मुसलमानों पर कुफ्फार का जुल्म व सितम, मोजज़ा: दरख्त का आप (ﷺ) की खिदमत में आना, एक फर्ज: अमानत का वापस करना, एक सुन्नत: मोहताजगी व जिल्लत से पनाह माँगना, एक अहेम अमल: हलाल रोज़ी हासिल करना, किसी के वालिदैन को बुरा भला कहने का गुनाह …
कुफ्फार का हुजूर (ﷺ) को तकलीफें पहुंचाना, पत्तों में अल्लाह की कुदरत, इल्म हासिल करना जरूरी है, अमल : तहज्जुद की निय्यत कर के सोना, हराम माल से सदक़ा करने का गुनाह, दुनियावी ख्वाहिशों को पूरा करने का अंजाम …
रसूलुल्लाह (ﷺ) की चचा अबू तालिब से गुफ्तगू, नमाज़ छोड़ने पर वईद, नफा न पहुँचाने वाली नमाज़ से पनाह मांगना, अमल : जबान और शर्मगाह की हिफाजत करना, बुराई से न रोकने का वबाल, जख्म वगैरह का इलाज …
तारीख: पहली वही के बाद हुजूर (ﷺ) की हालत, हाथी में अल्लाह की क़ुदरत, कयामत के दिन सब से पहले नमाज़ का हिसाब, अमल : तीन आदमी अल्लाह की जमानत में है, जकात न देने का गुनाह, दुनिया को मक़सद बनाने का अंजाम …
(1). हिलफुल फुजूल, (2). बिजली की कड़क, (3). जमात से नमाज़ अदा करना, (4). तीन साँस में पानी पीना, (5). बीवियों के साथ अच्छा सुलूक करना, (6). अजनबी औरत से मिलना, (7). मौत और माल की कमी से घबराना, (8). नामा-ए-आमाल के साथ बुलाया जाएगा, (9). हर बीमारी का इलाज, (10). फिजूलखर्ची मत किया करो।
हुजूर (ﷺ) की पैदाइश के वक़्त दुनिया पर असर, एक फर्ज: सब से पहले नमाज़ का हिसाब होगा, एक सुन्नत: अच्छी मौत की दुआ, अल्लाह की दी हुई रोज़ी पर राज़ी रहने की फ़ज़ीलत, लड़की की पैदाइश को बुरा समझने का गुनाह, दुनिया का धोखा …
तारीख: रसूलुल्लाह (ﷺ) की मुबारक पैदाइश, अल्लाह की कुदरत : अबाबील परिन्दा, वालिदैन के साथ अच्छा बर्ताव करना, खुशी के वक्त सज्द-ए-शुक्र अदा करना, मुतल्लका / बेवा बेटी की कफालत की फजीलत …
तारीख: याजूज माजूज, अल्लाह की कुदरत : होंठ , वारिसीन के दर्मियान मीरास तक़सीम करना, तक़लीफ पर सब्र करना, बिला शरई उज्र के शौहर से तलाक़ मांगने का गुनाह …
तारीख: असहाबुल जन्नह (बाग़ वाले), जहन्नम के अज़ाब से बचने की दुआ, आँखों की बीनाई चले जाने पर सब्र करना, आँखों की बीनाई चले जाने पर सब्र करना, कम अज़ाब वाला दोज़खी …
तारीख: क़ौमे सबा, अल्लाह की कुदरत: जानदारों के जिस्म में जोड़, फर्ज: बाजमात इंशा और फज्र की नमाज़ पढ़ना, सुन्नत: खाने में ऐब न लगाना, अपने अज़ीज़ की वफात पर सब्र करना …
तारीख: असहाबुल क़रिया (बस्ती वाले), हुजूर (ﷺ) का मुअजिज़ा: जौ में बरकत, फर्ज: सज्द-ए-तिलावत अदा करना, सुन्नत: औलाद के लिये दुआ करना, दीन के खिलाफ साज़िश करने का गुनाह …
तारीख: हज़रत ईसा (अ.स) का आसमान से उतरना, अल्लाह की कुदरत: ज़मीन की कशिश, फर्ज: वालिदैन के साथ एहसान का मामला करना, सुन्नत: हर अच्छे कामों को दाहनी तरफ से करना, मोमिनीन के लिये मग़फिरत मांगने की फ़ज़ीलत …
इस्लामी तारीख: हज़रत ईसा (अ.स) के हालात, अल्लाह की कुदरत: छूई मूई का पौधा (शर्मीली), एक फर्ज: क़ज़ा नमाज़ों की अदाएगी, एक सुन्नत: घर के काम में हाथ बटाना, लानत वाले गुनाह …
इस्लामी तारीख: हज़रत ईसा (अ.स) की पैदाइश, एक फर्ज: बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, एक सुन्नत: मुसीबत से निजात की दुआ, अमल: मुलाक़ात के वक़्त सलाम व मुसाफा करना, क़ुरआन को छुपाने या बदलने का गुनाह …
इस्लामी तारीख: हज़रत मरयम (अ.स) की आज़माइश, अल्लाह की कुदरत: जिस्म में गुर्दे की अहमियत (Kidney), दरवाज़े पर सलाम करने की सुन्नत, अल्लाह के ज़िक्र की फ़ज़ीलत, मेहर अदा ना करने का गुनाह, मुत्तक़ी और परहेज़गारों का इनाम …
इस्लामी तारीख: हज़रत ज़करिया (अ.स), अस्र की नमाज़ की फज़ीलत, मेहमान का अच्छे अलफाज़ से इस्तिकबाल करना, पड़ोसी के साथ अच्छा सुलूक करना, रसूलल्लाह (ﷺ) की नाफ़रमानी करने का गुनाह, अल्लाह और उसके बन्दों के हुकूक …
इस्लामी तारीख: हज़रत ज़करिया (अ.स), अस्र की नमाज़ की फज़ीलत, मेहमान का अच्छे अलफाज़ से इस्तिकबाल करना, पड़ोसी के साथ अच्छा सुलूक करना, रसूलल्लाह (ﷺ) की नाफ़रमानी करने का गुनाह, अल्लाह और उसके बन्दों के हुकूक …
हज़रत उज़ैर (अ.स), सज्दा-ए-सहव करना, मोमिन के हक़ में दुआ, बरकत वाला निकाह, रसूलुल्लाह (ﷺ) के हुक्म को ना मानने का गुनाह,जनाज़े को दफ़नाने में देर ना करो …
हजरत यूनुस (अ.स), हुजूर (ﷺ) का मुअजिज़ा : थोड़े से पानी में बरकत, सब से पहले नमाज़ का हिसाब, गुनाहों से तौबा करने की दुआ, कुरआन को झुटलाने का गुनाह, छींक की दुआ और जवाब …
हज़रत दाऊद (अ.स) की नुबुव्वत व हुकूमत, अल्लाह की कुदरत : इन्सानी अक्ल, एक फ़र्ज़: वालिदैन के साथ अच्छा सुलूक करना, कुरआने करीम की तिलावत करने की फ़ज़ीलत, बीवियों के दर्मियान इन्साफ न करने का गुनाह …
हज़रत शमवील (अ.स.), हुजूर (ﷺ) का मुअजिज़ा : ऊँट का हुजूर की फर्माबरदारी करना, एक फर्ज: जमात से नमाज़ पढ़ने की ताकीद, एक अहम अमल : कुरआन को गौर से सुनना …
इस्लामी तारीख: हज़रत लुकमान हकीम, मुअजिज़ा: अरब के रास्तों के मुतअल्लिक़ पेशीनगोई, एक फ़र्ज़: जकात की फर्जियत, यतीम पर रहम करने की फ़ज़ीलत, नाफ़रमानों के माल व दौलत को न देखना …
हजरत अय्यूब (अ.स), कुदरत : परिन्दों का फिज़ा में उड़ना, एक फर्ज : अजाने जुमा के बाद दुनियावी काम छोड़ देना, सुन्नत : गुस्ल से पहले वुजू करना, मरीज़ के अयादत की फ़ज़ीलत …
हजरत शुऐब (अ.स) की दावत और कौम की हलाकत, मुअजिज़ा: कहत साली दूर होना – बारिश का बरसना, अल्लाह ही मदद करने वाला हैं, अच्छे काम करने पर सद्के का सवाब, कुफ्र की सज़ा जहन्नम …
हज़रत शुऐब (अ.स) और उन की कौम, कुदरत : कुतुब तारा (ध्रुव तारा / Polestar), एक फर्ज : इस्लाम में नमाज़ की अहेमियत, सुन्नत : बच्चों के सरों पर हाथ फेरना, शराबी की सजा – क़यामत में प्यासा उठेगा …
हजरत यूसुफ (अ.स) की नुबुय्वत व हुकूमत, मुअजिज़ा: सूखे थन का दूध से भर जाना, एक फ़र्ज़ : औलाद की मीरास में माँ बाप का हिस्सा, एक सुन्नत : परेशानी के वक्त में क़ुरआनी दुआ, अल्लाह के जिक्र की फजीलत, सच्ची गवाही को छुपाने का गुनाह …
इस्लामी तारीख : हज़रत यूसुफ (अ.स), मुअजिज़ा: नबी (ﷺ) की पुकार पर पत्थर का हाज़िर होना, एक फ़र्ज़ : मस्जिद में दाखिल होने के लिए पाक होना, एक सुन्नत : बीमार को दुआ देना, गरीबों के काम में मदद करने की फ़ज़ीलत, अल्लाह तआला के साथ शिर्क करने का गुनाह …
हजरत याकूब (अ.स) पर आजमाइश, कुदरत : खारे पानी को मीठा बनाना, एक फर्ज : नमाज़े गुनाहों को मिटा देती हैं, सुन्नत : ज़मीन पर बैठ कर खाना, मुसलमान की ग़ीबत और बेइज्जती की सजा …
इस्लामी तारीख : हज़रत याकूब (अ.स), मुअजिज़ा: सुराका के घोड़े का ज़मीन में धंस जाना, एक फ़र्ज़ : बाजमात नमाज़ पढ़ने की निय्यत से मस्जिद जाना, मुसलमानों को तकलीफ पहुँचाने का गुनाह, आख़िरत : जहन्नम की वादी, तिब्बे नब्बीसे इलाज : शहद के फवाइद …
इस्लामी तारीख : कौमे लूत पर अजाब, कुदरत : दरख्तों के पत्तों के फायदे, एक फर्ज : दीन में नमाज़ की अहेमियत, गरीब व मिस्कीन से मुलाकात करना, क़यामत के दिन सब से बदहाल शख्स …
इस्लामी तारीख : हजरत लूत (अ.स), एक फ़र्ज़ : कजा नमाज़ों की अदाएगी, एक सुन्नत : कब्रस्तान जाने की दुआ, अहेम अमल : तहिय्यतुल वुजू पर जन्नत का इन्आम, नमाज़ में सुस्ती करने का गुनाह …
इस्लामी तारीख : जुलकरनैन, कुदरत : खारे और मीठे पानी का अलग रहना, एक फर्ज : मांगी हुई चीज़ का लौटाना, जन्नत में जाने की दुआ, अपनी इज्जत के लिये दूसरों को खड़ा करने का गुनाह …
हज़रत इस्हाक़ (अ.स) की खुसूसियत व अज़मत, मुअजिजा : हज़रत फातिमा (र.अ) के चेहरे का रोशन हो जाना, एक फ़र्ज़ : तमाम रसूलों पर ईमान लाना, एक सुन्नत : कनाअत और सब्र हासिल करने की दुआ, अहेम अमल : तकलीफों पर सब्र करना, नाप तौल में कमी करने का गुनाह …