“(जन्नती लोग) जन्नत में सलाम के अलावा कोई बेकार व बेहूदा बात नहीं सुनेंगे और जन्नत में सुबह व शाम उनको खाना (वगैरह) मिलेगा। यही वह जन्नत है, जिसका मालिक हम अपने बन्दों में से उस शख्स को बनाएँगे, जो अल्लाह से डरने वाला होगा।”
“जो लोग परहेज़गारी और तक़वा के पाबंद थे, अल्लाह तआला उन को कामयाबी के साथ जहन्नम से बचा लेगा, न उन को किसी तरह की तकलीफ़ पहुँचेगी और न वह कभी ग़मगीन होंगे।”
“जो शख्स क़यामत के दिन नेकी लेकर हाज़िर होगा, तो उस को उस नेकी से बेहतर बदला मिलेगा और जो शख़्स बदी ले कर हाज़िर होगा, तो ऐसे बुरे आमाल वालों को सिर्फ उनके कामों की सज़ा दी जाएगी।”
“वह घर हमेशा रहने के बाग़ हैं, जिन में परहेजगार लोग दाखिल होंगे।उन बागों के नीचे दूध, शहद और पाकीज़ा शराब की नहरें बह रही होंगी,जिस चीज़ को उनका जी चाहेगा वह उन को वहाँ मिलेगी।अल्लाह तआला परहेजगारों को ऐसा ही बदला दिया करता है।”
“उस वक़्त तक क़यामत नहीं आएगी जब तक तुम्हारे अन्दर माल की इतनी कसरत न हो जाएके वह बहने लगे,यहाँ तक के माल वाले आदमी को इस बात पर रंज व ग़म होगा केउस से कौन सदक़ा क़बूल करेगा?वह एक आदमी को सद्के के लिये बुलाएगा तोवह कह देगा के मुझे इस की कोई जरूरत नहीं।”
“जब तुम में से कोई वफात पा जाता है,तो उस को सुबह व शाम उस का ठिकाना दिखाया जाता है,अगर जन्नती हो, तो जन्नत वालों का और अगर जहन्नमी है,तो जहन्नम वालों का ठिकाना दिखाया जाता है,फिर कहा जाता है: यह तेरा ठिकाना हैयहाँ तक के अल्लाह तआला क़यामत के दिन तुझे दोबारा उठाए।”
जहन्नमि फरियाद करते हुए कहेंगे: “ऐ हमारे परवरदिगार! हमें इस जहन्नम से निकाल कर (दुनिया में भेज दीजिये) फिर अगर दोबारा हम ऐसे गुनाह करें, तो हम कुसूरवार और सजा के मुस्तहिक होंगे।”
अल्लाह तआला फर्माएगा:
“तुम इसी जहन्नम में फिटकारे हुए पड़े रहो मुझसे बात मत करो।”
“बेशक जक्कूम का दरख्त बड़े मुजरिम का खाना होगा,जो तेल की तलछट जैसा होगा, वह पेट में तेज़ गर्म पानी की तरह खौलता होगा (कहा जाएगा) उस गुनहगार को पकड़ लोऔर घसीटते हुए दोजख के बीच में ले जाओ, फिर उसके सर पर तकलीफ देने वाला खौलता हुआ पानी डालो, (फिर कहा जाएगा) अज़ाब का मज़ा चख !तू अपने आप को बड़ी इज्जत व शान वाला समझता था,यही वह अजाब है जिसके बारे में तुम शक किया करते थे।”
जब जन्नती जन्नत में चले जाएंगे और जहन्नमी जहन्नम में चले जाएंगे, तो अल्लाह तआला फरमाएगा:
“जिस के दिल में राई के दाने के बराबर भी ईमान हो उसे भी जहन्नम से निकाल लो, चुनान्चे उन लोगों को भी निकाल लिया जाएगा, जिनकी यह हालत होगी के वह जल कर काले सियाह हो गए होंगे। उसके बाद उन को “नहरे हयात” में डाला जाएगा, तो इस तरह निकल आएंगे जैसे दाना सैलाब के कड़े में (खाद और पानी मिलने की वजह से) उग आता है।”
“उन जन्नतियों के बदन पर बारीक और मोटे रेशम के कपड़े होंगे और उनको चाँदी के कंगन पहनाए जाएँगे और उनका रब उनको पाकीज़ा शराब पिलाएगा। (अहले जन्नत से कहा जाएगा के) यह सब नेअमतें तुम्हारे आमाल का बदला हैं और तुम्हारी दुनियावी कोशिश कबूल हो गई।”
“उस दिन बहुत से चेहरे तर व ताजा होंगे,अपने (नेक) आमाल की वजह से खुश होंगे, ऊँचे ऊँचे बागों में होंगे।वह उन बागों में कोई बेहूदा बात नहीं सुनेंगे।उनमें चश्मे बह रहे होंगे।”
“जब गुनहगार या काफिर बन्दे को दफन किया जाता है, तो क़ब्र उससे कहती है : तेरा आना नामुबारक हो, मेरी पीठ पर चलने वालों में तू मुझे सब से ज़ियादा ना पसन्द था, जब तू मेरे हवाले कर दिया गया है और मेरे पास आ गया है, तो तू आज मेरी बद सुलूकी देखेगा, फिर क़ब्र उस को दबाती है और उस पर मुसल्लत हो जाती है, तो उस की पसलियाँ एक दूसरे में घुस जाती है।”
“जब मोमिन बन्दे को दफन किया जाता है, तो कब्र उस से कहती है: तुम्हारा आना मुबारक हो, मेरी पुश्त पर चलने वालों में तुम मुझे सब से जियादा महबूब थे,जब तुम मेरे हवाले कर दिए गए और मेरे पास आ गए, तो तुम आज मेरा हुस्ने सुलूक देखोगे,तो जहाँ तक नजर जाती है क़ब्र कुशादा हो जाती हैऔर उसके लिये जन्नत का दरवाजा खोल दिया जाता है।”
“(क़यामत के दिन) परहेज़गार लोग (जन्नत) के सायों में और चशमों में और पसन्दीदा मेवों में होंगे(उन से कहा जाएगा) अपने (नेक) आमाल के बदले में खूब मजे से खाओ पियो,हम नेक लोगों को ऐसा ही बदला दिया करते हैं।(और) उस दिन झुटलाने वालों के लिये बड़ी ख़राबी होगी।”