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6. जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). असहाबे सुफ्फा, (2). हुजूर (ﷺ) के हाथों की बरकत, (3). हज की फरज़ियत, (4). दीनी भाई की जियारत की फ़ज़ीलत, (5). बुरी तदबीरें करने का गुनाह, (6). दुनिया का सामान चंद रोज़ा हैं, (7). हर नबी का हौज होगा, (8). सना के फायदे, (9). दावत कबूल करे।
7 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). मदीना में मुनाफिक़ीन का जुहूर, (2). गोह की ख़ुसूसियत, (3). आप (ﷺ) की आखरी वसिय्यत, (4). खाना खाते वक्त टेक न लगाना, (5). लोगों की जरूरतें पूरी करने वालो की फ़ज़ीलत, (6). अपने मातहतों पर तोहमत लगाने गुनाह, (7). पेट से ज्यादा बुरा कोई बर्तन नहीं, (8). गुनहगारों के लिये जहन्नम की आग है, (9). खुजली का इलाज, (10). जमीन पर अकड़ कर मत चलो।
12. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). नजाशी के दरबार में कुफ्फार की अपील , (2). आप के बाल मुबारक की बरकत, (3). बीवी की विरासत में शौहर का हिस्सा, (4). नफ़्स की बुराई से पनाह माँगने की दुआ, (5). इल्म की फजीलत, (6). अल्लाह और रसूल की नाफरमानी करना, (7). सवारी के जानवर, (8). अहले जन्नत की उम्र, (9). अल्लाह से मुहब्बत।
14. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा 1. बनी हाशिम का बायकाट और तीन साल की कैद, 2. कुबा के कुंवें में पानी का भर जाना, 3. क़ज़ा नमाजों की अदायगी, 4. कर्जो और ग़मों से नजात की दुआ, 5. तीन काम करने की कोशिश करना, 6. झूटे खुदाओं की बेबसी, 7. दुनिया की चीज़ों में गौर व फिक्र करना, 8. जहन्नम के दरवाजे का फासला, 9. कलौंजी से इलाज, 10. अल्लाह से मदद चाहो और हिम्मत मत हारो
4. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). हुजूर (ﷺ) को नुबुव्वत मिलना, (2). जख्मी हाथ का अच्छा हो जाना, (3). फराइज़ की अदायगी का सवाब, (4). हिकमत के लिये दुआ, (5). दुआ कराने वाले की दुआ पर आमीन कहेना, (6). फसाद फैलाने की सज़ा, (7). अल्लाह की चाहत दुनिया नहीं, (8). सबसे पहले जिन्दा होने वाले, (9). बिच्छू के जहर का इलाज, (10). कोई शख्स दूसरे के सामने फक्र न करे।
6. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). दावत व तबलीग़ का हुक्म, (2). पानी न मिलने पर तयम्मुम करना, (3). किसी मुसलमान को हंसता देखे तो यह दुआ पढ़े , (4). लोगों से अपनी जरूरत छुपाए रखने की फ़ज़ीलत, (5). हलाल को हराम समझने का गुनाह, (6). नेअमत अता करने में अल्लाह तआला का कानून, (7). कयामत किन लोगों पर आएगी, (8). मुअव्वज़तैन से बीमारी का इलाज, (9). इजाजत तलब करो।
13. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). नजाशी के दरबार में कुफ्फारे मक्का की आखरी कोशिश, (2). फिरौन का इबरतनाक अंजाम, (3). वुजू में चमड़े के मोज़े पर मसह करना, (4). मुतअल्लिक़ीन की खबरगीरी करना, (5). इल्म सीखते हुए वफात पा जाना, (6). वारिस को मीरास से महरूम करना, (7). दुनिया के लालची अल्लाह की रहमत से दूर, (8). इन्सान के आज़ा की गवाही, (9). जूं पड़ने का इलाज, (10). गाफिलों में से मत हो जाओ
9 जमादी-उल-अव्वल | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (1). औस और खजरज में मुहब्बत और यहूद की दुश्मनी, (2). जमीन का अजीब फर्श, (3). अच्छी तरह मुकम्मल वुजू कर के नमाज़ के लिये मस्जिद जाना, (4). दुआ के कलिमात को तीन बार कहना, (5). शर्म व हया ईमान का जुज़ है, (6). गुनाह से न रोकने का वबाल, (7). सब से बड़ा तक़वे वाला कौन है, (8). अहले ईमान का बदला, (9). नींद न आने का इलाज, (10). अल्लाह का सहारा मजबूती से पकड़ लो।
2. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा (१). हुजूर (ﷺ) का एक तारीख़ी फैसला, (2). सौ साल की उम्र में भी बाल सफेद न होना, (3). फज़्र और अस्त्र पाबन्दी से अदा करना, (4). दुनिया व आखिरत में आफियत की दुआ, (5). औरतों का चंद बातों पर अमल करना, (6). एक गुनाह : अहेद और कस्मों को तोड़ना, (7). दुनिया पर मुतमइन नहीं होना चाहिये, (8). कयामत का मंजर, (9). अल्लाह तआला तुम्हारी मगफिरत फर्मा देगा।
8 Zil Hijjah | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा सीरत - इमाम इब्ने माजा (रहमतुल्लाहि अलैहि), हुजूर (ﷺ) का मुअजीजा: छूहारों में बरकत, एक फर्ज के बारे में: तक्बीराते तशरीक, खैर व भलाई की दुआ, दुनियावी जिंदगी पर खुश न होना, बीमारी से मुतअल्लिक अहम हिदायत …
6 Zil Hijjah | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा सीरत - इमाम तिर्मिज़ी (रहमतुल्लाहि अलैहि), हज की फ़र्जियत, आमाल की कुबूलियत की दुआ, यतीम के सर पर हाथ फेरने की फजीलत, दीन को झुटलाने का गुनाह …
16. जिल हिज्जा | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा सीरत - सुलतान नूरुद्दीन जंगी (रह.), मज़दूर को पूरी मजदूरी देना, नफा बख्श इल्म के लिए दुआ, यतीम की पर्वरिश करना, एक गुनाह: कंजूसी करना, दुनिया की चीजें चंद रोज़ा …
15. जिल हिज्जा | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा अल्लाह की कुदरत: कंगारु, एक फर्ज: शौहर पर बीवी का खर्चा, एक सुन्नत: दुआ के कलिमात को तीन बार कहना, एक अहेम अमल: सूरह दुखान की फ़ज़ीलत, एक गुनाह: कर्ज ना लौटाने की निय्यत से लेना, दुनिया के बारे में: दुनिया खत्म और छूटने वाली है …
2. जिल हिज्जा | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा नमाज छोड़ने का नुकसान, मुसीबत या खतरे को टालने की दुआ, मस्जिदे नबवी में चालीस नमाज़ों का सवाब, तकब्बुर से दिल पर मुहर लग जाती है, आखिरत के मुकाबले में दुनिया से राजी होने से बचना, मोमिनों का पुल सिरात पर गुजर ...
7. जिल हिज्जा | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा सीरत - इमाम नसई (रहमतुल्लाहि अलैहि), मुखतलिफ तरीके से पानी का उतरना, एक फर्ज : आप (ﷺ) की आखरी वसिय्यत, एक अहेम अमल: अरफ़ा के दिन रोजा रखना, नमाज़ दिखलावे के लिये पढ़ने का गुनाह, कुरआन की नसीहत: गवाही मत छुपाया करो …