11. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा 11 Rabi-ul-Akhir | Sirf Panch Minute ka Madarsa 1. इस्लामी तारीख मुसलमानों की हिजरते हबशा जब कुफ्फार व मुशरिकीन ने मुसलमानों को बेहद सताना शुरू किया, तो रसूलुल्लाह (ﷺ) ने सहाबा-ए-किराम को इजाजत दे दी के जो चाहे अपनी जान…
23 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा इस्लामी तारीख: ग़ज़व-ए-दौमतुल जन्दल, च्यूंटी की दूर अन्देशी में अल्लाह की कुदरत, एक फर्ज: बीमार की नमाज़, गुनाहों की मगफिरत का वजीफा, क़यामत के दिन लोगों की हालत, जोड़ों के दर्द का इलाज ...
8 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). मदीना के कबाइल से हुजूर (ﷺ) का मुआहदा, (2). ख़ुशहाली आम होने की खबर देना, (3). गुस्ल में पूरे बदन पर पानी बहाना, (4). बच्चों को यह दुआ पढ़ कर दम करें, (5). पसंद के मुताबिक हदिया देना, (6).…
10. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा मुसलमानों पर कुफ्फार का जुल्म व सितम, मोजज़ा: दरख्त का आप (ﷺ) की खिदमत में आना, एक फर्ज: अमानत का वापस करना, एक सुन्नत: मोहताजगी व जिल्लत से पनाह माँगना, एक अहेम अमल: हलाल रोज़ी हासिल करना, किसी के वालिदैन…
21. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा 21 Rabi-ul-Akhir | Sirf Panch Minute ka Madarsa 1. इस्लामी तारीख पहली बैते अक़बा अकबा, मिना के करीब एक घाटी का नाम है, जहाँ सन ११ नबवी में मदीना से 6 अफराद ने आकर दीने इस्लाम कबूल किया था, इस…
30. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). मदीना में हुजूर (ﷺ) का इस्तिकबाल, (2). किला फतह होना, (3). वालिदैन के साथ एहसान का मामला करो, (4). घरवालों पर सवाब की नियत से खर्च करना भी सदक़ा है, (5). कुरआन का मजाक उड़ाना, (6). माल की मुहब्बत…
10. मुहर्रम | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा तारीख: हज़रत इदरीस (अ.स) की दावत, मुअजिजा : अबू जहल पर खौफ, एक फ़र्ज़ : पर्दा करना फर्ज है, अहेम अमल : नमाज़े चाश्त की फ़ज़ीलत, कुफ्र व शिर्क का नतीजा तिलावत ऐ कुरआन और जिक्रे इलाही की फ़ज़ीलत ...
17 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). हमराउल असद पर तीन रोज कयाम, (2). मेअदे का निज़ाम ( Digestive System ), (3). सुबह की नमाज अदा करने पर हिफाजात का जिम्मा, (4). मूंछों को तराशना, (5). खाना खिलाने की फ़ज़ीलत, (6). आपस में दुश्मनी रखने का…
8. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा रसूलुल्लाह (ﷺ) की चचा अबू तालिब से गुफ्तगू, नमाज़ छोड़ने पर वईद, नफा न पहुँचाने वाली नमाज़ से पनाह मांगना, अमल : जबान और शर्मगाह की हिफाजत करना, बुराई से न रोकने का वबाल, जख्म वगैरह का इलाज ...