हुजूर (ﷺ) को गैबी मदद

हुजूर (ﷺ) का मुअजिज़ा | Huzoor ﷺ Ka Mojza

सहाब-ए-किराम फर्माते हैं के हम एक सफर में अल्लाह के रसूल के साथ चार सौ आदमी थे।

हम लोगों ने ऐसी जगह पड़ाव डाला जहाँ पीने के लिये पानी नहीं था। हम सब घबरा गए, इतने में एक छोटी सी बकरी अल्लाह के रसूल (ﷺ) के सामने आकर खड़ी हो गई। आपने उस का दूध दूहा और फिर खूब सैर हो कर पिया और अपने सहाबा को भी पिलाया हत्ता के सब सैर हो गए।

उसके बाद उस बकरी को बाँध दिया गया, सुबह को उठ कर देखा, तो वह बकरी गायब थी। हुजूर (ﷺ) को खबर दी गई, तो आप (ﷺ) ने फर्माया: “जो अल्लाह उसको लाया था वही उसे ले गया।”

📕 बैहकी फी दलाइलिन्नुबबह: २३८१

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