रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया:
“जब तुम किसी ऐसे मोमिन को देखो जिसे दुनिया से बेरगबती और कम बोलने की दौलत दी गई है तो तुम उस के पास रहा करो, इस लिये के वह हिकमत की बातें करता है।”
📕 तबरानी औसत : १९५६, अन अबी हुरैरह (र.अ)
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया:
“जब तुम किसी ऐसे मोमिन को देखो जिसे दुनिया से बेरगबती और कम बोलने की दौलत दी गई है तो तुम उस के पास रहा करो, इस लिये के वह हिकमत की बातें करता है।”
📕 तबरानी औसत : १९५६, अन अबी हुरैरह (र.अ)
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