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इन्ना लिल्लाही वा इन्ना इलाही राजिउन (Inna Lillahi Wa Inna Ilaihi Raji’oon) एक इस्लामिक अरबी वाक्यांश है, जिसका हिंदी अर्थ है:
“हम अल्लाह के हैं और हम उसी की ओर लौट कर जाने वाले हैं।”
यह आयत कुरआन की सूरह बकराह (2:156) में मौजूद है और आमतौर पर किसी दुखद घटना या मृत्यु के समय पढ़ी जाती है।
📖 इन्ना लिल्लाही वा इन्ना इलाही राजिउन – कुरान की आयत (Surah Al-Baqarah 2:156)
إِنَّا لِلّهِ وَإِنَّـا إِلَيْهِ رَاجِعُونَ
Inna Lillahi Wa Inna Ilaihi Raji’oon
इन्ना लिल्लाहि व इन्ना इलाही राजिउन
हिंदी अर्थ:
“हम तो अल्लाह के हैं और हम उसी की तरफ लौटकर जाने वाले हैं।”
📚 कुरआन में इसका संदर्भ | Quran Reference in Hindi
सूरह अल-बकराह, आयत 2:155-156 में अल्लाह तआला फरमाता है:
*”और निश्चित ही हम तुम्हें डर, भूख, धन, जीवन और फलों की कमी से आज़माएंगे। और (ऐ नबी!) आप उन लोगों को खुशखबरी दें जो सब्र करते हैं — जब उन्हें कोई मुसीबत पहुँचती है तो वे कहते हैं:
‘इन्ना लिल्लाहि व इन्ना इलाही राजिउन’
‘हम तो अल्लाह ही के हैं और हम उसी की ओर लौटने वाले हैं।’
ऐसे ही लोगों पर उनके रब की तरफ से रहमत और इनायतें हैं, और वही लोग सही मार्ग पर हैं।”*
📕 (सूरह अल-बकराह 2:155–156)
✨ Inna Lillahi Wa Inna Ilaihi Raji’oon कब पढ़ें?
- किसी की मृत्यु पर
- किसी मुसीबत या नुकसान के समय
- किसी प्राकृतिक आपदा या दुखद खबर पर
यह वाक्य न केवल धैर्य की मिसाल है, बल्कि यह इस्लामी विश्वास को भी दर्शाता है कि जीवन और मृत्यु अल्लाह के हाथ में है।
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