18. Safar | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा
हज़रत इलयास (अ.), एक फर्ज: कर्ज अदा करना, नमाज़ में तशहुद के बाद की दुआ, औलाद का क़त्ल गुनाहे कबीरा है, अल्लाह के अलावा किसी और की कसम ना खाओ…
हिंदी में सिर्फ पाँच मिनट का मदरसा कुरआन और सुन्नत की रौशनी में।
हज़रत इलयास (अ.), एक फर्ज: कर्ज अदा करना, नमाज़ में तशहुद के बाद की दुआ, औलाद का क़त्ल गुनाहे कबीरा है, अल्लाह के अलावा किसी और की कसम ना खाओ…
हजरत हिज्कील (अ.), रेशम का कीड़ा, नमाज़े जनाज़ा फर्जे किफाया है, हाथ पैर की उंगलियों का खिलाल करना, एक गुनाह: हराम माल से सद्का करना …
च्यूँटी अल्लाह की कुदरत का नमूना है, एक फर्ज: नमाज के लिये मस्जिद जाना, हर नमाज के बाद तस्बीह फातिमी अदा करना,
औरतों का खुशबु लगाकर बाहर निकलने का गुनाह, तिब्बे नबवी से इलाज: नजर लगने से हिफाजत, नबी (ﷺ) की इताअत की अहमियत …
सीरत – इमाम अबू दाऊद (रहमतुल्लाहि अलैहि), अल्लाह की कुदरत – बिजली कुंदना, एक फर्ज – नेकियों का हुक्म और बुराइयों से रोकना, अच्छे अखलाक़ वाले का मर्तबा, नमाज़ से मुंह मोड़ने का गुनाह …
सीरत – इमाम मुस्लिम (रहमतुल्लाहि अलैहि), हुजर का मुअजिजा (ﷺ) कंधे का ठीक होना, एक फर्ज – नमाजे अस्र की अहमियत, रास्ते से तकलीफ़ देह चीज़ को हटाने की फ़ज़ीलत, काफ़िरों के माल से तअज्जुब न करना …
सीरत – इमाम बुखारी (रहमतुल्लाहि अलैहि), अल्लाह की कुदरत – हीरा और कोयला, एक फर्ज – शौहर के भाइयों से पर्दा करना, जमीन नाहक लेने का अज़ाब, सब से ज़ियादा खौफ़ की चीज़ …
नमाज छोड़ने का नुकसान, मुसीबत या खतरे को टालने की दुआ, मस्जिदे नबवी में चालीस नमाज़ों का सवाब, तकब्बुर से दिल पर मुहर लग जाती है, आखिरत के मुकाबले में दुनिया से राजी होने से बचना, मोमिनों का पुल सिरात पर गुजर …
सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा5 Minute ka Madarsa in Hindi अल्लाह की कुदरत शहद का …
इस्लाम में पहला हज, दरख्त का नबी (ﷺ) की गवाही देना, बगैर किसी उज्र के नमाज़ क़ज़ा न करना, फकीरी और कुफ्र से पनाह मांगने की दुआ, नमाज़ में सुस्ती करना कैसा, माल व दौलत आज़माइश की चीजें हैं, कयामत में तीन किस्म के लोग, हर किस्म के दर्द का इलाज, तीन काम में देर ना करो ( नमाज़, जनाज़ा और निकाह ) …
हजरत अबूज़र गिफारी (र.अ), जंगे बद्र में सहाबा के हक में दुआ, हमेशा सच बोलो , वजू के दरमियान की दुआ, वालिद के दोस्तों के साथ अच्छा बर्ताव करना, दीन के खिलाफ साजिश करना, दुनिया की जिंदगी खेल तमाशा है, जन्नती अल्लाह तआला का दीदार करेंगे, फोड़े फुंसी का इलाज, कुरआन अपने पढ़ने वालो की शफाअत करेगा
हजरत सअद बिन अबी वक्फास (र.अ) की करामत, नींद अल्लाह की अज़ीम नेअमत, नमाजे अस्र की अहमियत, सामने वाले की बात पूरी तवज्जोह से सुनना, मुसाफा करने की फ़ज़ीलत, सहाबा की सीरत को दागदार बनाने का गुनाह, बेजा जीनत से बचना, कयामत के रोज़ सब को जिंदा किया जाएगा, सब के साथ हुस्ने सुलूक (अच्छा बर्ताव) करो…
दौरे फारुकी के अहेम कारनामे,मजलिस से उठने की दुआ, मुसलमान भाई के लिए दुआ करना, कुफ्र की सज़ा जहन्नम है, दुनिया का सामान चंद रोजा है…
हज़रत उमर (र.अ) की बहादुरी, हज़रत अली (र.अ) की आँख का ठीक हो जाना, जकात की फर्जियत, दुनिया व आखिरत की भलाई की दुआ, शौहर की खुशी पर जन्नत, सच्ची गवाही को छुपाने का गुनाह, दुनियावी ज़िन्दगी धोका है, कब्र में ही ठिकाने का फैसला, खजूर से इलाज, लोगों के लिये वही चीज पसंद करो जो तुम अपने लिये पसंद करते हो…
हज़रत उमर (र.अ) का इस्लाम लाना, बाल, अल्लाह की दी हुई नेअमत है, नमाज़ के छेड़ने पर वईद, तीन सांस में पानी पीना, बीमार की इयादत का सवाब …
हजरत अबू बक्र (र.अ) की खिलाफ़त, गुस्ल में पूरे बदन पर पानी बहाना, रजब व शाबान की दुआ, दो रकात तहिय्यतुल वुजू अदा करना …
हज़रत अबू बक्र सिद्दीक (र.अ), मुश्क अल्लाह के खजाने से आता है, इस्लाम की बुनियाद, सुन्नत ज़िन्दा करने की फजीलत, नमाज़े इश्राक की फ़ज़ीलत, सूद खाने और खिलाने पर लानत, दुनिया दार का घर और माल…
(1). रजी और बीरे मऊना का अलमनाक हादसा, (2). बदन की हड्डी कुदरत की निशानी, …
(1). शराब की हुरमत का हुक्म, (2). हज़रत साबित (र.अ) के लिये पेशीनगोई, (3). विरासत …
(1). हमराउल असद पर तीन रोज कयाम, (2). मेअदे का निज़ाम ( Digestive System ), …
(1). ग़ज़व-ए-उहुद में सहाबा-ए-किराम की बेमिसाल क़ुरबानी, (2). हाथ से ख़ुश्बू निकलना, (3). मजदूर को …
(1). ग़ज़वा-ए-उहुद में मुसलमानों की आज़माइश, (2). नाक – कुदरते इलाही की निशानी, (3). शौहर …
(1). ग़ज़व-ए-उहुद, (2). हराम लुकमे का गले से नीचे न उतरना, (3). क़ज़ा नमाजों की …
(1). रमज़ान की फरज़ियत और ईद की खुशी, (2). काइनात की सबसे बड़ी मशीनरी, (3). …
(1). कैदियों के साथ हुस्ने सुलूक, (2). जमात के मुतअल्लिक़ ख़बर देना, (3). कर्ज़ अदा …
(1). गजवा-ऐ-बद्र, (2). हवा में निज़ामे कुदरत, (3). अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म …
(1). मदीना की चरागाह पर हमला, (2). काफिर का मरऊब हो जाना, (3). दाढ़ी रखने …
(1). औस और खजरज में मुहब्बत और यहूद की दुश्मनी, (2). जमीन का अजीब फर्श, …
(1). मदीना के कबाइल से हुजूर (ﷺ) का मुआहदा, (2). ख़ुशहाली आम होने की खबर …
(1). मदीना में मुनाफिक़ीन का जुहूर, (2). गोह की ख़ुसूसियत, (3). आप (ﷺ) की आखरी …
(1). असहाबे सुफ्फा, (2). हुजूर (ﷺ) के हाथों की बरकत, (3). हज की फरज़ियत, (4). …
(1). मुहाजिर व अन्सार में भाई चारा, (2). परिन्दों की परवरिश, (3). नेकियों का हुक्म देना और बुराइयों से रोकना , (4). रुकू में हाथों को घुटनों पर रखना, (5). औरत के लिये चंद आमाल, (6). इंसाफ न करने का वबाल, (7). दुनिया मोमिन के लिये कैदख़ाना है, (8). जन्नत के फल और दरख्तों का साया, (9). अजवा खजूर से ज़हर का इलाज, (10). अल्लाह तआला अद्ल व इंसाफ का हुक्म देता है।
(1). अज़ान की इब्तेदा, (2). हज़रत उमर (र.अ) के हक में दुआ, (3). नमाज़ के …
(1). मस्जिदे नबवी की तामीर, (2). गूलर के फल में अल्लाह की कुदरत, (3). शौहर …
(1). मदीना मुनव्वरा, (2). आँखों की बीनाई का लौट आना, (3). नमाज़ छोड़ने का नुकसान, …