Tum Par Jo Museebat aati hai Wo Tumhare Hi Haatho Kamayi se Aati hai ♥ Bismillah-Hirrahman-Nirrahim ♥ “Aur Tum Par Jo Museebat Aati hai Wo Tumhare Hi Haatho ke Kiye huye Kaamo se Aati hai, Jabki Wo(Allah) Bahut se Gunaah Muaf Bhi Farma Deta hai.” [ Quran; Surah Ash-Shura; 42:30 ] ♥ बिस्मिल्लाह अर्रहमान निर्रहीम ♥ "और तुम पर जो मुसीबत आती है वह तुम्हारे अपने ही हाथों की करतूत से आती है, जबकि वह(अल्लाह) तुम्हारे बहुत से गुनाह मुआफ भी फरमा देता है" [ कुरान; सुरह अश-शुरा; 42:30 ] ♥ Bismillah-Hirrahman-Nirrahim ♥ "Whatever misfortune happens to you, is because on the things your hands have wrought, and for many (of them) He(Allah) grants…
नमाज़ गुनाहों को ऐसे ही खत्म कर देती है जिस तरह पानी गन्दगी को नमाज़ गुनाहों को ऐसे ही खत्म कर देती है जिस तरह पानी गन्दगी को ۞ हदीस: अल्लाह के रसूल (ﷺ) ने फ़रमाया: "नमाज़ गुनाहों को ऐसे ही खत्म कर देती है जिस तरह पानी मैल-कुचैल (गन्दगी) को खत्म कर देता है।" 📕 सुनन इब्ने माजाह; हदीस 1397
जमीन से पौधा उगाना अल्लाह की कुदरत Highlights • बीज का सख्त खोल: कुछ बीज इतने सख्त होते हैं कि उन्हें दांतों से भी तोड़ना मुश्किल होता है।• नर्म पौधे की ताकत: मिट्टी में दबा बीज सख्त खोल और ज़मीन को तोड़कर बाहर निकलता है।• कुदरत का सवाल: यह सख्त खोल कौन तोड़ता है और नाज़ुक पौधा ज़मीन से कैसे निकलता है?• क़ुरआन का जवाब: "अल्लाह ही बीजों और गुठलियों को तोड़ता है।"• अल्लाह की कुदरत: हर सख्त बीज से जीवन निकालने की शक्ति अल्लाह की महानता को दर्शाती है। “बीज को ज़मीन के अंदर दबा दिया जाता है, इस का खोल बहुत सख्त होता है, कुछ…
अल्लाह वालो की सिफत अल्लाह वालो की सिफत एक बार हज़रत उमर (रज़ियल्लाहु अनहु) बाज़ार में चल रहे थे। वह एक शख्स के पास से गूज़रे जो दुआ कर रहा था। "ऐ अल्लाह!! मुझे चन्द लोगों में शामिल कर।" "ऐ अल्लाह मुझे चन्द लोगों में शामिल कर।" उमर (रज़ियल्लाहु अन्हु) ने उससे पूछा। "यह दुआ तुमने कहां से सीखी?" वह बोला, अल्लाह की किताब से। अल्लाह ने क़ुर्आन मे फरमाया है। "और मेरे बन्दों में सिर्फ चन्द ही शुक्र गुज़ार हैं" 📕 अल्-कुरआन ३४:१३ हज़रत उमर (रज़ियल्लाहु अनहु) यह सुन कर रो पडे और अपने आपको यह नसीहत करते हूए बोले, "ऐ उमर!! लोग…
तलाक, हलाला और खुला की हकीकत (Triple Talaq & Halala) • तलाक की हकीकत: पति पत्नी में अगर किसी तरह भी निबाह नहीं हो पा रहा है तो अपनी ज़िदगी जहन्नम बनाने से बहतर है कि वो अलग हो कर अपनी ज़िन्दगी का सफ़र अपनी मर्ज़ी से पूरा करें इसी को तलाक कहते है जो कि इंसान होने के नाते उनका हक है, इसी लिए दुनियां भर के कानून में तलाक़ की गुंजाइश मौजूद है। और इसी लिए पैगम्बरों के दीन (धर्म) में भी तलाक़ की गुंजाइश हमेशा से रही है। यूं तो तलाक़ कोई अच्छी चीज़ नहीं है और सभी लोग इसको ना पसंद करते हैं इस्लाम में भी…
बदन में एक गोश का टुकड़ा है जब वो दुरुस्त होगा तो सारा बदन दुरुस्त होगा: हदीस हदिस: दिल के कैफ़ीयत की अहमियत नुमान बिन बशीर (र.अ.) से रिवायत है के, मैंने रसूलअल्लाह (ﷺ) से सुना की, "सुन लो ! बदन में एक गोश का टुकड़ा है जब वो दुरुस्त होगा तो सारा बदन दुरुस्त होगा और अगर वो बिगड़ गया तो सारा बदन बिगड़ गया और वो तुम्हारा दिल है।" 📕 सहीह अल बुखारी, हदीस: 52
इश्क क्या है? इश्क क्या है? एक आलिम से पूछा गया इश्क क्या है? तो आलिम ने जवाब में कहा: "ये इश्क़ वो बीमारी है उन दिलों की जो अल्लाह के ज़िक्र से गाफ़िल हो गए है तो अल्लाह तआला ने सज़ा के तौर पे उनको अपने इलावा किसी और मखलुख का गुलाम बना दिया है।" 📕 बुजुर्गाने दींन के अक़वाल
दुनिया की चीजें खत्म होने वाली हैं दुनिया की चीजें खत्म होने वाली हैं कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “जो कुछ तुम्हारे पास (दुनिया में) है वह (एक दिन) खत्म हो जाएगा और जो अल्लाह तआला के पास है वह हमेशा बाकी रहने वाली चीज़ है।” 📕 सूरह नहल: ९६
Kunde ki Niyaz : कुंडे के नियाज़ की हकीकत (रजब के कुंडे) Kunde ki Niyaz: कुंडे की नियाज़ की हकीकत 22 रज्जब को बर्रे सगीर (हिन्दुस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश) में एक दिन मनाया जाता है, जिसे हम “ कुंडे की नियाज ” या “ कुंडे की ईद ” के नाम से जानते हैं। तो बेहरहाल आईये इसकी शराई हकीकत क्या है जानने की कोशिश करते हैं। दरहकीकत कुंडे के ईद की शरीयत में कोई असल या बुनियाद मौजूद नहीं है, इस तालुक से इमाम जाफर सादिक (रहमतुल्लाहि अलैहि) का वाकिया बयान किया जाता है के इन्हे मनसुब या इन्ही के इसाले सवाब के लिए नजरो नियाज इस दिन किया जाता है। आईये अब गौर करते हैं इसकी हकीकत क्या…
शराब से बचो वो हर बुराई की चाबी है: हदीस शराब हर बुराई की चाबी है अल्लाह के अंतिम पैगम्बर (ﷺ) ने फ़रमाया : "शराब से बचो इसलिए क्यूंकि वो हर बुराई की चाबी है।" 📕 मुस्तदरक, हदीस: ७३१३
दिखावे के काम करने वाले का अंजाम दिखावे के काम करने वाले का अंजाम नबी करीम (ﷺ) ने फरमाया: ❝ जो लोगों को दिखलाने और शोहरत के लिए (खैर के) काम करेगा तो अल्लाह सुब्हानहु क़यामत के दिन उसकी रियाकारी का हाल लोगों को सुना देगा। ❞ 📕 सही बुखारी, हदीस 7152