फकीरी और कुफ्र से पनाह मांगने की दुआ रसूलुल्लाह (ﷺ) इस दुआ को पढ़ कर कुफ्र और फक्र से पनाह मांगते: तर्जमा : ऐ अल्लाह ! मैं कुफ्र,फक्र व फाका और कब्र के अज़ाब से तेरी पनाह चाहता हूँ। 📕 नसई:५४६७,अन मुस्लिम
अल्लाह को छोड़ कीसी को ना पुकारना ... ۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ “और अल्लाह को छोड़ ऐसी चीज़ को ना पुकारना जो ना तुम्हे नफा पहुँचा सकती हैं ना ही नुक़सान।" 📕 सूरह युनुस 10:106 Read More: Nazar ki Dua : नज़रे बद कि दुआ | बुरी नज़र से बचने और नज़र दूर करने की दुआएँ Allah kisi Shakhs ko uski Taqat se Zyada nahi Aazmata …
पुरे यकींन से दुआ करो रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : "तुम अल्लाह तआला से ऐसी हालत में दुआ किया करो के तुम्हें कुबूलियत का पूरा यकीन हो और यह जान रखो के अल्लाह तआला गफलत से भरे दिल की दुआ कबूल नहीं करता।” 📕 तिर्मिजी: ३४७९
मुसीबत के वक्त की दुआ जब कोई मुसीबत पहुँचे या उसकी खबर आए, तो यह दुआ पढ़ेः “इन्ना लिल्लाहि व इन्ना इलाही राजिऊन” तर्जमा : हम सब (मअ माल व औलाद हकीक़त में) अल्लाह तआला ही की मिल्कियत में है और मरने के बाद) हम सब को उसी के पास लौट कर जाना है। 📕 सूर-ए-बकरह: १५६
क़यामत की रुसवाई से बचने की दुआ कयामत के दिन जिल्लत व रुसवाई से बचने के लिए इस दुआ का एहतमाम करना चाहिए: رَبَّنَا وَآتِنَا مَا وَعَدتَّنَا عَلَىٰ رُسُلِكَ وَلَا تُخْزِنَا يَوْمَ الْقِيَامَةِ ۗ إِنَّكَ لَا تُخْلِفُ الْمِيعَادَ तर्जमा : ऐ हमारे परवरदिगार! तूने जो अपने रसूलों से वादा किया है, वह हमें अता फर्माइये और कयामत के दिन हमें रुसवा न कीजिए बेशक तू वादा खिलाफ़ी नहीं करता। 📕 सूर-ए-आले इमरान: १९४
मुसीबत या खतरे को टालने की दुआ जब किसी मुसीबत या बला का अंदेशा हो, तो इस दुआ को कसरत से पढ़े: “हमारे लिए अल्लाह काफ़ी है और वह बेहतरीन काम बनाने वाला है, हम उसी पर भरोसा करते हैं।” 📕 तिर्मिज़ी : २४३१, अन अबी सईद खुदरी (र.अ)
कब्र के जियारत की दुआ रसूलुल्लाह (ﷺ) सहाब-ए-किराम को जियारते कुबूर (क़ब्र के जियारत) की यह दुआ सिखाते थे: اَلسَّلَامُ عَلَیْکُمْ اَھْلَ الدِّیَارِ مِنَ الْمُؤْمِنِیْنَ وَالْمُسْلِمِیْنَ ،وَاِنَّااِنْ شَآئَ اللّٰہُ بِکُمْ لَلاَحِقُوْنَ أَسْأَلُ اللّٰہَ لَنَا وَلَکُمُ الْعَافِیَةَ۔ Assalamualaikum ya ahlad diyaar minal mu’mineena wal muslemeen.wainna insha allahu bikum lahiqoon.asalullahu lana walakumul aafiya. तर्जमा : सलाम हो तुम पर ऐ इस इस बस्ती के मोमिनो और मुसलमानो ! और हम भी इन्शाअल्लाह तुम्हारे साथ मिलने वाले हैं, हम अपने और तुम्हारे लिये अल्लाह से आफियत चाहते हैं। 📕 मुस्लिम : २२५७, अन बुरैदा (र.अ)
Attahiyat in Hindi | अत्तहिय्यात (तशहहुद) Attahiyat in Hindi | तशहुद (अत्तहियात) : अत्तहिय्यातु लिल्लाहि वस्सलवातु वत्तय्यिबातु अस्सलामु अल-क अय्युहन-नबिय्यु वरमतुल्लाहि व ब-र-कातुह ...
सोने के आदाब (सुन्नत) रसूलुल्लाह (ﷺ) जब सोने का इरादा करते तो अपने दाहने हाथ को दाहने गाल के नीचे रख कर सोते फिर तीन बार यह दुआ पढ़ते : (Allahumma qinee 'adhabaka yawma tab'athu 'ibadaka) तर्जुमा: (ऐ अल्लाह! मुझे (उस दिन) अपने अ़ज़ाब से बचा, जिस दिन तू अपने बन्दों को उठायेगा। 📕 अबू दाऊद : ५०४५
बेचैनी की दुआ | Bechaini ki Dua 4 Bechaini ki Dua ❶ Allahu Allahu Rabbi laa ushriku bihi shai'an ❷ La ilaha illa anta subhanaka innee kuntu mina-zalimeen ...
अजान और इक़ामत के बिच में दुआ रद्द नहीं की जाती अजान और इक़ामत के बिच में दुआ ۞ हदीस : अल्लाह के नबी (ﷺ) ने फ़रमाया : “अजान और इक़ामत के बिच में दुआ रद्द नहीं की जाती, इसीलिए तुम दुआ करो।” 📕 मुसनदे अहमद, 13357
MD. Salim Shaikh
Assalamu Alaikum – I am Mohammad Salim Shaikh, founder of Ummat-e-Nabi.com, sharing authentic Islamic knowledge since 2010. My mission is to present the beauty of Islam in a simple and clear way through Qur’an and Hadith. Alhamdulillah, our Facebook page fb.com/UENofficial
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Dil mein bht zyada ghabrahat hona Bina baat k or har waqt hona ,raat ko uth uth kar baith jana,neend na aana,har waqt ak khauf mein rehna ,Aisa lagna jaise jism k ander koi or insan v hain Jo mujhe har waqt kuch na kuch keh raha hain …..
Isse bachne ki dua batae
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Mohammad Salim says:
Asslamu Alaikum,
❓Aapke Sawal Ya Masail Ka Hal Puche Aalim e Deen Se rabta kare:
📲 80-5545-5545
Adv Faiz Sayed:
Islamic Research Center (Aurangabad)
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