हज़रत अली (र.अ) फर्माते हैं के,
“जो शख्स दुनिया से बे रगबती इख्तियार करेगा, उस पर मुसीबतें आसान हो जाएँगी और जो मौत को याद करता रहेगा वह भलाई में जल्दी करेगा।”
📕 शोअबुल ईमान लिल बैहकी, हदीस : १०२२२
हज़रत अली (र.अ) फर्माते हैं के,
“जो शख्स दुनिया से बे रगबती इख्तियार करेगा, उस पर मुसीबतें आसान हो जाएँगी और जो मौत को याद करता रहेगा वह भलाई में जल्दी करेगा।”
📕 शोअबुल ईमान लिल बैहकी, हदीस : १०२२२
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