रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :
“जब आदमी अपने अहले खाना पर सवाब की निय्यत से खर्च करता है, तो यह खर्च करना उस के हक में सद्का है।”
Home / Quotes / सिर्फ पाँच मिनट का मदरसा / 30. रबी उल आखिर | सिर्फ़ 5 मिनट का मदरसा / घरवालों पर सवाब की नियत से खर्च करना भी सदक़ा है
रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :
“जब आदमी अपने अहले खाना पर सवाब की निय्यत से खर्च करता है, तो यह खर्च करना उस के हक में सद्का है।”