अल्लाह तआला बादलों के जरिये बारिश नाज़िल करता है और कभी उससे बिजली पैदा करता है, जिसकी आवाज़ में बड़ी गरज और सख्त कड़क होती है।
अल्लाह तआला ने इस बिजली में रौशनी और आवाज़ पैदा कर के अपनी कुदरत से रोशनी में इतनी तेज रफ्तारी पैदा कर दी के वह जमीन पर बिजली की आवाज़ से पहले पहुंच जाती है, फिर कभी इस बिजली को गिरा कर तबाही मचा देता है, गर्ज़ इन बादलों से बारिश और बिजली की गर्ज पैदा करना कुदरते खुदावन्दी का जबरदस्त नमूना है।
मुंह में रतूबत (थूक) Highlights • मुंह की रतूबत (थूक): खाना चबाने के दौरान पैदा होती है, जो हज्म में मदद करती है।• नॉर्मल रतूबत: हल्की रतूबत मुंह को सूखने से बचाती है और बात करने में सहायक होती है।• असंतुलन के प्रभाव: रतूबत की कमी से मुंह सूखने पर दम घुटने लगेगा, और अधिकता से बोलने और मुंह खोलने में कठिनाई होगी।• अल्लाह की कुदरत: खाना खाने के वक्त रतूबत की मात्रा बढ़ा देना और सामान्य स्थिति में उसे संतुलित रखना।• जीवन का संतुलन: यह अल्लाह की शक्ति है जो हर स्थिति में इंसान के लिए उपयुक्त व्यवस्था करती है। अल्लाह तआला ने…
च्यूंटी की दूर अन्देशी मैं अल्लाह की कुदरत Highlights • च्यूंटी की कुदरत: अल्लाह तआला ने च्यूंटी जैसी छोटी मख्लूक को भी अपनी गिजा जमा करने की विशेष हिकमत अता की है।• दूर अन्देशी: च्यूंटियाँ एक दूसरे की मदद करती हैं, गर्मी और सर्दी से बचने के लिए जरूरी वस्तुएं जमा करती हैं ताकि सुरक्षित रूप से अपने घरों में बैठकर खा सकें।• च्यूंटी की समझ: च्यूंटी को यह समझ और दूरअंदेशी कहां से मिली? यह अल्लाह की कुदरत का एक अद्भुत उदाहरण है। अल्लाह तआला की छोटी सी मख्लूक च्यूटी को देखो, कुदरत ने उस को अपनी गिजा जमा करने की कैसी हिक्मत सिखाई है, अपनी गिजा…
जमीन से पौधा उगाना अल्लाह की कुदरत Highlights • बीज का सख्त खोल: कुछ बीज इतने सख्त होते हैं कि उन्हें दांतों से भी तोड़ना मुश्किल होता है।• नर्म पौधे की ताकत: मिट्टी में दबा बीज सख्त खोल और ज़मीन को तोड़कर बाहर निकलता है।• कुदरत का सवाल: यह सख्त खोल कौन तोड़ता है और नाज़ुक पौधा ज़मीन से कैसे निकलता है?• क़ुरआन का जवाब: "अल्लाह ही बीजों और गुठलियों को तोड़ता है।"• अल्लाह की कुदरत: हर सख्त बीज से जीवन निकालने की शक्ति अल्लाह की महानता को दर्शाती है। “बीज को ज़मीन के अंदर दबा दिया जाता है, इस का खोल बहुत सख्त होता है, कुछ…
ज़बान दिल की तर्जमान है : अल्लाह की कुदरत Highlights • ज़बान की नेअमत: अल्लाह तआला ने इंसान को ज़बान जैसी महत्वपूर्ण नेअमत अता की, जिसके द्वारा न सिर्फ स्वाद का एहसास होता है, बल्कि दिल की भावनाओं को भी व्यक्त किया जाता है।• दिल की तर्जमानी: दिल में उठने वाली भावनाओं को ज़बान शब्दों में बदल देती है, जो दिमाग और दिल की कड़ी मेहनत का परिणाम होती है।• कुदरत की कारीगरी: अल्लाह तआला ने दिल, दिमाग और ज़बान को इस तरह से जोड़ा है कि वे एक-दूसरे से समन्वित होकर कार्य करते हैं। अल्लाह तआला ने हम को ज़बान जैसी नेअमत अता फरमायी। उस के जरिये जहाँ…
पहाड़ों में पानी का जखीरा पहाड़ों में भी अल्लाह तआला की अजीब व गरीब कुदरत कारफ़र्मा है, जब बारिश होती है तो पहाड़ों में पानी के जखीरे जमा हो जाते हैं, फिर थोड़ा थोड़ा कर के चश्मों, नहरों की शक्ल में पानी बहता है, इस तरह जमीन के दूर दराज के मक़ामात तक को सैराब करता है, बाज़ पहाड़ों पर बर्फ की शक्ल में पानी महफूज हो जाता है, जो सूरज की गरमी से बकद्रे जरूरत थोड़ा थोड़ा पिघल कर नदियों, नालों और नहरों में जाकर जमीन वगैरा को सैराब करता है और कहीं कहीं पहाड़ों पर बड़े बड़े हौज़ भी होते हैं, जिस में…
नींद का आना जब इन्सान दिन भर काम कर के थक जाता है, तो अल्लाह तआला उस की थकान दूर करने के लिये उस पर नींद तारी कर देता है, यह नींद उस के फिक्र व ग्रम को दूर कर के ऐसा सुकून व राहत का जरिया बनती है के दुनिया की कोई चीज उस का बदल नहीं बन सकती, फिर अल्लाह तआला ने यह नेअमत अमीर व ग़रीब, आलिम व जाहिल, बादशाह व फकीर हर एक को यकसाँ अता फरमा रखी है। और इस के लिये रात का वक़्त मुतअय्यन कर दिया है। अगर इन्सान को नींद न आए तो उस का…
इन्सान की पैदाइश तीन अंधेरों में Highlights • इंसान की तखलीक़: माँ के पेट में तीन अंधेरों में, बिना किसी रोशनी के, इंसान का निर्माण होता है।• अल्लाह की कुदरत: यह अद्भुत और जबरदस्त कुदरत का उदाहरण है, जहाँ अल्लाह तआला ने एक संकीर्ण और अंधेरी जगह में इंसान को पैदा किया।• कुदरत की बेमिसाल योजना: यह घटना यह साबित करती है कि अल्लाह की कुदरत के आगे किसी भी बड़ी मशीनी प्रक्रिया का कोई मुकाबला नहीं है। काइनात की सब से हसीन तरीन मख्लूख “इन्सान” जिस के लिये अल्लाह तआला ने इस कारखान ए आलम को वुजूद बख्शा है, उसकी तखलीख अल्लाह तआला जहाँ कर रहा हैं,…
बर्फीले पहाड़ों में अल्लाह की कुदरत Highlights • बर्फीले पहाड़ों का मौसम: ऊंचाई पर सूरज के करीब होने के बावजूद पहाड़ बर्फ से ढके रहते हैं।• सर्दी का असर: जितना ऊंचा जाते हैं, सर्दी उतनी ही ज्यादा महसूस होती है।• प्राकृतिक संतुलन: पहाड़ों की चोटी पर बर्फ का जमना और सर्द वातावरण बनाना अनोखी व्यवस्था है।• अल्लाह की अज़ीम कुदरत: ऊंचाई पर बर्फ का स्थायित्व अल्लाह की महानता का प्रमाण है।• सुभानअल्लाह: यह सब अल्लाह की बेहतरीन सृष्टि और कारीगरी का करिश्मा है। बाज़ ऊंचे इलाकों और बुलंद पहाड़ों पर सर्द मौसम की वजह से बर्फ जम जाती है और पहाड़ों की चोटी बर्फ से ढक…
बारिश में कुदरती निज़ाम अल्लाह तआला बादलों के जरिये इतनी बुलन्दी से बारिश बरसाता हैं के अगर वह अपनी रफ्तार में से ज़मीन पर गिरती तो जमीन में बड़े बड़े गढ़े हो जाते और तमाम जानदार, हैवानात, पेड़ पौधे, खेती-बाड़ी सब फ़ना हो जाते। लेकिन अल्लाह तआला ने फिजा में अपनी कुदरत से इतनी रुकावटें खड़ी कर दी हैं के तेज रफ्तार बारिश उनसे गुजर कर जब ज़मीन पर आती है तो इन्तेहाई धीमी हो जाती है, जिस से दूनिया की तमाम चीजें तबाह व बरबाद होने से महफुज हो जाती हैं। बेशक यह अल्लाह का कुदरती निजाम है जो बारिश को इतने अच्छे…
इंसान की हड्डियों में अल्लाह की कुदरत Highlights • हड्डियों का ढांचा: इंसान का शरीर हड्डियों के मजबूत ढांचे पर खड़ा है, जो भारी वजन सहन करने की क्षमता रखते हैं।• कूल्हे की हड्डी: कूल्हे की हड्डी 3000 किलो तक वजन उठाने की क्षमता रखती है, जो स्टील से भी ज्यादा मजबूत और लचीली होती है।• हड्डियों की लचक: हड्डियाँ स्टील से हल्की, लचीली और अधिक ताकतवर होती हैं, जो इंसान के लिए आरामदायक और सहनशील होती हैं।• स्टील से ज्यादा ताकत: हड्डियाँ स्टील से अधिक ताकतवर और लचीली होने के कारण इंसान को सक्षम बनाती हैं।• अल्लाह की कुदरत: यह अद्भुत ताकत और लचीलापन अल्लाह की…
बचाव की सलाहियत Highlights • जानवरों की सुरक्षा: अल्लाह ने हर जानवर को अपनी हिफ़ाज़त के लिए विशेष उपाय दिए हैं।• सींग का महत्व: बैल, भैंस, और बकरियों को सींग दिए गए हैं, जो उनकी रक्षा का साधन हैं।• जंगली जानवरों की रक्षा: हिरन, बारा सिंघा और गेंडे को ऐसे सींग दिए गए हैं जो उन्हें हमलावरों से बचाने में मदद करते हैं।• हिफ़ाज़त के तरीके: सभी जानवरों को अपनी रक्षा का तरीका सिखाना अल्लाह की कुदरत की बड़ी निशानी है।• अल्लाह की कुदरत: यह सुरक्षा और रक्षा के उपाय अल्लाह की महान कारीगरी और बुद्धिमत्ता को दर्शाते हैं। अल्लाह तआला ने हर…
अल्लाह तआला ने कलम को पैदा किया Highlights • अल्लाह तआला की सृष्टि: अल्लाह ने सबसे पहले क़लम को पैदा किया और उसे पूरी काइनात की तक़दीर लिखने का हुक्म दिया। • तक़दीर की तहरीर: क़लम ने क़यामत तक होने वाली तमाम घटनाओं को अल्लाह के हुक्म से पहले ही लिख दिया। • अल्लाह की अजीम कुदरत: अल्लाह ने मख्लूक़ की तक़दीर को ज़मीन और आसमान की पैदाइश से 50,000 साल पहले तय किया। अल्लाह तआला हमेशा से है और हमेशा रहेगा, हर चीज़ को अल्लाह तआला ही ने पैदा किया और एक दिन उसी के हुक्म से सारी काइनात खतम हो जाएगी। कुरअने पाक में अल्लाह…
शहद का कारखाना Highlights • शहद की मक्खी का हुनर: शहद की मक्खी फूलों से रस जमा करके छत्तों में सुरक्षित करती है।• छत्तों का निर्माण: मक्खी के बनाए हुए छत्तों में छोटे-छोटे खाने होते हैं, जिनके कोने समान होते हैं।• फलों का रस जमा करना: मक्खी उन खानों में फलों का रस लाकर जमा करती है।• कुदरत का इन्तेज़ाम: शहद का निर्माण और उसके सुरक्षित जमा करने का तरीका अल्लाह की अद्भुत कुदरत है।• अल्लाह की कुदरत: यह शहद के उत्पादन की प्रक्रिया अल्लाह की महानता और बुद्धिमत्ता को दर्शाती है। अल्लाह तआला ने अपनी कुदरत से इन्सानों की खिदमत के लिए…
रेशम के कीड़े में अल्लाह की क़ुदरत रेशम के कीड़े में अल्लाह की क़ुदरत अल्लाह तआला ने एक खास किस्म की तितली पैदा फ़रमाई है, उस के अंडों से रेशम के कीड़े निकलते हैं। यह दरख्तों के हरे भरे पत्तों को खाते रहते हैं और उन के मुंह से रेशम का बारीक और कीमती तार निकलता रहता है जिसे वह अपने बदन पर लपेटते रहते हैं। फिर उसके तार को गर्म पानी में डालते हैं और उसके रेशों से धागा तय्यार करके रेशम के कीमती कपड़े तय्यार करते हैं, जो बाजार में भारी कीमत में बिकते हैं। आखिर इस नन्हे से कीड़े को उम्दा रेशम तय्यार करने की सलाहियत…
बिजली कुंदना अल्लाह की कुदरत बारिश के आने से पहले आसमान पर तह ब तह बादल जमा होना शुरू हो जाते हैं, लेकिन अल्लाह की कुदरत का नजारा देखिये के इन बादलों में न कोई मशीन फिट होती है और न ही किसी किस का कोई जनरेटर लगा होता है। मगर इन घने बादलों में अल्लाह बिजली की ऐसी चमक और कड़क पैदा कर देता है के रात की तारीकी में भी उजाला फैल जाता है और कभी कभी इतनी सख्त गरज्ती और बिजली कुंदती है के दिलों में घबराहट और सारे माहौल में खौफ तारी हो जाता है। बेशक यह अल्लाह तआला की कुदरत की दलील…
MD. Salim Shaikh
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