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इस्लाम धर्म कितना पुराना है? जानिए इसकी उत्पत्ति और सत्य
इस्लाम को अक्सर 1400 वर्ष पुराना धर्म माना जाता है, जिसे पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने शुरू किया। लेकिन क्या यह पूरी सच्चाई है? वास्तव में, इस्लाम की जड़ें मानवजाति के इतिहास जितनी प्राचीन हैं। आइए, इस्लाम की उत्पत्ति, इतिहास और सत्य को सरल और आकर्षक तरीके से समझें।
इस्लाम की शुरुआत: कितनी पुरानी है?
कुरान के अनुसार, इस्लाम की शुरुआत हजरत आदम (अलैहिस्सलाम), यानी पहले इंसान, से हुई। इसका मतलब है कि इस्लाम उतना ही पुराना है जितना मानवजाति का अस्तित्व। कुरान में हजरत इब्राहिम (अलैहिस्सलाम), जो लगभग 4000 वर्ष पहले हुए, को भी “मुस्लिम” कहा गया है। इस्लाम का अर्थ है ईश्वर के प्रति पूर्ण समर्पण और शांति, जो हर युग में मानवता की जरूरत रहा है।
इस्लाम का दावा है कि यह सनातन धर्म है, जो हमेशा से एकेश्वरवाद (तौहीद) पर आधारित रहा। पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) इसके संस्थापक नहीं, बल्कि अंतिम ईशदूत थे, जिन्होंने इस्लाम को पूर्णता दी।
इस्लाम का इतिहास: एक नजर में
- हजरत आदम (अलैहि॰) से शुरूआत: इस्लाम का मूल सिद्धांत एकेश्वरवाद प्रथम मानव से चला आ रहा है।
- हजारों पैगंबर: कुरान में 26 पैगंबरो के नाम हैं, लेकिन असंख्य ईशदूत विभिन्न युगों में आए, जो इस्लाम का संदेश लाए।
- हजरत इब्राहिम (अलैहि॰) का योगदान: उनकी कब्र, जो जेरूसलम में है, 3000 वर्ष पुरानी है, जो इस्लाम की प्राचीनता को दर्शाती है।
- पैगंबर मुहम्मद (सल्ल॰) का युग: 7वीं शताब्दी में इस्लाम को अंतिम और पूर्ण रूप मिला।
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Courtesy: Valerio Berdini
इस्लाम क्या है?
इस्लाम सिर्फ एक धर्म नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है। कुरान के अनुसार:
- विशुद्ध एकेश्वरवाद: केवल एक ईश्वर (अल्लाह) की उपासना।
- शांति और समर्पण: ईश्वर के प्रति समर्पण से शांति की प्राप्ति।
- मानवता की जरूरत: नैतिकता, आध्यात्मिकता और शांति हर युग में जरूरी रही।
कुरान कहता है कि इस्लाम ही वह “दीन” (धर्म) है, जिसे हर पैगंबर ने प्रचारित किया। इसे बांटना या बदलना सत्य के खिलाफ है।
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गलतफहमी: इस्लाम केवल 1400 वर्ष पुराना?
कई लोग मानते हैं कि इस्लाम की शुरुआत 610 ईस्वी में पैगंबर मुहम्मद से हुई, इसलिए यह केवल 1400 वर्ष पुराना है। यह गलतफहमी 18वीं-19वीं सदी में यूरोपीय साम्राज्यवादियों द्वारा फैलाई गई। उन्होंने इस्लाम को “मुहम्मडनिज्म” और मुस्लिमों को “मुहम्मडन्स” कहकर यह धारणा बनाई कि पैगंबर मुहम्मद इसके संस्थापक थे।
हालांकि, न कुरान, न हदीस, न ही इस्लामी साहित्य में ऐसा कोई उल्लेख है। पैगंबर मुहम्मद ने खुद को इस्लाम का संस्थापक नहीं, बल्कि अंतिम दूत बताया। इस्लाम का इतिहास मानवजाति जितना पुराना है।
इस्लाम की प्राचीनता का सबूत
- कुरान का दावा: इस्लाम प्रथम मानव हजरत आदम (अलैहि॰) से शुरू हुआ।
- ऐतिहासिक साक्ष्य: हजरत इब्राहिम (अलैहि॰) की 3000 साल पुरानी कब्र इसका प्रमाण है।
- पैगंबरों की श्रृंखला: हजारों वर्षों तक ईशदूत इस्लाम का संदेश लाते रहे।
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निष्कर्ष
इस्लाम कोई नया धर्म नहीं, बल्कि मानवजाति का सनातन धर्म है, जो हजरत आदम (अलैहि॰) से शुरू होकर पैगंबर मुहम्मद (सल्ल॰) तक चला। यह एकेश्वरवाद, शांति और नैतिकता का संदेश देता है। गलतफहमियों को दूर कर, हमें इस्लाम की प्राचीनता और सत्य को समझना चाहिए।
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