दुआ के कलिमात को तीन बार कहना

रसूलल्लाह (ﷺ) दुआ व इस्तिगफार के कलिमात को तीन तीन मर्तबा दोहराना पसन्द फ़र्माते थे। 📕 अबू दाऊद: १५२४ यह भी पढ़े: Astaghfar ka Taruf, Ahmiyat, Fazilat aur Dua

मुसाफा से गुनाहों का झड़ना

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जब मोमिन दूसरे मोमिन से मिल कर सलाम करता है और उस का हाथ पकड़ कर मुसाफा करता है, तो उन दोनों के गुनाह इस तरह झड़ते हैं जैसे दरख्त... [Read More]

अल्लाह तआला सबको दोबारा ज़िन्दा करेगा

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है: “अल्लाह वह है, जिसने तुम को पैदा किया और वही तुम्हें रोजी देता है, फिर (वक्त आने पर) वही तुम को मौत देगा और फिर तुम को वही दोबारा... [Read More]

वुजू में चमड़े के मोज़े पर मसह करना

हज़रत अली (र.अ) फ़र्माते हैं : “मैं ने हुजूर (ﷺ) को मोज़े के ऊपर के हिस्से पर मसह करते देखा।” 📕 अबू दाऊद : १६२ नोट: जब किसी ने बावुजू चमड़े का मोज़ा पहेना हो,... [Read More]

जोहर से पहले की चार रकात सुन्नत पढ़ना

हज़रत आयशा (र.अ) बयान फरमाती है के: “रसूलुल्लाह (ﷺ) जोहर से पहले चार रकात और फ़र्ज़ से पहले की दो रकात कभी नहीं छोड़ते थे।” 📕 बुखारी : १९८२

तौबा की फ़ज़ीलत : तुम्हारे गुनाह आसमान तक पहुँच जाएं फिर भी तुम तौबा करो!

तौबा की फ़ज़ीलत : तुम्हारे गुनाह आसमान तक पहुँच जाएं फिर भी तुम तौबा करो! "जिस शख्स ने तौबा की और ईमान कुबूल किया और अच्छे अच्छे काम

कोई चीज़ ऐब बताए बगैर बेचने का गुनाह

रसूलुल्लाह (ﷺ) ने फर्माया : “जो शख्स कोई ऐबदार चीज़ उस का ऐब बताए बगैर बेचेगा, वह बराबर अल्लाह की नाराजगी में रहेगा और फरिश्ते उसपर लानत करते रहेंगे।” 📕 इब्ने माजा : २२४७

अल्लाह ताला कुफ्र को पसंद नहीं करता

अल्लाह ताला कुफ्र को पसंद नहीं करता ۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞ अल्लाह ताला कुरआन में फर्माता है : “अगर तुम मुन्किर होगे, तो यकीन जानो के अल्लाह तआला तुम से बेनियाज है और अपने बन्दों के... [Read More]

सच्ची गवाही को छुपाने का गुनाह

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “तुम गवाही मत छुपाया करो और जो शख्स इस (गवाही) को छुपाएगा, तो बिला शुबा उस का दिल गुनहगार होगा और अल्लाह तआला तुम्हारे किए हुए कामों को... [Read More]

किसी पर तोहमत लगाना गुनाह अज़ीम है

कुरआन में अल्लाह तआला फ़र्माता है : “जो शख्स कोई छोटा या बड़ा गुनाह करे फिर उस की तोहमत (इल्जाम) किसी बेगुनाह पर लगा दे तो उसने बहुत बड़ा बोहतान और खुले गुनाह का बोझ... [Read More]