“कोई मुकर्रब फरिश्ता, कोई आसमान,कोई ज़मीन,कोई हवा,कोई पहाड़. कोई समुन्दर ऐसा नहींजो जुमा के दिन से न डरता हो(इस लिये के जुमा के दिन ही क़यामत कायम होगी)”
दुनिया का सामान चंद रोज़ा हैं कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है : "दुनिया का सामान कुछ ही दिन रहने वाला है और उस शख्स के लिये आखिरत हर तरह से बेहतर है, जो अल्लाह तआला से डरता हो और (कयामत) में तुम पर ज़र्रा बराबर भी जुल्म न किया जाएगा।" 📕 सूरह निसा : ७७
अहले ईमान और क़यामत का दिन ۞ हदीस: रसूलुल्लाह (ﷺ) से पचास हज़ार साल के बराबर दिन (यानी क़यामत) के बारे में पूछा गया के वह कितना लम्बा होगा? तो रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : "उस ज़ात की कसम जिस के कब्जे में मेरी जान है ! वह दिन मोमिन के लिये इतना मुख्तसर कर दिया…
कयामत किन लोगों पर आएगी रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फरमाया : "कयामत सिर्फ बदतरीन लोगों पर ही आएगी।" 📕 मुस्लिम : ७४०२ फायदा: जब तक इस दुनिया में एक शख्स भी अल्लाह का नाम लेने वाला जिंदा रहेगा, उस वक्त तक दुनिया का निजाम चलता रहेगा, लेकिन जब अल्लाह का नाम लेने वाला कोई न रहेगा…
क़यामत के दिन लोगों की हालत रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : "क़यामत के रोज़ सूरज एक मील के फासले पर होगा और उसकी गर्मी में भी इज़ाफा कर दिया जाएगा, जिस की वजह से लोगों की खोपड़ियों में दिमाग़ इस तरह उबल रहा होगा जिस तरह हाँड़ियाँ जोश मारती हैं, लोग अपने गुनाहों के बक़द्र पसीने…
क़यामत से पहले माल का ज़ियादा होना रसूलुल्लाह (ﷺ) ने इरशाद फर्माया : "उस वक़्त तक क़यामत नहीं आएगी जब तक तुम्हारे अन्दर माल की इतनी कसरत न हो जाए के वह बहने लगे, यहाँ तक के माल वाले आदमी को इस बात पर रंज व ग़म होगा के उस से कौन सदक़ा क़बूल करेगा? वह एक…
कयामत किस दिन कायम होगी रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया : "तुम्हारे दिनों में अफजल दिन जुमा का दिन है, इसी रोज़ हज़रत आदम (अ.) को पैदा किया गया, इसी रोज़ उन का इन्तेक़ाल हुआ, इसी रोज सूर फूंका जाएगा और इसी दिन क़यामत कायम होगी।" 📕 अबू दाऊद : १०४७
इलाज करने वालों के लिये अहम हिदायत रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया: “अगर किसी ने बगैर इल्म और तजुर्बे के इलाज किया तो कयामत के दिन उस के बारे में पूछा जाएगा।” 📕 अबू दाऊद: ४५८६ फायदा: मतलब यह है के अगर हकीम या डॉक्टर की ना तजरबा कारी और अनाड़ीपन की वजह से मरीज को तकलीफ पहुँचती…