۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞
आज का सबक
“तुम खुले गुनाहों से भी बचो और छिपे गुनाहों से भी, जो लोग गुनाह कमाते हैं वे अपनी इस कमाई का बदला पाकर रहेंगे।“
۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞
“तुम खुले गुनाहों से भी बचो और छिपे गुनाहों से भी, जो लोग गुनाह कमाते हैं वे अपनी इस कमाई का बदला पाकर रहेंगे।“
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