बारीकी से समझा जाए तो इस्लाम का वास्तविक अर्थ ” सब की सलामती ” होता है । अस्सलामुअलैकुम ,, वालैकुम अस्सलाम में भी सलाम है , जिसका अर्थ होता है , ” आप पर सलामती हो ” ।
इस्लाम शब्द में भी ” सलाम ” है ,,,, और ” ई ” पूरी दुनिया की ” इकाई ” के संदर्भ में है ,,,, जिसका अर्थ होता है ” सब की सलामती ” ,,,,, ( इस्लाम )
Jo Allah par bharosa kare to Allah uske liye Kaafi Hai ♥ Bismillahi-r-Rahmani-r-Rahim ♥ “Jo Allah par bharosa kare to Allah uske liye Kaafi Hai” – (Roman Urdu: Al-Quran; 65:03) “जो अल्लाह पर भरोसा करे तो अल्लाह उसके लिए काफ़ी है” – (हिंदी अनुवाद; कुरान 65:03) “जर कोणी अल्लाहवर विश्वास ठेवतो तर त्याच्यासाठी अल्लाह पुरेसा आहे” – (मराठी अनुवाद; कुरान 65:03) “if any…
दावते इस्लाम की एक ऐसी कोशिश जिसमे मिडिया भी हुई शरीक *पुणे (महाराष्ट्र): बहरहाल इसमें कोई शक नही के जो आल्लाह की राह में जद्दो जहद करता है अल्लाह उसके रास्ते आसान कर देता है,.. ऐसा ही एक वाकिया दरपेश आया है महाराष्ट्र के पुणे शहर से करीब एक मस्जिद में - पुणे के बोकडेशाह मस्जिद के बाहर लगी तख्ती पर…
३ साल की कड़ी मेहनत के बाद राजीव भाई ने पेश किया कुरान का… जी हाँ ! जहा आज दुनिया भर में कुरान और इस्लाम के खिलाफ न जाने कितनी किताबे लिखी जा रही है, वही अल्लाह के फज्लो करम से कुरान के पैगामे हक को लोगो में आम करने की खिदमत में भी अल्लाह के बन्दे दिन रात कड़ी से कड़ी मेहनत कर…
पवित्र क़ुरान में मानवता का सन्देश .... !! वैसे तो पवित्र कुरान पूरा ही मानवता के सदेश से भरा है, लेकिन फ़िलहाल हम यहाँ कुछ ही बातो का जिक्र कर रहे है ... » अल्लाह के नाम से शुरू जो बड़ा कृपालु और अत्यन्त दयावान हैं.!! : @[156344474474186:] » “और जो लोग तुमसे लड़ते हैं, तुम भी…
तुम्हारा माल और औलादे बस आज़माइश है अल्लाह तआला कुरान ए करीम में फरमाता है: "तुम्हारे माल (दौलत) और तुम्हारी औलादे (संतान) बस आज़माइश (परीक्षा) है और अल्लाह के यहाँ तो बड़ा अज्र (पुण्य) मौजूद है।" [ पवित्र कुरआन ६४:१५ ]
पवित्र कुरआन (हिंदी अनुवाद) Download PDF पवित्र कुरआन (हिंदी अनुवाद) Download PDF Translation of the Meanings of The Noble Quran in the Hindi Language - Download PDF free | पवित्र कुरआन और उसके अर्थो का हिन्दी भाषा मे अनुवाद और व्याख्या PDF में डाउनलोड करे। Size: 8MB DOWNLOAD Screenshots DOWNLOAD
पवित्र क़ुरआन और शरीर रचना विज्ञान रक्त प्रवाह (Blood circulations) और दूध: - पवित्र क़ुरआन का अवतरण रक्त प्रवाह की व्याख्या करने वाले प्रारम्भिक मुसलमान वैज्ञानिक "इब्न-अन-नफ़ीस" से 600 वर्ष पहले और इस खोज को पश्चिम में परिचित करवाने वाले विलियम हॉरवे से 1000 वर्ष पहले हुआ था। - तक़रीबन 1300 वर्ष पहले यह मालूम हो…
Aur Uss Shakhs se badh kar koun Gumraah ho sakta hai jo… ♥ Bismillahi-r-Rahmani-r-Rahim ♥ “Aur Uss Shakhs se badh kar koun Gumraah ho sakta hai jo Allah ke siwa aise shakhs ko pukare jo usey Qayamat tak jawab na de?” – (Roman Urdu; Quran; Surah Kahaf 46:05) “और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो अल्लाह के…
मधु (शहद) मानवजाति के लिये, शिफ़ा (रोग मुक्ति) *पवित्र क़ुरआन और चिकित्सा-विज्ञान (Holy Quran & Medical Science) .. *शहद की मक्खी कई प्रकार के फूलों और फलों का रस चूसती हैं और उसे अपने ही शरीर के अंदर शहद में परिवर्तित करती हैं। इस शहद यानि मधु को वह अपने छत्ते के बने घरों (cells) में इकटठा करती…
पेड़ पौंधो में जीवन होने के प्रमाण - १४०० साल से केहता है… ईश्वर(अल्लाह) द्वारा रची गई इस अद्भुत सृष्टि मे एक अद्भुत रचना है, वनस्पति जगत .... - पेड़ पौधों को हम अपनी आंखो से जीवित प्राणियों की तरह छोटे से बड़ा होते, बढ़ते बनते देखते हैं .... - पेड़ों को खुद हम अपने हाथ से भोजन खिलाते और पानी पिलाते हैं…
पवित्र क़ुरआन और परमाणु: (Holy Quran & Atoms) *तमाम संस्कृतियों में मानवीय शक्ति वचन और रचनात्मक क्षमताओं की अभिव्यक्ति के प्रमुख साधनों में साहित्य और शायरी (काव्य रचना) सर्वोरि है। विश्व इतिहास में ऐसा भी ज़माना गु़ज़रा है जब समाज में साहित्य और काव्य को वही स्थान प्राप्त था जो आज विज्ञान और तकनीक को प्राप्त है। -…
नर और मादा पौधे (Holy-Quran & Botany) .... *पवित्र क़ुरआन और वनस्पति विज्ञान: - प्राचीन काल के मानवों को यह ज्ञान नहीं था कि पौधों में भी जीव जन्तुओं की तरह नर (पुरूष) मादा (महिला) तत्व होते हैं। अलबत्ता आधुनिक वनस्पति विज्ञान यह बताता है कि पौधे की प्रत्येक प्रजाति में नर एवं मादा लिंग होते हैं। यहां…
इस्लाम आतंक या आदर्श - स्वामी लक्ष्मीशंकराचार्य इस्लाम आतंक या आदर्श इस्लाम आतंक या आदर्श - यह पुस्तक कानपुर के स्वामी लक्ष्मीशंकराचार्य जी ने लिखी है। इस पुस्तक में स्वामी लक्ष्मी शंकराचार्य ने इस्लाम के अपने अध्ययन को बखूबी पेश किया है। स्वामी लक्ष्मी शंकराचार्य के साथ दिलचस्प वाकिया जुड़ा हुआ है। वे अपनी इस पुस्तक की…
Jis Seene me kuch bhi Quraan na ho wo Wiraan Ghar ki Misaal… ✦ Hadith Roman Urdu ✦ Ibne Abbas (R.A) se riwayat hai, Rasool’Allah (Sallallahu Alaihay Wasallam) ne farmaya: ❝Jis Seene me kuch bhi Quraan majeed na ho, Wo wiraan ghar ki misaal hai. ❞ 📚 Tirmizi J:4 S:419 Hadees:2922 ✦ हदिस हिंदी: इब्ने अब्बास रज़ि अल्लाहु अन्हु से रिवायत है के, रसूल…
कत्ल और आतंकवाद को इस्लाम का समर्थन नहीं वो लोग जो अपने क़त्लो-गारत और दहशतगर्दी के कामों को इस्लाम के आदेशानुसार बतलातें हैं वो कुरान और पैगम्बर (सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम) की तालीमों का अपमान करतें है। क्योंकि कुरान वो ग्रंथ है जिसने एक कत्ल के अपराध को पूरी इंसानियत के कत्ल करने के अपराध के बराबर रखा और कहा:…
Tum hargiz Bhalai ko na pohochoge jab tak apni pyari cheez… ۞ Bismillah-Hirrahman-Nirrahim ۞ Roman Urdu ❝Tum hargiz Bhalai ko na pohochoge jab tak apni pyari cheez Allah ki raah me kharch na karoge. aur tum jo kuch kharch karoge Allah Ta'ala bakhoobi janta hai.❞ 📕 Al-Quran; Surah Aal-e-Imran 3:92 हिंदी ❝ तुम नेकी और वफ़ादारी के दर्जे को नहीं पहुँच सकते,…
कुरआन और भू-विज्ञान !! "Earth Science" - !! तंबुओं के खूंटों की प्रकार, पहाड़ भू-विज्ञान में.. ‘बल पड़ने, Folding की सूचना नवीनतम शोध का यथार्थ है। पृथ्वी के ‘पटल Crust में बल पड़ने के कारणों से ही पर्वतों का जन्म हुआ। पृथ्वी की जिस सतह पर हम रहते हैं किसी ठोस छिलके या पपड़ी की तरह है,…
कुरान का विषय आखिरत की हिदायत है .... हर किताब का एक विषय होता है, जिस पर वो लिखी जाती है। कुरान का विषय आखिरत की हिदायत है, कुरआन लोगों को ये याद दिलाने आया है कि लोगों तुम इत्तिफ़ाक़ से नही बने, बल्कि एक बहुत बड़ी योजना के तहत तुमको तुम्हारे हिक़मत (Wisdom) वाले रब ने बनाया…
Laala Kashiram Chawla Speak About Islam » NonMuslim View About Islam: लाला काशी राम चावला ‘‘...न्याय ईश्वर के सबसे बड़े गुणों में से एक अतिआवश्यक गुण है। ईश्वर के न्याय से ही संसार का यह सारा कार्यालय चल रहा है। उसका न्याय सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड के कण-कण में काम कर रहा है। न्याय का शब्दिक अर्थ है…
अल्लाह ने सभी को अपने मज़हब का क्यों नहीं बनाया...? » प्रश्न: अल्लाह ने सभी को अपने मज़हब का क्यों नहीं बनाया...? » उत्तर: इसका उत्तर क़ुरआन ने विभिन्न स्थानों पर दिया है क़ुरआन में कहा गयाः ∗ अल-कुरान : "[ऐ मुहम्मद(सलल्लाहो अलैहि वसल्लम)] यदि आपका रब चाहता तो सब लोगों को एक रास्ते पर एक उम्मत कर देता, वे…
कुरान में इंसान के चंद्रमा पर पहुँचने का वर्णन .... ♥ "हे जिनों और इंसानों की टोलियों! अगर तुम समझते हो की आसमान और पृथ्वी के वियासो (Diameters) में से गुज़र कर पार निकल सकते हो तो ऐसा कर देखो अतिरिक्त बल के इस्तेमाल के बिना नहीं कर सकोगे. अब तुम अपने रब के किन-किन वरदानो को झूट्लाये जाओगे "…
Jihad: जिहाद का वास्तविक अर्थ होता है "संघर्ष करना".... अक्सर हमारे नोंमुस्लिम भाइयों में यह ग़लतफहमी पायी जाती है के वो जिहाद जैसे शब्द का तथाकथित लोगों से अलग अलग अर्थ समझकर मुसलमानों के अमन के पैगाम को ठुकरा देते है, आईये आज इसका सही मूल्य जानने की कोशिश करते है... जिहाद: अरबी भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ…
बारीकी से समझा जाए तो इस्लाम का वास्तविक अर्थ ” सब की सलामती ” होता है । अस्सलामुअलैकुम ,, वालैकुम अस्सलाम में भी सलाम है , जिसका अर्थ होता है , ” आप पर सलामती हो ” ।
इस्लाम शब्द में भी ” सलाम ” है ,,,, और ” ई ” पूरी दुनिया की ” इकाई ” के संदर्भ में है ,,,, जिसका अर्थ होता है ” सब की सलामती ” ,,,,, ( इस्लाम )
Mujhe do Hindi me muran
इस्लाम एक ऐसा मजहब ही जो हर चीज की सलामती चाहता है दुनिया में रहने बाला कोई भी हो । इंशाआल्लाह इस्लाम से सब जुड़ जाए,आमीन। अल्हमदुलिल्लाह