Highlights
• चेहरे की रौनक: नाक के द्वारा चेहरे की सुंदरता और खुशनुमा रूप में वृद्धि होती है।
• महसूस करने की ताकत: नथनों में सूंघने की शक्ति होती है, जिससे हम खाने-पीने की चीजों की गुणवत्ता का तुरंत पता लगा सकते हैं।
• ताजा हवा की अहमियत: नाक ताजा हवा को सूंघकर दिल की गिजा और शरीर के अंदरूनी तापमान को बनाए रखती है।
• कुदरत का करिश्मा: यह अद्भुत व्यवस्था केवल अल्लाह की कुदरत से संभव है।
• आध्यात्मिक सोच: यह सोचने पर मजबूर करता है कि इस नायाब तंत्र को बनाने वाला वही है, जो हर छोटे से छोटे तत्व का मालिक है।
नाक – कुदरते इलाही की निशानी
अल्लाह तआला ने इंसान के चेहरे पर नाक बनाई जिस से चेहरे की रौनक बढ़ जाती है और चेहरा खूबसूरत व खुशनुमा मालूम होता है।
फिर उस में अल्लाह ने दो नथने बनाए उनमें कुव्वते हास्सा और शाम्मा (महसूस करने और सूंघने की ताकत) रख दी जिससे नाक खाने पीने की चीजों की बू सूंघ कर फौरन कैफियत का पता लगा देती है।
यही नाक ताजा हवा को भी सूंघती है, जो दिल की गिजा है जिस से अन्दरून की हरारत बरकरार रहती है।
गौर तो करो, यह सारा निजाम किसने बनाया है ?
बेशक उसी अल्लाह ने बनाया है जो जर्रे जर्रे का अकेला मालिक है।
और पढ़े: