Category Archives: हुजूर (ﷺ) का मुअजिजा
हज़रत जाबिर (र.अ) के बाग़ की खजूरो में बरकत
हजरत जाबिर (र.अ) फरमाते हैं के मेरे वालिद जंगे उहुद में शहीद हो गए, लेकिन... [Read More]
नबी (ﷺ) का मोजिज़ा: उमैर और सफवान की साजिश की खबर देना
उमैर बिन वहब और सफवान बिन उमय्या खान-ए-काबा में बैठ कर बद्र के मकतूलीन पर... [Read More]
हुजूर (ﷺ) की दुआ की बरकत
एक मर्तबा रसूलुल्लाह (ﷺ) ने हज़रत अली (र.अ) को काज़ी बना कर यमन भेजा, तो... [Read More]
हराम लुकमे का गले से नीचे न उतरना
एक मर्तबा रसूलुल्लाह (ﷺ) किसी की नमाजे नजाजा पढ़ कर वापस आ रहे थे, रास्ते... [Read More]
हज़रत सअद (र.अ) के हक में दुआ
आप (ﷺ) ने हजरत सअद (र.अ) के हक में दुआ फरमायी : “ऐ अल्लाह !... [Read More]
थोड़ी सी खजूर में बरकत
हज़रत नोमान बिन बशीर (अ.स) की बहन बयान करती हैं के, खन्दक की खुदाई के... [Read More]
अरब के रास्तों के मुतअल्लिक़ पेशीनगोई
एक मर्तबा आप (ﷺ) ने अदी बिन हातिम (र.अ) से फर्माया : “ऐ अदी !... [Read More]
हुजूर (ﷺ) को गैबी मदद
सहाब-ए-किराम फर्माते हैं के हम एक सफर में अल्लाह के रसूल के साथ चार सौ... [Read More]
आँख की रोशनी का तेज होना
हज़रत आयशा (र.अ) फर्माती हैं के आप (ﷺ) अंधेरे में इस तरह देखते थे, जिस... [Read More]
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