औलिया अल्लाह | Allah ke wali (Aulia Allah)… औलिया अल्लाह Aulia Allah (Allah ke Wali) ki Pehchan aur Sifat बिस्मिल्लाहि र्रहमानि र्रहीम शुरू अल्लाह के नाम से जो बड़ा मेहरबान और बहुत रहम वाला है। सब तअरीफें अल्लाह तआला के लिए हैं। हम उसी का शुक्र अदा करते…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 33 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 33 पेज: 282 कुरैश की भारी फौज जब बद्र में मक्का वालों को हार का मुंह देखना पड़ा और उसकी खबर मक्का पहुंची, तो तमाम शहर में उदासी की घटा छा गयी। हर…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 1 ✦ अजीब रोशनी ✦ सीरीज सीरत-उन-नबी ﷺ की शुरूआत ✦ अरबों की ईद ✦ जमजम के करीब नाइला और आसफ का बूत ✦ बुतों का रुस्वा होकर गिर पड़ना ✦ मक्के पर अल्लाह का कहर ✦ काहिन अबरश ✦ दुनिया…
कुरआन में मानवता के लिए 99 सीधे आदेश ! जानिए जानिए ~ कुरआन में मानवता के लिए 99 सीधे आदेश। ۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ 1. बदज़ुबानी से बचो। (सूरह 3:159) 2. गुस्से को पी जाओ। (सूरह 3:134) 3. दूसरों के साथ भलाई करो। (सूरह 4:36) 4. घमंड से बचो। (सूरह 7:13)…
मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें… मुस्लिम बेहनों के लिए कुरआन सुन्नत से 50 नसीहतें बिस्मिल्लाहिरहमानिर्रहीम! अल्हम्दुलिल्लाह वस्सलातु वसल्लामु अला रसूलिल्लाहि (ﷺ) ऐ मुस्लिम बहन! मुस्लिम का मतलब होता है, अल्लाह का फर्माबरदार (आज्ञाकारी) होना. इस्लाम में यह ज़िम्मेदारी मर्द व औरत दोनों पर एक समान रूप से…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 30 https://www.youtube.com/playlist?list=PLqFqfE_wU2p6o-yao7hgl8YH54J1qoKQz Seerat un Nabi (ﷺ) Series: Part 30 बद्र की लड़ाई अबू सूफ़ियान ने मुसलमानों के आने की खबर सुन कर जमजम बिन अम्र को इसलिए मक्का भेजा था, ताकि वे उस की मदद के लिए आ जाएं। जमजम ने…
सिरतून नबी (ﷺ) सीरीज | Part 47 ✦ एहसान भुला देने का अंजाम, ✦ उऐना की दगाबाजी और गफारी औरत को अगवा करना, ✦ सुलह हुदैबियाँ , ✦ बैअते रिज्वान ...
ईसा (अलैहिस्सलाम) के जीवन की कुछ झलकियां ... Isa (Alaihay Salam) (ईसा : उन पर अल्लाह की शान्ती हो) को अल्लाह ने कुरआन मजीद में जो स्थान दिया है जो आदर-सम्मान दिया है, बिल्कुल वह इसके अधिकार तथा ह़कदार हैं और इस बात की पुष्टि बाइबल भी करता…
99 इल्म की बातें | कुरआन व हदीस की… हदीस की अच्छी-अच्छी बातें : अल्लाह की याद से अपने दिल को ताज़ा दम रखा कीजिए। इस लिए के खुदा की याद क़ुलूब के लिए इत्मिनान का जरिया है। (सूरह राअद 28)