गैरकानूनी रिश्ते लोगों के पारिवारिक संबंध को नष्ट-भ्रष्ट करनेवाली सामाजिक आपदा है
गैरकानूनी रिश्ते “अवैध/गैरकानूनी रिश्ते अनैतिक है। यह दो व्यक्तियों के पाप से बढकर, अनेक लोगों के पारिवारिक संबंध को नष्ट-भ्रष्ट करनेवाली सामाजिक आपदा है।”
गैरकानूनी रिश्ते “अवैध/गैरकानूनी रिश्ते अनैतिक है। यह दो व्यक्तियों के पाप से बढकर, अनेक लोगों के पारिवारिक संबंध को नष्ट-भ्रष्ट करनेवाली सामाजिक आपदा है।”
विवाह से ही पवित्र प्रेम होता है “विवाह से ही पवित्र प्रेम होता है। विवाह से पहले या बाद अवैध संबंध अनैतिक और विनाशकारी हैं।”
वह वक्त करीब है जब मुसलमानो का सबसे उम्दा माल बकरियां होंगी नबी करीम (ﷺ) ने फरमाया: “वह वक्त करीब है जब मुसलमानो का सबसे उम्दा माल (उसकी बकरियां होंगी) […]
समझ भावना को संयम में लेता है “विरोध समस्यावों के हल के लिए होना चाहिए, नई समस्याएं पैदा करने के लिए नहीं।” 📕 कुरआन २:२५६
अल्लाह आपके रूप या धन की ओर नहीं देखता “सुनिश्चत, अल्लाह आपके रूप या धन की ओर नहीं देखता; बल्कि देखता हैं आपके दिल और कर्म की ओर।” 📕 हजरत […]
सिनेमा और धरावाहिक के मुताबिक ज़िन्दगी “सिनेमा और धरावाहिक के मुताबिक ज़िन्दगी को मोडना मूर्खता है। सिनेमा की नाट्य नहीं बल्कि कच्चा तजुर्बा है ज़िन्दगी।”
अमन का मार्ग “जो लोग ईमान लाये और अपने ईमान को अत्याचार (शिर्क) से लिप्त नहीं किया, उन्हीं के लिए शान्ति है तथा वही मार्गदर्शन पर हैं।” 📕 कुरआन 6:82
धोकेबाजी से सावधान रहें “झूठे वादे और चमक-धमक वाले उपहारों के द्वारा अनुचित कर्म करवाने का आह्वान करने वाले, दोस्त नहीं धोखेबाज हैं।” नकली संबंधों में अपनी गरिमा और जीवन […]
धर्म आत्मज्ञान के लिए है “आस्था, कर्म और संस्कृति का संगम जब होता है तब धर्म प्रबुद्ध होता है। इन में से एक की भी कमी धर्म की आत्मा को […]
सताए हुए की आह से बचो पैग़म्बर मुहम्मद (ﷺ) ने फ़रमाया: “सताए हुए की आह से बचो, क्यूंकि उसके और अल्लाह के मध्य कोई रुकावट नहीं होती।” 📕 बुख़ारी
अल्लाह के साथ शिर्क न करना हदीस : अल्लाह के पैगम्बर (ﷺ) ने फ़रमाया : “अल्लाह के साथ शिर्क न करना अगरचे तुम टुकड़े टुकड़े कर दिए जाओ और जला […]
कुरआन मार्गदर्शक है “वास्तव में, ये कुरआन वह मार्ग दिखाता है, जो सबसे सीधी है…” 📕 कुरआन 17:9
सत्य शांति है और असत्य शंका “संदेह पैदा करनेवाले को छोड़कर निःसंदेह वाले को स्वीकार करें। सत्य शांति है और असत्य शंका।” 📕 हजरत मुहम्मद ﷺ
निसहयोग में कोई भलाई नहीं “जो सहयोग नहीं करता और निसहयोग बनाये रखता है, उसमें कोई भलाई नहीं है।” 📕 पैगंबर मोहम्मद ﷺ
सन्तान की हत्या न करे बल्कि सुरक्षा दे अल्लाह ताला का फरमान है : “और निर्धनता के भय से अपनी सन्तान की हत्या न करो, हम उन्हें भी रोज़ी देंगे […]
बेटियाँ और बहनें स्वर्ग के रास्ते हैं। “जिसको दो या तीन बेटियाँ या बहनें हैं, वह अगर उनको श्रद्धा से देखभाल और पालन पोषण करें तो उनके लिए स्वर्ग है।” […]
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “जो किसी जगह बैठे और उसमें वो अल्लाह का जिक्र ना करे, तो यह बैठक अल्लाह की तरफ से उसके लिए बाइसे हसरत व नुकसान होगी […]
रसूलल्लाह (सलाल्लाहू अलैही वसल्लम) ने इरशाद फ़रमाया: “किसी मुसलमान के पास कोई भी चीज़ हो (यानी किसी का लेना-देना या उस के ज़िम्मे माली हुकूक हों) जिस की वसीयत करना […]
पैग़म्बर मुहम्मद (ﷺ) ने फ़रमाया: “किसी मोमिन (आस्तिक) के लिए यह उचित नहीं के उसमे लानत करते रहने की आदत हो।“ 📕 तिरमिज़ी
Wo Zamane mein Muaziz the Musalman hokar Wo Mu’aziz They Zamane MeMusalman Ho kar, Aur Tum Khwar Ho chuke haiTareek-e-QURAN Ho kar. – Dr. Allama Iqbal # Wajahat: Sahaba ko […]
“Insan Dunia me Ess Qadar Mashghool hota hai ke,Usey Pata bhi nahi chalta ke Jis Kapde se Uska Kafan Ban’na hai Wo Bazar me aa chuka hai.“ 📕 Hazrate Ali […]
Qaul-e-Mubarak Agar Tum Mout ki Raftar ko Dekh Lete Hazrate Ali (R.A) ka Mashoor aur maruf qoul hai ke – “Agar Tum Mout Ki Raftar Ko Dekh Lete Tou Tum […]
Bujurgo ke Aqwaal Qabiliat aur Kirdaar Saath Saath chalte hai “Qabiliat aur Kirdaar Zindagi me Saath Saath chalte hain,Qabliat Aap ko Bulandi tak Pohnchati hai.Jab ke Accha Kirdar Aap ko […]
۞ QAUL-E-MUBARAK ۞ Umar Bin Abdul Aziz (R.A.) farmate hai, “Agar Duniya me Neymate Bagair Aazmayish aur Takleef Ke Hoti tou Duniya hi Jannat hoti.” 📕 Bujurgo ke Aqwal
“Jab Aankhein Nafs ki Pasandeeda Cheezein Dekhne Lage toh Dil Anjaam se Andha ho Jata hai.” – Buzurgon ke Aqwal
Bujurgon Ke Aqwaal “Jab Tumhe Mehsoos ho ke Tumhari Tabiyat ko Zikre Ilahi se Mohabbat ho Gayi hai, Tou Jaan Jao ke Woh Yaani Allah Rabbul Izzat Tumhe Pasand karta […]
अल्लाह के अन्तिम ईशदूत मुहम्मद (ﷺ) ने कहा कि : “दूसरों के बारे में बुरे विचार मत रखो क्योंकि यह अधिकतर झूठे होते है।लोगों की खराबियों को मत ढूंढो,दूसरों से […]
Islam Ka Sabse Bada Dushman Koun hai? Islam ka Sabse Bada Dushman Zahil Musalman hota hai,Jahalat Usey Besabr Bana deti hai,Uski harkato se Islam ki Chavi Kharab Hoti haiaur jab […]