नींद अल्लाह की अज़ीम नेअमत Highlights • नींद की नेअमत: अल्लाह ने इंसान को नींद की अज़ीम नेअमत से नवाजा, जिसमें वह अपनी आसपास की दुनिया से बेखबर हो जाता है।• शुऊर का खो जाना: नींद के दौरान इंसान की चेतना और समझ पूरी तरह समाप्त हो जाती है।• जैसे मौत की स्थिति: नींद एक प्रकार की मौत की तरह होती है, लेकिन फिर जीती जागती जिंदगी वापस मिलती है।• अल्लाह का करिश्मा: नींद के बाद जीवन का फिर से शुरू होना केवल अल्लाह की कुदरत से संभव है।• अल्लाह की कुदरत: नींद देना और फिर से जीवन देना अल्लाह की अद्भुत कारीगरी का हिस्सा…
एक ही पानी से फल और फूल की पैदाइश Highlights • अल्लाह ने एक ही जमीन और पानी से विभिन्न प्रकार के पेड़, फल, और फूल पैदा किए। • हर फल और फूल का रंग, स्वाद, और खुशबू अलग है, जैसे मीठा, खट्टा, सुर्ख या सफेद। • यह अल्लाह की अजीम कुदरत का बेहतरीन नमूना है। अल्लाह तआला जबरदस्त कुदरत वाला है, उस ने एक ही जमीन और एक ही पानी से मुख्तलिफ किस्म के दरख्त, फल और फूल बनाए, हर एक का मज़ा और रंग अलग अलग है, कोई मीठा है तो कोई खट्टा है, कोई सुर्ख है, तो कोई सफेद है, हालांकि सब एक ही ज़मीन और…
बदन की हड्डी कुदरत की निशानी Highlights • हड्डियों की अद्भुत संरचना: करीब २४८ हड्डियाँ जिनकी संरचना अलग-अलग रूपों में है और ये शरीर के ढांचे को मजबूत करती हैं।• कुदरत की योजना: अल्लाह की कुदरत से हड्डियाँ न केवल शरीर को खड़ा रखने में मदद करती हैं, बल्कि हर हड्डी का अपना विशेष कार्य है।• अल्लाह की कारीगरी: इंसान के शरीर में इस तरह की विविधता और सही संरचना केवल अल्लाह की असीम कुदरत से ही संभव है। उस कादिरे मुतलक की कारीगरी को देखिये। उस ने एक कतरे से इंसानी जिस्म में क्या क्या कारीगरी की है। उस में अल्लाह तआला ने मुख्तलिफ किस्म…
दिल की कमज़ोरी का इलाज रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: "तुम लोग सन्तरे का इस्तेमाल किया करो, क्योंकि यह दिल को मज़बूत बनाता है।" 📕 कंजुल उम्माल : २८२५३ फायदा : मुहद्दिसीन तहरीर फ़रमाते हैं के सन्तरे का जूस पेट की गन्दगी को दूर करता है, क़े और मतली को खत्म करता है और भूक बढ़ाता है।
अल्लाह की कुदरत : समुन्दर का उतरना चढ़ना Highlights • समुंदर का पानी: किनारे की ओर चढ़ता और उतरता है, लेकिन इसकी एक तय सीमा होती है।• सीमा का उल्लंघन: यदि समुंदर अपनी सीमा पार कर ले, तो भारी जानी और माली नुक्सान हो सकता है।• पृथ्वी का संतुलन: दुनिया का तीन-चौथाई हिस्सा पानी और एक-चौथाई हिस्सा खुश्की है।• अल्लाह की कुदरत: समुंदरों को उनकी सीमाओं में रोकना अल्लाह की अद्भुत शक्ति है।• जीवन का संतुलन: यह व्यवस्था धरती पर जीवन की सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करती है। समुन्दर के किनारे अगर आप जाएँ तो देखेंगे के समुन्दर का पानी किनारे की तरफ़ कभी चढ़ जाता है और कभी उतर…
क़यामत के दिन लोगों की हालत रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : "क़यामत के रोज़ सूरज एक मील के फासले पर होगा और उसकी गर्मी में भी इज़ाफा कर दिया जाएगा, जिस की वजह से लोगों की खोपड़ियों में दिमाग़ इस तरह उबल रहा होगा जिस तरह हाँड़ियाँ जोश मारती हैं, लोग अपने गुनाहों के बक़द्र पसीने में डूबे हुए होंगे, बाज टखनों तक, बाज़ पिंडलियों तक, बाज कमर तक और बाज़ के मुंह में लगाम की तरह होगा।" 📕 मुस्नदे अहमद : २१६८२
घर में नफील नमाज़ पढ़ने की फ़ज़ीलत घर में नफील नमाज़ पढ़ने की फ़ज़ीलत रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : "जब तुम में से कोई मस्जिद में (फ़र्ज़) नमाज़ अदा कर ले, तो अपनी नमाज़ में से कुछ हिस्सा घर के लिए भी छोड़ दे; क्योंकि अल्लाह तआला बन्दे की (नफ़्ल) नमाज़ की वजह से उस के घर में खैर नाज़िल करता हैं।" 📕 सही मुस्लिम : ७७८, अन जाबिर (र.अ) एक और रिवायत में, रसूलअल्लाह(ﷺ) ने फरमाया – “फ़र्ज़ नमाज़ के अलावा (सुन्नत और नवाफ़िल नमाज़े) घर में पढ़ना मेरी इस मस्जिद (मस्जिद-ए-नबवी) में नमाज़ पढ़ने से भी अफ़ज़ल है।” 📕 सुनन अबू दाऊद: 1044, जैद इब्ने…
समुन्दरी मछली में अल्लाह की कुदरत जिस तरह अल्लाह तआला ने हमारे लिये जमीन पर बेशुमार ग़िज़ाएँ पैदा फ़रमाई इसी तरह समन्दर में बेशुमार किस्म की मछलियों को हमारी गिजा बना दिया। लोग हजारों साल से समुन्दरी मछलियों का शिकार कर के अपनी गिजा हासिल कर रहे हैं। लेकिन आज तक मछलियां खत्म नहीं हुई। और अजीब बात यह है के खारे और मीठे समुन्दर की मछलियों के जायके में कोई खास फर्क नहीं होता। बेशक यह अल्लाह की कुदरत और बन्दों पर उसकी बड़ी इनायत है जिसने उनके लिये मछली जैसी अहम गिजा का इन्तज़ाम फर्माया।
Kunde ki Niyaz : कुंडे के नियाज़ की हकीकत (रजब के कुंडे) Kunde ki Niyaz: कुंडे की नियाज़ की हकीकत 22 रज्जब को बर्रे सगीर (हिन्दुस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश) में एक दिन मनाया जाता है, जिसे हम “ कुंडे की नियाज ” या “ कुंडे की ईद ” के नाम से जानते हैं। तो बेहरहाल आईये इसकी शराई हकीकत क्या है जानने की कोशिश करते हैं। दरहकीकत कुंडे के ईद की शरीयत में कोई असल या बुनियाद मौजूद नहीं है, इस तालुक से इमाम जाफर सादिक (रहमतुल्लाहि अलैहि) का वाकिया बयान किया जाता है के इन्हे मनसुब या इन्ही के इसाले सवाब के लिए नजरो नियाज इस दिन किया जाता है। आईये अब गौर करते हैं इसकी हकीकत क्या…
गुस्ल के लिये तययम्मुम करना क़ुरआन में अल्लाह तआला फ़रमाता है - "अगर तुम बीमार हो जाओ या सफर में हो या तुम में से कोई शख्स अपनी तबई ज़रूरत (यानी पेशाब पाखाना कर के) आया हो या अपनी बीवी से मिला हो और तुम पानी (के इस्तेमाल की) ताकत न रखते हो, तो ऐसी हालत में तुम पाक मिट्टी का इरादा करो। (यानी तयम्मुम कर लो)।" 📕 सूरह मायदा 5:6 फायदा : अगर किसी पर गुस्ल करना फ़र्ज़ हो जाए और पानी इस्तेमाल करने की ताकत न रखे, तो ऐसी सुरत में गुस्ल के लिए तयम्मुम कर के नमाज पढ़ना फ़र्ज़ है और तयम्मुम…
Munafiq Meaning in Hindi (मुनाफिक का अर्थ) – कुरान और हदीस की रौशनी में Munafiq किसे कहते हैं? मुनाफिक (Munafiq) एक अरबी शब्द है जिसका मतलब होता है: ऐसा व्यक्ति जो बाहर से मुसलमान दिखे लेकिन दिल से ईमान न रखे। हिंदी में इसे पाखंडी या कपट करने वाला कहा जा सकता है। यह एक बहुत गंभीर इस्लामी संज्ञा है जिसका उल्लेख कुरान और हदीस में बार-बार हुआ है। 📖 मुनाफिक की पहचान – कुरान के अनुसार कुरान शरीफ मुनाफिकों को उन लोगों के रूप में पेश करता है जो जुबान से "हम ईमान लाए" कहते हैं, लेकिन उनके दिलों में ईमान नहीं होता। 🔹 आयत: “जब मुनाफिक तुम्हारे पास आते हैं, तो कहते…
गुर्दे की बीमारियों का इलाज रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया - "पहलू के दर्द का सबब गुर्दे की नस है, जब वह हरकत करती है, तो इन्सान को तकलीफ होती है लिहाज़ा उसका इलाज गर्म पानी और शहद से करो।" 📕 मुस्तदरक हाकिम : ८२३७, अन आयशा रज़ि० फाएदा: गुर्दे में जब पथरी वगैरह हो जाती है, तो कूल्हों में दर्द होता है, अकसर इसी दर्द ही की वजह से बीमारी का पता चलता है, उसका इलाज आप ने यह बतलाया के गर्म पानी और शहद मिला कर पियो।
नमाज के बाद दूसरी नमाज़ का इंतज़ार करने की फ़ज़ीलत रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: "तकलीफ और नागवारी के बावजूद पूरी तरह मुकम्मल वुजू करना, मस्जिदों की तरफ जियादा कदम बढ़ाना और एक नमाज के बाद दूसरी नमाज़ का इंतज़ार करना, यह आमाल गुनाहों से (आदमी को) बिलकुल पाक साफ कर देते हैं।" 📕 मुस्तदरक : ४५६
कुआं खुदवाने का सवाब रसूलल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : "जिस ने पानी का कुंवा खुदवाया और उस से किसी प्यासे परिन्दे, जिन या इन्सान ने पानी पिया, तो कयामत के दिन अल्लाह तआला उसको अज्र अता फ़रमाएगा।" 📕 सही इब्ने खुजैमा : १२२७
MD. Salim Shaikh
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