हर महीने के तीन दिन रोजे रखने की फ़ज़ीलत

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :

हर महीने तीन दिन के रोजे रखना उम्र भर रोजा रखने जैसा है।

📕 नसाई : २४१०, अन अबी हुरैरह (र.अ)

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *