तकब्बुर का अंजाम: दिल पर मुहर लग जाती है

कुरआन में अल्लाह तआला फर्माता है :

“जो लोग बगैर किसी दलील के अल्लाह तआला की आयात में झगड़े निकाला करते है, अल्लाह तआला और अहले ईमान के नज़दीक यह बात बड़ी काबिले नफरत है, इसी तरह अल्लाह तआला हर मुतकब्बिर सरकश के दिल पर मुहर लगा देता है।”

📕 सूरह मोमिन : ३५