क़यामत के दिन इन्सान के आज़ा की गवाही

कुरआन में अल्लाह तआला फरमाता है:

“जिस दिन अल्लाह के दुश्मन (यानी कुफ्फार) दोज़ख की तरफ जमा (करने के मौकफ में) लाएंगे,
फिर वह रोके जाएँगे (ताके बाकी आजाएँ) यहाँ तक के जब वह उसके करीब आजाएँगे तो उनके कान, उनकी आँखें और उनकी खाल, उनके खिलाफ उन के किये हुए आमाल की गवाही देंगी।”

📕 सूरह फुसिलत: १९ ता २०

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