दुनिया में कोई इंसान छोटा-बड़ा, छूत-अछूत, ऊँचा-नीचा नहीं है।
बेटियों की हत्या महापाप है।
इंसानों के बीच भेदभाव करना ईश्वर को नापसंद है।
इंसान में बड़ा वो है जिसमें ईश्वरभय (तक़वा) हो।
दुनिया एक परीक्षा स्थल है, मरने के बाद हिसाब होगा।
दुनिया में जो भी सुविधाएं प्राप्त हैं, परलोक में उनका हिसाब होगा।
पैग़म्बर मुहम्मद सल्ल. के बारे में और अधिक जानने तथा आपकी शिक्षाओं को पढ़ने के लिए, हमारे इस्लामिक स्रोत पीडीएफ़ को मुफ्त प्राप्त करें। अभी व्हाट्सएप करें: 96176 28145
सताए हुए की आह से बचो सताए हुए की आह से बचो पैग़म्बर मुहम्मद (ﷺ) ने फ़रमाया: "सताए हुए की आह से बचो, क्यूंकि उसके और अल्लाह के मध्य कोई रुकावट नहीं होती।" 📕 बुख़ारी
इस्लाम में क्यों हराम है ब्याजखोरी ? जानिए अगर मुहम्मद (स.) साहब की शिक्षाओं पर मनन किया जाए तो - दो बातें उनमें सबसे अहम हैं। पहली, मुहम्मद साहब की शिक्षाएं किसी एक देश या धर्म के लिए नहीं हैं। वे सबके लिए हैं। ... और दूसरी, उनकी शिक्षाएं आज से डेढ़ हजार साल पहले जितनी प्रासंगिक थीं, वे आज भी प्रासंगिक हैं। जीवन का ऐसा कोई पहलू नहीं जिसे बेहतर बनाने, अच्छाई को स्वीकार करने के लिए मुहम्मद साहब ने कोई संदेश न दिया हो। उनकी बातें इंसानों को सच की राह दिखाती हैं। - अर्थशास्त्र भले ही ब्याज(सूद) को मूलधन का किराया, शुल्क या कुछ और…
Azan ke Baad ki Dua in Hindi । अज़ान के बाद की दुआं हिन्दी में। Azan ke baad ki Dua | अज़ान के बाद की दुआ | बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम | अल्लाहुम्मा रबी हाजिहिद दवातीत ताम मह वस सलातील काइमाह आति मुहम्म्दानिल वसीलता वल फ़ज़ीलता वब अस हु मकामम महमूदा अल्लाजी व अत्तह।
कुरआन में मानवता के लिए 99 सीधे आदेश ! जानिए जानिए ~ कुरआन में मानवता के लिए 99 सीधे आदेश। ۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ 1. बदज़ुबानी से बचो। (सूरह 3:159) 2. गुस्से को पी जाओ। (सूरह 3:134) 3. दूसरों के साथ भलाई करो। (सूरह 4:36) 4. घमंड से बचो। (सूरह 7:13) 5. दूसरों की गलतियां माफ करो। (सूरह 7:199) 6. लोगों से नरमी से बात करो। (सूरह 20:44) 7. अपनी आवाज़ नीची रखों। (सूरह 31:19) 8. दूसरों का मज़ाक न उड़ाओ। (सूरह 49:11) 9. वालदैन की इज़्ज़त और उनकी फरमाबरदारी करो। (सूरह 17:23) 10. वालदैन की बेअदबी से बचो और उनके सामने उफ़ तक न कहो। (सूरह 17:23) 11. इजाज़त के…
Masjid al Aqsa: मस्जिद अल अक्सा की तारीख | जानिए क्यों है मुसलमानों के लिए इतनी अजीज़ मस्जिद अल अक्सा की तारीख | जानिए क्यों है मुसलमानों के लिए इतनी अजीज़ Masjid al Aqsa | मस्जिद अल अक्सा की तामीर: Masjid al Aqsa and Dome of Rock मस्जिद अल अक्सा की तारिख 5,000 साल पुरानी है। ये ज़मीन पर बनने वाली दूसरी मस्जिद थी और मुसलमानों के लिए ये तीसरी अहम तरीन मस्जिद है। मस्जिद अल अक्सा को खाना काबा की तामीर के तकरीबन 40 साल बाद तामीर किया गया। इस मस्जिद की बुनियाद हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम या हज़रत दाऊद अलैहिस्सलाम ने रखी थी, जब की तामीर और तकमील हज़रत सुलेमान अलैहिस्सलाम ने अपने दो दिनों में…
झूठ बोलना कब और कहाँ जायज़ है | 3 ऐसी जगह जहां झूठ बोलना जायज है ... झूठ बोलना कैसा है ? झूठ बहुत बड़ा गुनाह है, झूठे इंसान पर अल्लाह तालाह की लानत होती है। अल्लाह ताला कुराने करीम में फरमाता है “बेशक झूठ बोलने वाले पर अल्लाह की लानत है।” ३:६१ लेकिन आज हम आप को यहाँ पर झूठ के बारे में ऐसी बात बताने जा रहे हैं, जो शायद आप न जानते हों। झूठ बोलने के लिए इस्लाम में सख्ती से मना किया गया है, लेकिन कहा जाता है कि तीन मौके पर झूठ बोलना जायज़ है। अगर इंसान इन तीन मौके पर झूठ बोलता है तो उसे गुनाह नहीं मिलता है। झूठ बोलना…
दिल से 'अल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन' कहने की फ़ज़ीलत "अल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमीन" का यह अर्थ है कि सभी प्रशंसाएं अल्लाह के लिए हैं, जो सारे जगत का पालन करता है। रसूलअल्लाह (सलअल्लाहू अलैही वसल्लम) के अनुसार, जो कोई दिल से यह कहता है, उसके लिए 30 नेकियां लिखी जाती हैं और 30 गुनाह मिटा दिए जाते हैं।
बेचैनी की दुआ | Bechaini ki Dua 4 Bechaini ki Dua ❶ Allahu Allahu Rabbi laa ushriku bihi shai'an ❷ La ilaha illa anta subhanaka innee kuntu mina-zalimeen ...
जख्मी फलस्तीनी बच्चे ने दिला दी हजरत अली (रजी) की याद ! इजराइल के हमले से ये बच्चा जखमी हुआ' इलाज के लिए डॉक्टर के पास जब उसको लाया गया तो डॉक्टरने पेन किलर के मौजूद न होने की वजह से इलाज को रोके रखा था।' तब बच्चे ने इस बात की डॉक्टर से गुजारिश की मै कुरआन पढना शुरू करता हु तब आप मेरे पैरो मे टाके लगाना शूरू कीजिए।" अल्लाह की कसम तारीख मे यह मिसाल हजरते अली (रजी) की मिलती है" के पैर मे फसा हुआ तीर निकालने के लिए नमाज मे खडे हुए और तिलावते कुरान मे इतने डूब गये के तीर निकाला गया और शेरे खुदा हजरत…
Tum me se Behtareen Shakhs woh hai jisne Quraan sikhe aur dusro ko sikhaye ۞ Bismillah-Hirrahman-Nirrahim ۞ ❖ Roman Urdu ❖ Farmane Rasool’Allah (Sallallahu Alaihay Wasallam) hai ke – ❝ Tum me se behtareen shakhs woh hai jisne Quraan sikha aur dusro ko sikhaya.❞ 📚📚Sahih Bukhari J:3 ❖ हिंदी हदिस ❖ फरमाने मुस्तफा (सलल्लाहु अलैहि वसल्लम) है के - ❝ तुम में से बेहतरीन शख्स वो है जिसने क़ुरआन सीखा और दुसरो को सिखाया। ❞ 📚 सहीह बुखारी ज.३ For more Islamic messages kindly download our Mobile App
MD. Salim Shaikh
Assalamu Alaikum – I am Mohammad Salim Shaikh, founder of Ummat-e-Nabi.com, sharing authentic Islamic knowledge since 2010. My mission is to present the beauty of Islam in a simple and clear way through Qur’an and Hadith. Alhamdulillah, our Facebook page fb.com/UENofficial
with 900,000+ followers continues to spread Islamic teachings, building a strong global community of learning and faith.