रसूलुल्लाह (ﷺ) ने इर्शाद फ़र्माया :
“कामयाब हो गया वह शख्स जिसने इस्लाम कबूल किया और उसको जरुरत के ब कद्र रोजी मिली और अल्लाह तआला ने उस को दी हई रोजी पर कनाअत करने वाला बना दिया।”
📕 मुस्लिम: २४२६, अब्दुल्लाह बिन अम्र विन आस (र.अ)
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने इर्शाद फ़र्माया :
“कामयाब हो गया वह शख्स जिसने इस्लाम कबूल किया और उसको जरुरत के ब कद्र रोजी मिली और अल्लाह तआला ने उस को दी हई रोजी पर कनाअत करने वाला बना दिया।”
📕 मुस्लिम: २४२६, अब्दुल्लाह बिन अम्र विन आस (र.अ)