फरिश्ते अल्लाह की मखलूक हैं
फरिश्ते अल्लाह तआला की मखलूक हैं, जो नूर से पैदा हुए हैं। वह हमारी नजरों से ग़ायब हैं। कभी अल्लाह की नाफरमानी नहीं करते। अल्लाह तआला ने उन को मुख्तलिफ कामों पर लगा रखा है, वह हर वक्त उन्हीं कामों में लगे रहते हैं।
फरिश्ते बेहिसाब हैं, उन की सही तादाद अल्लाह तआला ही को मालूम है, उन में चार फरिश्ते मशहूर व मुअक्कर हैं –
(१) हजरत जिब्राईल (अ.स.) जो अल्लाह की किताबें और अहकामात पैग़म्बरों के पास लाते थे।
(२) हजरत इसराफील (अ.स.) जो क़यामत में अल्लाह तआला के हुक्म से सूर फूंकेंगे।
(३) हजरत मीकाईल (अ.स.) जो बारिश का इन्तेजाम करने और मखलूक को रोज़ी पहुँचाने पर मुक़र्रर हैं।
(४) हजरत इज्राईल (अ.स.) जो मखलूक की जान निकालने पर मुक़र्रर हैं।
इसी तरह इन के अलावा भी बहुत सारे फरिश्ते हैं, जो अल्लाह तआला की हद व सना और उस की पाकी बयान करने में लगे रहते हैं।
📕 अल्लाह की कुदरत