डर और घबराहट की दुआ
एक शख्स ने हुज़ूर (ﷺ) से डर और वहेशत की शिकायत की तो आप (ﷺ) ने फ़रमाया: यह पढ़ो –
فَتَعَالَى اللَّهُ الْمَلِكُ الْحَقُّ ۖ لَا إِلَٰهَ إِلَّا هُوَ رَبُّ الْعَرْشِ الْكَرِيمِ
(फ़ताआला अल्लाहु अलमालिकु अलहक़्क़ु ला इलाहा इल्ला हुवा रब्बू अलअर्शी अलक़रीमी)
तर्जमा: उस मुकद्द्स बादशाह की पाकी बयान करता हूँ जो फरिश्तों और रूह का रब है उसकी इज़्ज़त व ज़बरूत से ज़मीन व आसमान रौशन हैं।
📕 क़ुरआन 23:116, मुअजमे कबीर, लित्तबरानी: ११५६
Dil mein bht zyada ghabrahat hona Bina baat k or har waqt hona ,raat ko uth uth kar baith jana,neend na aana,har waqt ak khauf mein rehna ,Aisa lagna jaise jism k ander koi or insan v hain Jo mujhe har waqt kuch na kuch keh raha hain …..
Isse bachne ki dua batae
Asslamu Alaikum,
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Adv Faiz Sayed:
Islamic Research Center (Aurangabad)