एक आलिम से पूछा गया इश्क क्या है? तो आलिम ने जवाब में कहा:
“ये इश्क़ वो बीमारी है उन दिलों की जो अल्लाह के ज़िक्र से गाफ़िल हो गए है तो अल्लाह तआला ने सज़ा के तौर पे उनको अपने इलावा किसी और मखलुख का गुलाम बना दिया है।”
जानिए! आपका बच्चा आपसे क्या चाहता है ? "आप माता-पिता बड़े “वह” हैं. छोटी गलतियों पर मुझे मारते पीटते रहते हैं बुरा भला कहते हैं दूसरों का गुस्सा भी मुझ पर निकालते हैं. - ऐसा करते हुए आप भूल जाते हैं कि आप भी कभी बच्चे थे. - मेरी इच्छा है कि आप अपने आप में परिवर्तन पैदा करें अपने क्रोध और भावनात्मक तरीके पर नियंत्रण रखें. - क्योंकि मुझे आपकी मदद, दोस्ती, प्यार और मार्गदर्शन की जरूरत है. - आइए एक दूसरे को समझने की कोशिश करते हैं ताकि हंसते मुस्कुराते और एक दूसरे को समझते हुए जिंदगी गुजा़री जा सके..." - (आपका बेटा / बेटी) 1.…
इस्लाम कैसा इन्सान बनाता हैं? ..... इन्सान को अच्छा इन्सान बनाने की इस्लाम से बेहतर दूसरी कोर्इ व्यवस्था नही। इस्लाम मनुष्य को उसका सही स्थान बताता हैं, उसकी महानता का रहस्य उस पर खोलता हैं उसका दायित्व उसे याद दिलाता हैं और उसकी चेतना को जगाता हैं उसे याद दिलाता हैं कि उसे एक उद्देश्य के साथ पैदा किया गया हैं, निरर्थक नही। इस संसार का जीवन मौजमस्ती के लिये नही हैं। हमे अपने हर काम का हिसाब अपने मालिक को देना हैं। यहां हर काम खूब सोच-समझ कर करना हैं कि यहां हमारे कामो से समाज सुगन्धित भी हो सकता हैं ,..और हमारे दुष्कर्मो से…
हदीस क्या है ? हदिस का परिचय और हदीस पर अमल की जरुरत हदीस क्या है - हदिस का परिचय ? पवित्र क़ुरआन के बाद मुसलमानों के पास इस्लाम का दूसरा शास्त्र अल्लाह के रसूल मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) की कथनी और करनी है जिसे हम हदीस और सीरत के नाम से जानते हैं। हदिस की परिभाषाः हदीस का शाब्दिक अर्थ है: बात, वाणी और ख़बर। इस्लामी परिभाषा में ‘हदीस’ मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) की कथनी, करनी तथा उस कार्य को कहते हैं जो आप से समक्ष किया गया परन्तु आपने उसका इनकार न किया। अर्थात् 40 वर्ष की उम्र में अल्लाह की ओर से सन्देष्टा (नबी, रसूल) नियुक्त किए जाने…
अशरा ज़ुल हज की फ़ज़ीलत ~ क़ुरानो सुन्नत की रौशनी में अशरा ज़ुल हज की फ़ज़ीलत क़ुरानो सुन्नत की रौशनी में ۞ बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम ۞ तमाम तारीफे है अल्लाह सुब्हानहु तआला के लिए जो तमाम जहानों को बनाने वाला और उसे पालने वाला है और दुरूदो सलाम हो उसके आखरी नबी मुह्म्मदुर्रसूलुल्लाह सलल्लाहु अलैहि वसल्लम पर। 1. अशरा ज़ुलहिज्जा क्या है (तारुफ़ और इसकी अहमियत) ? ज़ुलहिज्जा हिजरी (इस्लामी) कैलेंडर का सबसे आखरी यानि १२ वा महीना है। और इस महीने के पहले १० दिनों को अशरा ज़ुलहिज्जा कहा जाता है। इस महीने को यह फ़ज़ीलत हासिल है कि इस्लाम के ५ सुतूनों (शहादत, नमाज़, रोज़ा, जकात और हज) में से एक…
NationalGirlChildDay : राष्ट्रीय बालिका दिवस और इस्लाम National Girl Child Day : राष्ट्रीय बालिका दिवस और इस्लाम National Girl Child Day राष्ट्रीय बालिका दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जो भारत में लड़कियों के अधिकारों और कल्याण के बारे में जागरूकता बढ़ाने का कार्य करता है। इस दिन जिन प्रमुख मुद्दों पर अक्सर प्रकाश डाला जाता है उनमें से एक है लड़कियों को महत्व देना और उनके साथ सम्मान और सम्मान के साथ व्यवहार करना। यह इस्लाम के संदर्भ में विशेष रूप से प्रासंगिक है, जहां कुरान और हदीस में बालिकाओं के मूल्य और महत्व पर जोर दिया गया है। लैंगिक भेदभाव के खिलाफ इस्लाम: पैगंबर मुहम्मद (उन…
न्याय - इन्सान का हक़: # न्याय: - यह एक बहुत अहम अधिकार है, जो इस्लाम ने इन्सान को इन्सान होने की हैसियत से दिया है। कु़रआन में आया है कि: ♥ अल-कुरान: ‘‘किसी गिरोह की दुश्मनी तुम्हें इतना न भड़का दे कि तुम नामुनासिब ज़्यादती करने लगो’’ - [सुरह(5)माइदा:आयत:8] *आगे चलकर इसी सिलसिले में फिर फ़रमाया: ♥ अल-कुरान: ‘‘और किसी गिरोह की दुश्मनी तुम को इतना उत्तेजित न कर दे कि तुम इन्साफ़ से हट जाओ, (जबकि) इन्साफ़ करो, यही धर्म परायणता से क़रीबतर है’’ - [सुरह(5)माइदा:आयत:8] - मालूम हुआ कि आम इन्सान ही नहीं दुश्मनों तक से इन्साफ़ करना चाहिए। दूसरे शब्दों में…
हज्जतुल विदा का ख़ुतबा: पैग़म्बर मुहम्मद (सल्ल॰) का विदायी अभिभाषण (इस्लाम में मानवाधिकार) हज्जतुल विदा का ख़ुतबा पैग़म्बर मुहम्मद (सल्ल॰) का विदायी अभिभाषण (इस्लाम में मानवाधिकार) पैग़म्बर मुहम्मद (सल्ल॰) ईश्वर की ओर से, सत्यधर्म को उसके पूर्ण और अन्तिम रूप में स्थापित करने के जिस मिशन पर नियुक्त किए गए थे वह 21 वर्ष (23 चांद्र वर्ष) में पूरा हो गया और ईशवाणी अवतरित हुई : ‘‘...आज मैंने तुम्हारे दीन (इस्लामी जीवन व्यवस्था की पूर्ण रूपरेखा) को तुम्हारे लिए पूर्ण कर दिया है और तुम पर अपनी नेमत पूरी कर दी और मैंने तुम्हारे लिए इस्लाम को तुम्हारे दीन की हैसियत से क़बूल कर लिया है...।’’ (कु़रआन, 5:3) पैग़म्बर मुहम्मद (सल्ल॰) ने हज…
क़सस उल अंबिया | 25+ नबियों के किस्से और वाक़ियात हिंदी में क़सस उल अंबिया अम्बिया अलैहि सलाम के वाक़ियात हिंदी में | आदम अलैहि सलाम से लेकर नबी सलल्लाहु अलैहि वसल्लम तक तफ्सीली जानकारी। क़सस उल अंबिया ~ Qasas ul Anbiya in Hindi कायनात की पैदाइश और पहला इंसान 1 तम्हीद 2 पहला इंसान 3 इल्मी बहसों से मुतालिक इस्लामी नुक्ता-ए-नज़र (दृष्टिकोण): हज़रत आदम अलैहि सलाम 1 आदम अलैहिस्सलाम की पैदाइश, फ़रिश्तों को सज्दे का हुक्म, शैतान का इंकार: 2 सज्दे से इन्कार करने पर इब्लीस का मुनाज़रा: 3 इब्लीस ने मोहलत तलब की: 4 आदम अलैहिस्सलाम और दूसरे फ़रिश्ते: 5 आदम अलैहिस्सलाम की खिलाफत – 6 आदम अलैहिस्सलाम की तालीम (इल्म का सिखाना) और फ़रिश्तों का इज्ज़ का इक़रार:…
141+ हदीस की अच्छी-अच्छी बातें | पैगम्बर हजरत मुहम्मद साहब (ﷺ) की शिक्षाओं की एक झलक हदीस की अच्छी-अच्छी बातें अल्लाह के आखरी पैगंबर मुहम्मद साहब (ﷺ) की शिक्षाओं की एक झलक हिंदी में। हदीस की अच्छी-अच्छी बातें संसार के विषय में | Best Islamic Quotes 1-10 1. समस्त संसार को बनाने वाला एक ही मालिक अल्लाह हैं। वह निहायत मेहरबान और रहम करने वाला है। उसी की ईबादत (पूजा) करो और उसी का हुक्म मानो। 2. मैं अल्लाह की ओर से संसार का मार्गदर्शक नियुक्त किया गया हूॅ। मार्ग दर्शन का कोई बदला तुमसे नही चाहता। मेरी बातें सुनों और मेरी आज्ञा का पालन करो। 3. अल्लाह ने इन्सान पर अनगिनत उपकार किए हैं। धरती…