जबान और शर्मगाह की हिफाजत करना

रसूलअल्लाह (ﷺ) ने फर्माया :

“जो शख्स मुझे अपनी ज़बान और शर्मगाह की हिफाजत की जमानत दे दे मैं उसके लिये जन्नत की जमानत लेता हूँ।”

📕 बुखारी: ६४७४