कुछ दिनों पहले यूटूबर धुर्व राठी ने अपने एक वीडियो में नबी ﷺ के एक मोजज़े “शक्कुर कमर” यानी चाँद के २ टुकड़े होने के वाकिये को काल्पनिक कहा था, यानी उनके हीसाब से इस घटना (मोज़जे) का ऐतिहासिक और साइंटिफिक कोई सबुत नहीं।
तो बहरहाल आईये उनके जवाब के लिए जनाब ज़ैद पटेल साहब की इस मुख़्तसर सी वीडियो का मुताला करते है।
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