता लगा सकते हैं।• ताजा हवा की अहमियत: नाक ताजा हवा को सूंघकर दिल की गिजा और शरीर के अंदरूनी तापमान को बनाए रखती है।• कुदरत का करिश्मा: यह अद्भुत व्यवस्था केवल अल्लाह की कुदरत से संभव है।• आध्यात्मिक सोच: यह सोचने पर मजबूर करता है कि इस नायाब तंत्र को बनाने वाला वही है, जो हर छोटे से छोटे तत्व का…
इन्सान की पैदाइश तीन अंधेरों में Highlights • इंसान की तखलीक़: माँ के पेट में तीन अंधेरों में, बिना किसी रोशनी के, इंसान का निर्माण होता है।• अल्लाह की कुदरत: यह अद्भुत और जबरदस्त कुदरत का उदाहरण है, जहाँ अल्लाह तआला ने एक संकीर्ण और अंधेरी जगह में इंसान को पैदा किया।• कुदरत की बेमिसाल योजना: यह घटना यह साबित करती है कि अल्लाह की कुदरत के आगे किसी भी बड़ी मशीनी प्रक्रिया का कोई मुकाबला नहीं है। काइनात की सब से हसीन तरीन मख्लूख “इन्सान” जिस के लिये अल्लाह तआला ने इस कारखान ए आलम को वुजूद बख्शा है, उसकी तखलीख अल्लाह तआला जहाँ कर रहा हैं,…
परिन्दों की परवरिश Highlights • परिंदों की परवरिश: अल्लाह तआला ने परिंदों को अपनी संतान की परवरिश करने के तरीके सिखाए हैं, जैसे अंडों को गरम रखना और उनकी देखभाल करना।• प्राकृतिक भोजन स्रोत: परिंदों के बच्चों के लिए कीड़े मकोड़े पैदा किए गए हैं, जो उनकी पोषण की आवश्यकता को पूरा करते हैं।• परों का विकास: जैसे ही बच्चे बड़े होते हैं, वे स्वाभाविक रूप से उड़ना सीख जाते हैं।• कुदरत का करिश्मा: परिंदों की संतान के जन्म, परवरिश और उड़ने की प्रक्रिया में अल्लाह की कुदरत। चमगादड़ के अलावा तमाम परिन्दे अंडे देते हैं, वह उन पर बैठकर हरारत व गर्मी…
हाथी में अल्लाह की क़ुदरत Highlights • हाथी: अल्लाह की अद्भुत कुदरत का एक प्रतीक।• अनोखी सूंढ: जंगल के अनजान भागों में वह अद्वितीय कार्य करता है।• इमारत के समान पैर: हाथी की शक्ति और स्थिरता का प्रतीक।• अल्लाह की कुदरत: अनगिनत जानवरों की सृष्टि और उनका महत्व।• जीवन का उपहार: अल्लाह द्वारा दिए गए जीवों के अनंत रहस्यों का खोज। अल्लाह तआला ने दीगर जानवरों के मुकाबले में हाथी को बड़ा डील डोल और जबरदस्त ताक़त अता फ़रमाई है, उस के पैर मज़बूत इमारत के चार सुतून की तरह मजबूत दिखाई देते हैं, कान बड़े पंखे, की तरह मालूम होते हैं। आँखें आम जानवरों…
च्यूंटी की दूर अन्देशी मैं अल्लाह की कुदरत Highlights • च्यूंटी की कुदरत: अल्लाह तआला ने च्यूंटी जैसी छोटी मख्लूक को भी अपनी गिजा जमा करने की विशेष हिकमत अता की है।• दूर अन्देशी: च्यूंटियाँ एक दूसरे की मदद करती हैं, गर्मी और सर्दी से बचने के लिए जरूरी वस्तुएं जमा करती हैं ताकि सुरक्षित रूप से अपने घरों में बैठकर खा सकें।• च्यूंटी की समझ: च्यूंटी को यह समझ और दूरअंदेशी कहां से मिली? यह अल्लाह की कुदरत का एक अद्भुत उदाहरण है। अल्लाह तआला की छोटी सी मख्लूक च्यूटी को देखो, कुदरत ने उस को अपनी गिजा जमा करने की कैसी हिक्मत सिखाई है, अपनी गिजा…
जिस्म में गुर्दे की अहमियत (Kidney) Highlights • गुर्दों का कार्य: गुर्दे हर दिन खून से जहरीले तत्व निकालते हैं और शरीर को सुरक्षित रखते हैं।• कुदरत की अहमियत: गुर्दों का प्राकृतिक कार्य मशीनों से होने वाले इलाज से कहीं अधिक प्रभावी और महत्वपूर्ण है।• अल्लाह की कुदरत: गुर्दे शरीर की रक्षा करने का अद्भुत तरीका हैं, जो अल्लाह की कुदरत को दर्शाता है। इन्सान के ख़ून में हर लम्हा ज़हरीले माददे (Toxin) की मिक़दार बढ़ती रहती है। गुर्दे उन ज़हरीले माददों को पेशाब के ज़रिये खारिज कर के बदन को साफ़ ख़ून सपलाई करते रहते हैं, इस तरह गुर्दे 24 घंटे में कई लीटर ख़ून से…
बिजली की कड़क में अल्लाह की कुदरत अल्लाह तआला बादलों के जरिये बारिश नाज़िल करता है और कभी उससे बिजली पैदा करता है, जिसकी आवाज़ में बड़ी गरज और सख्त कड़क होती है। अल्लाह तआला ने इस बिजली में रौशनी और आवाज़ पैदा कर के अपनी कुदरत से रोशनी में इतनी तेज रफ्तारी पैदा कर दी के वह जमीन पर बिजली की आवाज़ से पहले पहुंच जाती है, फिर कभी इस बिजली को गिरा कर तबाही मचा देता है, गर्ज़ इन बादलों से बारिश और बिजली की गर्ज पैदा करना कुदरते खुदावन्दी का जबरदस्त नमूना है। 📕 अल्लाह की कुदरत
फिरौन का इबरतनाक अंजाम कुरआन के बयान के मुताबिक खुदाई का दावा करने वाले फिरऔन की नाफरमानी जब हद से बढ़ गई, तो अल्लाह तआला ने समन्दर में डुबा कर हलाक कर दिया और साथ ही यह ऐलान किया के उस की लाश को आने वाले लोगों के लिए इबरत बनाऊँगा। चुनान्चे मुहकिकीन की राए के मुताबिक फिरऔन की लाश सन १८८१ में समन्दर से मिली, जो तकरीबन तीन हजार एक सौ सोला साल बाद समंदर से निकाली गई और इतनी लम्बी मुद्दत गुजरने के बाद भी लाश को गलने सड़ने से महफूज रखा, जो आज भी मिस्र के म्यूजियम में मौजूद है, आखिर…
बचाव की सलाहियत Highlights • जानवरों की सुरक्षा: अल्लाह ने हर जानवर को अपनी हिफ़ाज़त के लिए विशेष उपाय दिए हैं।• सींग का महत्व: बैल, भैंस, और बकरियों को सींग दिए गए हैं, जो उनकी रक्षा का साधन हैं।• जंगली जानवरों की रक्षा: हिरन, बारा सिंघा और गेंडे को ऐसे सींग दिए गए हैं जो उन्हें हमलावरों से बचाने में मदद करते हैं।• हिफ़ाज़त के तरीके: सभी जानवरों को अपनी रक्षा का तरीका सिखाना अल्लाह की कुदरत की बड़ी निशानी है।• अल्लाह की कुदरत: यह सुरक्षा और रक्षा के उपाय अल्लाह की महान कारीगरी और बुद्धिमत्ता को दर्शाते हैं। अल्लाह तआला ने हर…
दीमक में अल्लाह की कुदरत Highlights • दीमक की अजीब मख्लूक़: नाबीना होते हुए भी दीमक शानदार और मजबूत टावर जैसे घर बनाती है।• उल्लेखनीय ऊँचाई: दीमक के घर उनकी अपनी जसामत से हजारों गुना ऊँचे होते हैं।• मिट्टी और लुआब का उपयोग: अपने घरों को बनाने के लिए दीमक मिट्टी, लुआब, और फ़ज्ला का इस्तेमाल करती हैं।• अनूठी संरचना: इन घरों में भूल-भुलैया, नहरों के रास्ते, और हवा के बहाव का प्रबंधन होता है।• अल्लाह की कारीगरी: बीनाई से महरूम होकर भी इतनी अद्भुत निर्माण क्षमता अल्लाह की कुदरत का करिश्मा है। अल्लाह तआला ने बेशुमार मख्लूक़ पैदा फ़रमाई है। उन में एक अजीब…
इन्सान का सर कुदरत का शाहकार Highlights • इन्सान का सर: अल्लाह तआला ने इंसान का सिर बेहद सुंदर और गोल आकार में बनाया है।• हड्डियों की संरचना: सिर में पचपन हड्डियाँ जुड़ी हुई हैं, जिनकी अलग-अलग शक्लें हैं, जैसे छह हड्डियाँ खोपड़ी, चौबीस हड्डियाँ ऊपर के जबड़े में, दो हड्डियाँ नीचे के जबड़े में, और बाकी दाँतों में हैं।• कुदरत का शाहकार: इस संरचना को अत्यंत सुंदर और सुनियोजित तरीके से जोड़ा गया है। यह सब अल्लाह की अद्भुत कारीगरी को दर्शाता है।• अल्लाह की कारीगरी: यह सब अल्लाह की कुदरत और अदा की बेमिसाल कारीगरी है, जो बेशुमार हड्डियों को इस तरह से जोड़कर…
नाक के बाल (अल्लाह की कुदरत) Highlights • नाक के बाल और म्यूकस का कार्य: ये हमारे शरीर की सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो हवा में मौजूद गंदगी और बैक्टीरिया से बचाते हैं।• अल्लाह की कुदरत: अल्लाह की अद्भुत हिकमत से हमें मामूली सी चीजों के माध्यम से जीवन को सुरक्षित और स्वस्थ रखा गया है।• बेहतर शारीरिक सुरक्षा: इस प्रणाली की मदद से इन्सान नाक और फेफड़ों की बीमारियों से बचा रहता है। अल्लाह तआला ने हर छोटी बड़ी चीज को हिकमत व मसलेहत के साथ पैदा फ़र्माया है, इन्सान ऑक्सीजन के बगैर जिन्दा नहीं रह सकता, इस लिये अल्लाह तआला ने साँस…
बदन की हड्डी कुदरत की निशानी Highlights • हड्डियों की अद्भुत संरचना: करीब २४८ हड्डियाँ जिनकी संरचना अलग-अलग रूपों में है और ये शरीर के ढांचे को मजबूत करती हैं।• कुदरत की योजना: अल्लाह की कुदरत से हड्डियाँ न केवल शरीर को खड़ा रखने में मदद करती हैं, बल्कि हर हड्डी का अपना विशेष कार्य है।• अल्लाह की कारीगरी: इंसान के शरीर में इस तरह की विविधता और सही संरचना केवल अल्लाह की असीम कुदरत से ही संभव है। उस कादिरे मुतलक की कारीगरी को देखिये। उस ने एक कतरे से इंसानी जिस्म में क्या क्या कारीगरी की है। उस में अल्लाह तआला ने मुख्तलिफ किस्म…
MD. Salim Shaikh
Assalamu Alaikum – I am Mohammad Salim Shaikh, founder of Ummat-e-Nabi.com, sharing authentic Islamic knowledge since 2010. My mission is to present the beauty of Islam in a simple and clear way through Qur’an and Hadith. Alhamdulillah, our Facebook page fb.com/UENofficial
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