Insan Duniya me ess Qadar Mashghool hota hai ke
Hazrate Ali (RaziAllahu Anhu) farmate hai ke –
Insan Dunia me Ess Qadar Mashghool hota hai ke,
Usey Pata bhi nahi chalta ke
Jis Kapde se Uska Kafan Ban’na hai Wo Bazar me aa chuka hai.
Hadees of the Day Musalman ki Misaal Samundar ke Jhag jaisi hogi Hazrate Soban (R.A) Se riwayat hai ki RasoolAllah … Read More
इस्लामी तारीख: हजरत शीस (अ.), हुजूर (ﷺ) का मुअजीजा: बैतुल मुक़द्दिस के बारे में खबर, एक सुन्नत: तक्बीरे तहरीमा के बाद दुआ, एक अहेम अमल: आशूरा का रोज़ा …
च्यूँटी अल्लाह की कुदरत का नमूना है, एक फर्ज: नमाज के लिये मस्जिद जाना, हर नमाज के बाद तस्बीह फातिमी अदा करना,
औरतों का खुशबु लगाकर बाहर निकलने का गुनाह, तिब्बे नबवी से इलाज: नजर लगने से हिफाजत, नबी (ﷺ) की इताअत की अहमियत …
23. शव्वाल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा23. Shawwal | Sirf Paanch Minute ka Madarsa 1. इस्लामी तारीख उम्मुल मोमिनीन हज़रत सौदा … Read More
Hazrate Ali (RaziAllahu Anhu) farmate hai ke –
Insan Dunia me Ess Qadar Mashghool hota hai ke,
Usey Pata bhi nahi chalta ke
Jis Kapde se Uska Kafan Ban’na hai Wo Bazar me aa chuka hai.
रूम के बादशाह हिरकल (Hercules) के नाम दावती खत, अल्लाह की कुदरत : पहाड़ों में पानी का जखीरा, एक फ़र्ज़: सिला रहमी करना, जुमा के लिये खास लिबास पहनना, शराबी की सज़ा …
गज्व-ए-ख़न्दक में सहाबा की कुरबानी, हुजूर (ﷺ) की दुआ की बरकत, शौहर की विरासत में बीवी का हिस्सा, गम के वक्त यह दुआ पढ़े, आखिरत के मुकाबले में दुनिया से राज़ी होने का वबाल, ग़रीबों से मुहब्बत और उन के करीब रहने की वसिय्यत…
Hadees of the Day
Abu Hurayrah (R.A.) riwayat karte hai ki,
Nabi-e-Kareem (ﷺ) ne farmaya ki –
“Jo Koi Shakhs kisi Imanwale ki Pareshani ko Door karta hai, Allah Qayamat ke Roz Uss Shakhs ki Ghabrahat ko Door farmayega.
Aur Jo koi bhi Shakhs kisi Dusre ki Musibat hal karta hai, Allah Uss Shakhs ke liye Duniya aur Aakhirat ki Mushkeele’n Aasaan bana deta hai.
Aur Allah Apne Bande ki Madad karta Rahta hai Jab tak Wo Banda Apne Bhai ki Madad Karta rehta hai”
इस्लामी तारीख: ग़ज़व-ए-दौमतुल जन्दल, च्यूंटी की दूर अन्देशी में अल्लाह की कुदरत, एक फर्ज: बीमार की नमाज़, गुनाहों की मगफिरत का वजीफा, क़यामत के दिन लोगों की हालत, जोड़ों के दर्द का इलाज …
इस्लामी तारीख: हज़रत ईसा (अ.स) की पैदाइश, एक फर्ज: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, एक सुन्नत: मुसीबत से निजात की दुआ, अमल: मुलाक़ात के वक़्त सलाम व मुसाफा करना, क़ुरआन को छुपाने या बदलने का गुनाह …
इस्लामी तारीख: हज़रत ज़करिया (अ.स), अस्र की नमाज़ की फज़ीलत, मेहमान का अच्छे अलफाज़ से इस्तिकबाल करना, पड़ोसी के साथ अच्छा सुलूक करना, रसूलल्लाह (ﷺ) की नाफ़रमानी करने का गुनाह, अल्लाह और उसके बन्दों के हुकूक …
हजरत इब्राहीम (अ.स) को सज़ा देने की तजवीज़, अल्लाह की कुदरत : मोती की
पैदाइश, एक फर्ज : माँ बाप के साथ अच्छ सुलूक करना, ईमान वालों को तकलीफ देने का गुनाह, आख़िरत: अहले जहन्नम की फरियाद …
हज़रत इब्राहीम (अ.स) की कौम की हालत, अल्लाह की कुदरत : ज़बानों का मुख्तलिफ होना, एक फर्ज : कुरआन मजीद पर ईमान लाना, शतरंज खेलने का गुनाह, आख़िरत: अहले जन्नत का शुक्र अदा करना …
हजरत सालेह (अ.स) की दावत और कौम का हाल, अल्लाह की कुदरत : दीमक, एक फर्ज : इल्म हासिल करना फ़र्ज़ है, अहेम अमल : आफत व बला दूर होने की दुआ, सिफारिश पर बतौरे हदिया माल लेने का गुनाह …
तारीख: हज़रत हूद (अ.स) की दावत, अल्लाह की कुदरत : जमीन व आसमान की तखलीख, अल्लाह हर एक को दोबारा जिन्दा करेगा, अहेम अमल : गुस्सा दूर करने की दुआ, एक गुनाह: रिश्ते तोड़ने वाला जन्नत से महरूम …
तारीख: हजरत नूह (अ.स) की दावत, मुअजिजा : दरख्त का हुजूर (ﷺ) को इत्तेला देना, एक फ़र्ज़ : नमाजी पर जहन्नम की आग हराम है, अहेम अमल : नेअमत के मिलने पर अल्हम्दुलिल्लाह कहना, अल्लाह के साथ शिर्क करने का गुनाह, दुनिया चाहने वालों का अन्जाम …
तारीख: हज़रत नूह (अ.स), अल्लाह की कुदरत : बादल, एक फ़र्ज़: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, अहेम अमल : शुक्रिया अदा करने की दुआ, एक गुनाह: झूटी गवाही शिर्क के बराबर …
तारीख: हज़रत इदरीस (अ.स) की दावत, मुअजिजा : अबू जहल पर खौफ, एक फ़र्ज़ : पर्दा करना फर्ज है, अहेम अमल : नमाज़े चाश्त की फ़ज़ीलत, कुफ्र व शिर्क का नतीजा
तिलावत ऐ कुरआन और जिक्रे इलाही की फ़ज़ीलत …
तारीख: हज़रत इदरीस, अल्लाह की कुदरत : चाँद का फायदा, एक फ़र्ज़ : पाँचों नमाजें अदा करने पर बशारत, अहेम अमल : माहे मुहर्रम में रोजे का सवाब, बिला शराब पीने का गुनाह …
तारीख: काबील और हाबील, अल्लाह की कुदरत : सूरज, एक फ़र्ज़ : दीन में नमाज़ की अहमियत, अहेम अमल : आशूरा के रोजे का सवाब, बिला ज़रूरत मांगने का वबाल …
तारीख: हज़रत आदम (अ.स) का दुनिया में आना, मुअजिजा : चाँद के दो टुकड़े होना, एक सुन्नत: मेजबान को दुआ देना, अहेम अमल : माहे मुहर्रम में रोजा रखना, यतीमों का माल खाने का गुनाह …
तारीख: हज़रत आदम (अ.स), अल्लाह की कुदरत : ज़मीन और उस की पैदावार, सुबह की नमाज़ अदा करने पर हिफाजत का जिम्मा, एक सुन्नत: पूरे सर का मसह करना, अहेम अमल : इस्लाम में बेहतर आमाल, गुनाह की वजह से रिज़्क से महरूमी …
तारीख: तातारी फ़ितना और आलमे इस्लाम, हुजूर (ﷺ) का मुअजिजा : रौशनी का तेज़ होना, एक फर्ज : नमाज़े जुमा के लिए जमात का होना, अहेम अमल : मोमिन की परेशानी में मगफिरत , एक गुनाह : बुरे कामों की सज़ा, नज़रे बद और शैतानी असर से हिफ़ाज़त …
इस्लामी तारीख : टीपू सुलतान की शहादत, मेरे नजदीक शेर की एक दिन की जिंदगी गीदड़ की सौ साला जिंदगी से बेहतर है। , अल्लाह की कुदरत: हवा में आवाज़, एक फर्ज : वालिदैन के साथ अच्छा बर्ताव करना …
हज़रत मौलाना जलालुद्दीन रूमी (रह.), सितारे, तकदीर पर ईमान लाना, खूशबू को रद नहीं करना चाहिए, हाजी से मुलाकात करना, मुसलमानों के क़त्ल में मदद करने की सज़ा , दुनिया से बे रग़बती पैदा करना …
Hadees of the Day
Mustawrid (R.A) se riwayat hai ki,
Rasool’Allah (ﷺ) ne farmaya :
“Duniya ki Misaal Aakhirat ke Muqable me Aisee hai Jaisey Tum me se koi Apni Ungli Samandar me Daley Phir Dekhey ki Kitna Paani Uski Ungli me Lagta hai.”
Hadees of the Day
Allah ke Rasool (ﷺ) ne farmaya:
“Jannat mein Ek Kooda Rakhne Jitni Jagah Duniya aur is mein Jo kuch hai, Sab se Behtar hai.”
कायनात की पैदाइश और पहला इंसानQasas ul Anbiya: Part 1 ۞ बिस्मिल्लाहिररहमानिरहीम ۞ तम्हीद ………. कुरआन पाक इन तारीख़ी वाक़ियों … Read More
Hadees of the Day
Anas (R.A) se riwayat hai ke, Nabi-e-Kareem (ﷺ) ne farmaya:
❝4 Cheeze badnaseebi ki pehchan hai; (1) Aankho ka khushk hona, (2) Dil ka Sakht hona, (3) Ummidon ka lamba hona, (4) Dunia ki hirs wa lalach ka hona .❞
۞ QAUL-E-MUBARAK ۞
Umar Bin Abdul Aziz (R.A.) farmate hai,
“Agar Duniya me Neymate Bagair Aazmayish aur Takleef Ke Hoti tou Duniya hi Jannat hoti.”
वफ्दे नजरान की मदीने में आमद, मुअजिजा: आँख की रोशनी का तेज होना, नमाज़ दीन ऐ इस्लाम का सुतून है, बीमार पुरसी के वक़्त की दुआ, अल्लाह के लिये अपने भाई की जियारत करना, कंजूसी करने का गुनाह, दुनिया की चीजें चंद रोजा हैं, मोमिन के साथ क़ब्र का सुलूक, दिल की कमज़ोरी का इलाज, छह चीजों की जमानत: जब बात करो तो सच बोलो …
गज्व-ए-तबूक, मुंह में रतूबत (थूक), मय्यित का कर्ज उसके माल से अदा करना, कसरत से इस्तिग़फार करने की सुन्नत, अपने अख़्लाक़ दुरूस्त करने की फ़ज़ीलत, किसी के सतर को देखने का गुनाह, माल जमा करने का नुकसान, परहेज़गारों की नेअमत, मिस्वाक के फवाइद, सुबह शाम खूब ज़िक्रे इलाही किया करो …
۞ Bismillah-Hirrahman-Nirrahim ۞ Hazrat Isa (Alaihi Salaam) ne kaha – Beshaq Allah Hi Mera aur Tumhara Rab hai Isliye Usi … Read More
सफा पहाड़ पर इस्लाम की दावत, रेडियम में अल्लाह की कुदरत, हज किन लोगों पर फर्ज है ?, गुस्ल करने का सुन्नत तरीका, नर्म मिज़ाजी इख्तियार करना, सूद खाने का अजाब, दुनिया के पीछे भागने का वबाल, जहन्नम का जोश, अगर कोई फासिक खबर लाये तो तहक़ीक़ किया करो …
मक्का में बुत परस्ती की इब्तेदा, शौहर का हक अदा करना, डर और घबराहट की दुआ, दोस्तों और पड़ोसियों से अच्छा सुलूक करना, कम दर्जे वाले जन्नती का इनाम, दुनिया से बेरग़बती और आखिरत की रगबत के लिये …
इस्लामी तारीख: हारूत व मारूत, एक फर्ज: नमाज़ के लिये मस्जिद जाना, सज्दा-ए-तिलावत की दुआ, कसरत से सज्दा करने की फ़ज़ीलत, हराम चीज़ों का बयान, कयामत के दिन के सवालात …
नमाज छोड़ने का नुकसान, मुसीबत या खतरे को टालने की दुआ, मस्जिदे नबवी में चालीस नमाज़ों का सवाब, तकब्बुर से दिल पर मुहर लग जाती है, आखिरत के मुकाबले में दुनिया से राजी होने से बचना, मोमिनों का पुल सिरात पर गुजर …
(1). आमुल हुज़्न (ग़म का साल), (2). समुन्दरी मछली, (3). सच्ची गवाही देना, (4). बैतुल खला जाने का तरीका, (5). अपने घर वालों को खिलाना पिलाना, (6). एक गुनाह : शिर्क और कत्ल करना, (7). दुनिया में उम्मीदों का लम्बा होना, (8). नेक अमल करने वालों का इनाम, (9). हर मामले में इंसाफ करो …
1. मुहर्रमुल हराम हलाल और हराम को समझो दुनिया पर राजी होना आखिरत के अमल से दुनिया हासिल करना काफिरों … Read More
۞ Bismillah-Hirrahman-Nirrahim ۞ अल्लाह तआला कुरआन में फरमाता है: ❝ क्या तुम लोग आखिरत की ज़िन्दगी के मुकाबले दुनिया की … Read More