दहशत और आतंकवाद का कोई मजहब नही होता ,... *कोई दहशत हिन्दू दहशत नहीं होता... *कोई दहशत बुद्धिसम दहशत नहीं होता.. *कोई दहशत क्रिस्टियन दहशत नहीं होता ... और ना ही कोई - Islamic Terrorism इस्लामी दहशत होता है. - अगर ऐसा होता तो इसका मतलब होता - Islamic यानी "शांतिपूर्वक" और Terrorism मतलब "दहशत" .. जिसका मतलब होता है "शांतिपूर्वक दहशत" :) यह तो ऐसी ही बात हो गयी जैसे मै आपसे कहू - "लीजिये गरम Ice Cream" ,... *या ये कहा जाये के - "आजका सूरज बोहोत थंडा है !!!" :) - @[156344474474186:] *इसीलिए हमेशा याद रहे के - दहशत और आतंकवाद का कोई मजहब नही होता.…
काश ये इत्तेहाद हम'में पहले से होता ? "काश ये इत्तेहाद हम'में पहले से होता ,.. तो शाने-नबी में गुस्ताखी, किसी मरदूद की जुर्रत ना होती .. *ना करता अहानते रसूल की हिम्मत कोई ,.. गर मेरे नबी के अहसानों का इन्हें इल्म होता .. " * * * * * *मेरे अज़ीज़ भाइयो ,. - ये वक्त की जरुरत है - " जहालत का जवाब इल्म से देने की " - तो हमे बताइए - क्या ये वक्त नहीं के हम इमाम-उल-अम्बिया रसूल-ऐ-करीम (सलल्लाहो अलैहि वसल्लम) की सिरते-मुबारक लोगो में आम करे ? *अगर हां ! तो हमे जरुरत है के - - फिरकापरस्ती के तास्सुब से…
न्याय - इन्सान का हक़: # न्याय: - यह एक बहुत अहम अधिकार है, जो इस्लाम ने इन्सान को इन्सान होने की हैसियत से दिया है। कु़रआन में आया है कि: ♥ अल-कुरान: ‘‘किसी गिरोह की दुश्मनी तुम्हें इतना न भड़का दे कि तुम नामुनासिब ज़्यादती करने लगो’’ - [सुरह(5)माइदा:आयत:8] *आगे चलकर इसी सिलसिले में फिर फ़रमाया: ♥ अल-कुरान: ‘‘और किसी गिरोह की दुश्मनी तुम को इतना उत्तेजित न कर दे कि तुम इन्साफ़ से हट जाओ, (जबकि) इन्साफ़ करो, यही धर्म परायणता से क़रीबतर है’’ - [सुरह(5)माइदा:आयत:8] - मालूम हुआ कि आम इन्सान ही नहीं दुश्मनों तक से इन्साफ़ करना चाहिए। दूसरे शब्दों में…
Hadees: Logon ko Deen sikhaao aur aasaniya paida karo, tangi… Hadees of the Day Logon ko Deen sikhaao aur Aasania paida karo TRANSLITERATION Abdullah Ibne Abbas (R.A.) se riwayat hai ke,Allah ke Rasool (ﷺ) ne farmaya: "Logon ko Deen sikhaao aur aasaniya paida karo, tangi paida na karo." URDU لوگوں کو دین سکھاؤ اور آسانیاں پیدا کرو ، تنگی پیدا نہ کرو۔ HINDI लोगों को दीन सिखाओ और आसानियां पैदा करो, तंगी पैदा न करो। GUJARATI લોગોં કો દીન સિખાઓ ઔર અસાનિયા પૈદા કરો, તંગી પૈદા ન કરો. MARATHI लोकांना खरा धर्म दीन सांगत राहा, त्यात सहजता आणा, त्या धर्मात कुठल्याही अडचणी व अडथडे उत्पन्न करू नका. BENGALI লোকদের দ্বীন…
Qabar me kya hoga by Sister. Amtul Mateen https://www.youtube.com/watch?v=AO0v6dFz_Cc Qabr Ke Andar Kya Hota Hai, Maut Ke Baad Ki Zindagi, Marne Ke Baad Insaan Kahan Jata Hai, Mrityu Ke Baad Ki Duniya, Marne Ke Baad Aatma Kahan Jaati Hai, Marne Ke Baad Kya Hota Hai In Islam, Marne Ke Baad Ki Zindagi, Marne Ke Baad Kya Hoga Video Download, Maut Ke Baad Ka Manzar In Hindi , मौत के बाद क्या होता है
समाज में अमीरी और गरीबी क्यों ? अल्लाह ने रोज़ी का वितरण अपने (मर्जी) से रखा है, कुछ लोगों को अधिक से अधिक दिया तो कुछ लोगों को कम से कम, हर युग में और हर समाज में मालदार और गरीब दोनों का वजूद रहा है, सवाल यह है कि आखिर अल्लाह ने अमीरी और गरीबी की कल्पना क्यों रखी ? - इसका उत्तर यह है कि ऐसा अल्लाह ने बहुत बड़ी तत्वदर्शिता के अंतर्गत किया। ताकि एक वर्ग दूसरे वर्ग के काम आ सके, प्रत्येक की आवश्यकताएं एक दूसरे से पूरी होती रहें। अल्लाह ने फरमायाः ♥ अल-कुरान: "और एक को दूसरे पर प्रधानता प्रदान किया…
Safar aur Bimaari me Roz-Marra ki Ibadaton ka Sawaab ✦ Mafhum-e-Hadees: Ibrahim Abu Isma'il As-Saksaki (RaziAllahu Anhu) se riwayat hai ki Rasool'Allah (Sallallahu Alaihay Wasallam) ne farmaya ki: ❝Jab Banda Bimaar hota hai ya Safar karta hai tou uskey liye unn tamam Ibadaton ka Sawaab likha jata hai jinhe Sehat ke Waqt kiya karta tha.❞ 📕 Sahih Bukhari; Hadees no. 2996 ✦ हिंदी हदिस: इब्राहिम अबू इस्माईल अस-सक्सकी (रज़िअल्लाहु अन्हु) से रिवायत है कि रसूलअल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने फ़रमाया: ❝जब बन्दा बिमार होता है या सफ़र करता है तो उसके लिए उन तमाम इबादतों का सवाब लिखा जाता हैं जिन्हे वो सेहत के वक़्त किया करता था।❞ 📕 सहिह…
जब लोग अल्लाह और उसके रसूल के वादे का लिहाज नहीं करेंगे ... नबी-ऐ-करीम (ﷺ) फरमाते है: "जब लोग अल्लाह और उसके रसूल के वादे का पास (लिहाज) नहीं करेंगे, तो अल्लाह उनपर बैरुने दुश्मन को तसल्लुद कर देता है, और वो (बैरुने दुश्मन) इनकी सरवत का एक हिस्सा इनसे छीन लेता है।"📕 सुनन इब्न माजा, हदीस ३२६२ आज आलमे इंसानियत का यही हाल है के - नौउज़ुबिल्लाह! हमने अल्लाह और उसके रसूल (ﷺ) की इतनी नाफ़रमानी की है के अल्लाह ने हमपर ऐसे बैरुने दुश्मन को तसल्लुद किया के –- “कमाते हम है, तेल हम निकालते है लेकिन उसका भाव बैरुने मुल्क में बैठकर कोई और तय करता है।- हमारे रुपये (Currency)…
क़ुरआन में माता-पिता और सन्तान से संबंधित शिक्षाएं ♥ क़ुरआन (17:23,24) तुम्हारे रब ने फै़सला कर दिया है कि तुम लोग किसी की बन्दगी न करो मगर सिर्फ़ उस (यानी अल्लाह) की, और माता-पिता के साथ अच्छे से अच्छा व्यवहार करो। अगर उनमें से कोई एक या दोनों तुम्हारे सामने बुढ़ापे को पहुंच जाएं तो उन्हें (गु़स्सा या झुंझलाहट से) ‘ऊंह’ तक भी न कहो, न उन्हें झिड़को, बल्कि उनसे शिष्टतापूर्वक बात करो। और उनके आगे दयालुता व नम्रता की भुजाएं बिछाए रखो, और दुआ किया करो कि ‘‘मेरे रब जिस तरह से उन्होंने मुझे बचपने में (दयालुता व ममता के साथ) पाला-पोसा है, तू भी उन पर…
Har acchi baat sikhana aur har buri baat se rokna Sadqa hai Hadees of the Day Har acchi baat sikhana aur har buri baat se rokna Sadqa hai Abu Dharr (R.A) se riwayat hai ki kuch (Gareeb) Sahabi Allah ke Rasool (ﷺ) ke paas aaye aur arz kiya: "Ya RasoolAllah (ﷺ) ! maal wale sara sawab kama kar le gaye! isliye ki wo Namaz padhte hai jaisa ki hum namaz padhte hai aur Roza rakhte hai jaisa ki hum roza rakhte hai aur apne zyada maalo se Sadqa bhi detey hai. Tou aap (ﷺ) ne farmaya: Tumhare liye bhi tou Allah Subhanahu Ta'ala ne sadqe ka samaan kar diya hai.∗ Har Tasbeeh…
Ghusal kab Wajib ho Jata hai? https://www.youtube.com/watch?v=Lx7uLO4M4uw Ghusal kab farz hota hai Ghusl - Bathing kin kamo se Toot Jata Hai ? , Humpar Gusal kab Farz ho jata hai ?, Ghusl kaise tut'ta hai ?, Gusl ke Aqsaam kya hai ? #Keywords: Ghusl kab farz hota hai, ghusl kab karna chahiye, ghusl kab farz hai, ghusl kab farz hota hai aurat par, Ghusl kab wajib hota hai, gusal kab farz hota hai mard par, ghusl kab wajib hai, ghusl kab wajib, ghusl kab farz ho jata hai, ghusl kab farz hota hai in urdu pdf, ghusl kab farz hota hy, ghusl kab farz hota, ghusl…
जानिए! आपका बच्चा आपसे क्या चाहता है ? "आप माता-पिता बड़े “वह” हैं. छोटी गलतियों पर मुझे मारते पीटते रहते हैं बुरा भला कहते हैं दूसरों का गुस्सा भी मुझ पर निकालते हैं. - ऐसा करते हुए आप भूल जाते हैं कि आप भी कभी बच्चे थे. - मेरी इच्छा है कि आप अपने आप में परिवर्तन पैदा करें अपने क्रोध और भावनात्मक तरीके पर नियंत्रण रखें. - क्योंकि मुझे आपकी मदद, दोस्ती, प्यार और मार्गदर्शन की जरूरत है. - आइए एक दूसरे को समझने की कोशिश करते हैं ताकि हंसते मुस्कुराते और एक दूसरे को समझते हुए जिंदगी गुजा़री जा सके..." - (आपका बेटा / बेटी) 1.…
Insan Duniya me ess Qadar Mashghool hota hai ke ... Bujurgo ke Aqwaal Insan Duniya me ess Qadar Mashghool hota hai ke Hazrate Ali (RaziAllahu Anhu) farmate hai ke - Insan Dunia me Ess Qadar Mashghool hota hai ke,Usey Pata bhi nahi chalta keJis Kapde se Uska Kafan Ban'na hai Wo Bazar me aa chuka hai. 📕 Hazrate Ali (RaziAllahu Anhu) इंसान दुनिया में एस क़दर मशग़ूल होता है के उसे पता भी नहीं चलता केजिस कपडे से उसका कफन बनना है वो बाजार में आ चूका है। 📕 हजरत अली रजि०
Dilo ko bhi Jang(Rust) lag jata hai jo Mout ko Qasrat se… ✦ Roman Urdu Hadees ✦ Abdullah ibn Umar (RaziAllahu Anhuma) se Riwayat ki, Rasool'Allah (Sallallahu Alaihay Wasallam) ne Farmaya - "Inn Dilo me bhi Jang (Rust) lag jaati hai, Jis tarah lohe me paani lagne se jang lagti hai". Arz Kiya "Ya Rasool'Allah! Uski jila kis cheez se hogi? yaani dilo ka jung kaise door hota hai". Aap ﷺ ne Farmaya "Qasrat se Mout ko yaad karne aur Quraan-e-Kareem ki tilawat se." - (Shu’abul Iman, hadith: 1859) - (Musnad Shihab, hadith: 1179) ✦ हिंदी हदिस : दिलो को भी जंग लग जाता है ✦ अब्दुल्लाह इब्न उमर (रज़ी'अल्लाहू अन्हु) से रिवायत है की, रसूलअल्लाह…