0 85 Share खुश्बू को रद्द नहीं करना चाहियेरसूलल्लाह (ﷺ) को जब खुशबु का हदिया दिया जाता, तो आप (ﷺ) उस को रद्द नहीं फ़रमाते थे। [ तिर्मिजी : २७८९ ] Hadees ki baatein in hindiखुश्बू को रद्द नहीं करना चाहिये 0 85 Share Install App Prev Post अपने घर वालों को नमाज़ का हुक्म देना Next Post दुनिया की जाहिरी हालत धोका है Leave a Reply Cancel reply