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📿 अज़ान के बाद कौन सी दुआ पढ़नी चाहिए?
जब अज़ान पूरी हो जाती है, तो एक बहुत ही प्यारी दुआ है जिसे पढ़ना नबी ﷺ ने सिखाया है। यह दुआ पढ़ने से हमें क़यामत के दिन नबी ﷺ की शफाअत (सिफ़ारिश) नसीब होगी।
🌙 Azan ke Baad ki Dua in Arabic
اللَّهُمَّ رَبَّ هَذِهِ الدَّعْوَةِ التَّامَّةِ، وَالصَّلَاةِ الْقَائِمَةِ، آتِ مُحَمَّدًا الْوَسِيلَةَ وَالْفَضِيلَةَ، وَابْعَثْهُ مَقَامًا مَّحْمُودًا الَّذِي وَعَدْتَهُ
🕋 Azan ke Baad ki Dua in Hindi (उच्चारण सहित)
अल्लाहुम्मा रब्बा हाज़िहिद दावातित ताम्मह वस्सलातिल क़ायिमा, आति मुहम्मदनिल वसीलता वल फ़ज़ीलता, वबअसहू मक़ामं महमूदं अल्लज़ी वअद्तहू
📖 Roman English Transliteration
Allahumma Rabba hadhihid da’watit-tammah, was-salatil qa’imah, ati Muhammadanil wasilata wal fadilah, wab’ath-hu maqaman mahmudan alladhi wa’adtahu
📝 Azan ke Baad ki Dua ka Hindi Tarjuma
“ऐ अल्लाह! इस मुकम्मल पुकार (अज़ान) और क़ायम होने वाली नमाज़ के रब! मुहम्मद ﷺ को वसीला और फज़ीलत अता फ़रमा, और उन्हें वह मक़ामे महमूद अता फ़रमा जिसका तूने उनसे वादा किया है।”
📚 [सहीह बुखारी]
🌟 Fazilat (फजीलत): इस दुआ को पढ़ने का इनाम
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
“जो भी शख़्स ईमान और यक़ीन के साथ यह दुआ पढ़ेगा, उसे क़यामत के दिन मेरी शफाअत ज़रूर नसीब होगी।”
📘 [सहीह मुस्लिम]
🕊️ दुआ की अहमियत
इस दुआ को हर अज़ान के बाद ज़रूर पढ़ना चाहिए। यह सिर्फ एक दुआ नहीं, बल्कि रसूलुल्लाह ﷺ की उम्मत के लिए एक बहुत बड़ा तोहफ़ा है।
🤲 आख़िरी बात:
“अल्लाह तआला हम सब को अज़ान के बाद यह दुआ पढ़ने और उस पर अमल करने की तौफ़ीक़ अता फ़रमाए। आमीन!”