धोकेबाजी से सावधान रहें धोकेबाजी से सावधान रहें "झूठे वादे और चमक-धमक वाले उपहारों के द्वारा अनुचित कर्म करवाने का आह्वान करने वाले, दोस्त नहीं धोखेबाज हैं।" नकली संबंधों में अपनी गरिमा और जीवन का बलिदान न करें।
सब से बेहतरीन दवा रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “सबसे बेहतरीन दवा कुरआन है।” 📕 इब्ने माजा, हदीस: ३५३३ फायदा : उलमाए किराम फर्माते हैं के क़ुरआनी आयात के मफ़हूम के मुताबिक जिस बीमारी के लिए जो आयत मुनासिब हो, उस आयत को पढ़ने से इन्शा अल्लाह शिफा होगी और यह सहाब-ए-किराम का मामूल था।
Iddat meaning in Hindi | इद्दत किसे कहते है और इसकी मुद्दत कितनी होती है? इद्दत किसे कहते है | Iddat meaning in Hindi | इद्दत का मतलब है कि वह समय जब एक महिला के लिए दूसरा निकाह नहीं किया जा सकता, और ऐसा समय महिला पर दो कारणों से आता है, या तो उसका पति उसे तलाक दे, या फिर यह कि उसका पति इंतिक़ाल ...
क्या वह लोग नहीं देखते कि हर साल मुसीबत में मुबितला किए जाते हैं फिर भी ... हर साल मुसीबत में मुबितला किए जाते हैं - ۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ " क्या वह लोग (इतना भी) नहीं देखते कि हर साल एक मरतबा या दो मरतबा बला (मुसीबत) में मुबितला किए जाते हैं फिर भी न तो ये लोग तौबा ही करते हैं और न नसीहत ही मानते हैं" 📕 Surah Taubah 9:126 अल्लाह पर इमांन के बारे में पढ़े अल्लाह कौन है – अल्लाह का परिचय और विशेषताएं इस्लाम क्या है - इस्लाम का सक्षिप्त परिचय इस्लाम से पहले क्या था ? क़यामत क्या है और क्यों आएगी?
माँ बाप की नाफरमानी से बचो : क़ुरान हदीस की रौशनी में | Maa Baap ki Nafarmani se bachey ۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ अपने माँ बाप को उफ्फ तक न कहो: "और तुम्हारे रब ने फ़रमाया है की, उसके सिवा किसी की ईबादत ना करो और अपने माँ बाप के साथ भलाई करते रहो और अगर तुम्हारे सामने उनमें से एक या दोनों बुढ़ापे को पहुँच जाये तो उन्हे उफ़ भी न कहो और ना उन्हें झिड़को और उनसे अदब से बात करो और उनके सामने शफ़कत से आजज़ी के साथ झुके रहो और कहो की एह मेरे रब! जैसे उन्होंने मुझे बचपन से पाला है इसी तरह तू भी उन पर रहम फरमा।" 📕 सुरह बनी इसराईल 17:23-24 बाप…
दुनिया की चीजें खत्म होने वाली हैं दुनिया की चीजें खत्म होने वाली हैं कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “जो कुछ तुम्हारे पास (दुनिया में) है वह (एक दिन) खत्म हो जाएगा और जो अल्लाह तआला के पास है वह हमेशा बाकी रहने वाली चीज़ है।” 📕 सूरह नहल: ९६
तवक्कुल का मतलब: अल्लाह पर मुकम्मल भरोसा | Tawakkul meaning in Hindi तवक्कुल का मतलब: अल्लाह पर मुकम्मल भरोसा तवक्कुल (Tawakkul) का इस्लामी अक़ाइद में एक अहम तसव्वुर है, जो अल्लाह पर यकीन और भरोसे की अलामत है। हिंदी में, तवक्कुल का मतलब है "अल्लाह पर पूरा भरोसा और यकीन रखना।" ये यकीन की एक खास किस्म की हालत है, जो हमें हर हालात में पुरसुकून और साबित क़दम रहने की सीख देती है। तवक्कुल का मतलब और अहमियत तवक्कुल की तशरीह अरबी लफ्ज़ "तवक्कुल" का लफ़्ज़ी मतलब है "भरोसा करना" या "निर्भर करना।" इस्लामी अक़ाइद में, ये अल्लाह पर मुकम्मल यकीन और भरोसा रखने का जिक्र करता है, ये जानते हुए…
दुनिया में लगे रहने का वबाल दुनिया में लगे रहने का वबाल रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : "जो शख्स अल्लाह का हो जाता है तो अल्लाह तआला उस की हर जरूरत पूरी करता हैं और उस को ऐसी जगह से रिज्क देता हैं के उस को गुमान भी नहीं होता। और जो शख्स पूरे तौर पर दुनिया की तरफ लग जाता है, तो अल्लाह तआला उस को दुनिया के हवाले कर देते हैं।" 📕 कन्जुल उम्माल: ६२७०
Azan ke Baad ki Dua in Hindi । अज़ान के बाद की दुआं हिन्दी में। Azan ke baad ki Dua | अज़ान के बाद की दुआ | बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम | अल्लाहुम्मा रबी हाजिहिद दवातीत ताम मह वस सलातील काइमाह आति मुहम्म्दानिल वसीलता वल फ़ज़ीलता वब अस हु मकामम महमूदा अल्लाजी व अत्तह।
Attahiyat in Hindi | अत्तहिय्यात (तशहहुद) Attahiyat in Hindi | तशहुद (अत्तहियात) : अत्तहिय्यातु लिल्लाहि वस्सलवातु वत्तय्यिबातु अस्सलामु अल-क अय्युहन-नबिय्यु वरमतुल्लाहि व ब-र-कातुह ...
अल्लाह को छोड़ कीसी को ना पुकारना ... ۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ “और अल्लाह को छोड़ ऐसी चीज़ को ना पुकारना जो ना तुम्हे नफा पहुँचा सकती हैं ना ही नुक़सान।" 📕 सूरह युनुस 10:106 Read More: Nazar ki Dua : नज़रे बद कि दुआ | बुरी नज़र से बचने और नज़र दूर करने की दुआएँ Allah kisi Shakhs ko uski Taqat se Zyada nahi Aazmata …
दुनिया चाहने वालों का अन्जाम कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “जो कोई दुनिया ही चाहता है, तो हम उस को दुनिया में जितना चाहते हैं, जल्द देते हैं फिर हम उस के लिए दोजख मुकर्रर कर देते हैं, जिस में (ऐसे लोग कयामत के दिन) जिल्लत व रुसवाई के साथ ढकेल दिए जाएंगे।” 📕 सूर-ए-बनी इसराईलः १८
MD. Salim Shaikh
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